बहराइच। गुरुवार को यूपी के बहराइच पहुंचे सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ से जब उनके बयान पर सवाल किया गया तो वो इसे टाल गए और विकास के आंकडे गिनाने लगे. पत्रकारों ने कई बार भगवान हनुमान पर उनके बयान को लेकर सवाल किया लेकिन उन्होंने किसी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया बल्कि विकास की योजनाओं और आंकडों को बताने लगे. पत्रकारों ने उनसे अवैध खनन को लेकर भी सवाल किए लेकिन सीएम ने जवाब नहीं दिया और वापस चल दिए.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान बजरंग बली पर एक बयान दिया था जिसके बाद से ही उनके बयान की आलोचना हो रही है. विपक्षी पार्टियों और कई संगठनों के निशाना साधने के बाद यूपी के गवर्नर राम नाइक ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ को नसीहत दी है.
उन्होंने कहा है कि अपनी बातों को सभ्यता से रखना और किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना अपने विचारों को लोगों के सामने रखना लोकतंत्र के लिए बेहद ज़रूरी है. गवर्नर राम नाइक ने सीएम योगी को नसीहत देते हुए उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से सीख लेने को कहा है.
भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने भी योगी के बयान से असहमति जताते हुए कहा है कि किसी देवता को जाति से जोड़ना सही नहीं है. बैरिया से भाजपा विधायक सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राजस्थान में एक चुनावी रैली में भगवान हनुमान को ‘दलित’ करार देने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि भगवान जाति से परे होते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान तो सभी जातियों के भगवान हैं. भगवान को किसी जाति से जोड़ना उनके विचार से उचित नहीं है.
योगी ने बीते मंगलवार को अलवर जिले के मालाखेड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भगवान हनुमान को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित करार दिया था. योगी के इस बयान से नाराज राजस्थान सर्व ब्राह्मण महासभा ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है.