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गौतम गंभीर के हैं ये अनोखे रिकॉर्ड, ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में की है बढ़िया बैटिंग

 टीम इंडिया से लंबे समय तक बाहर रहे सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने मंगलवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया. गंभीर इन दिनों रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं और आंध्र प्रदेश के खिलाफ गुरुवार से फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जाने वाले रणजी मुकाबले में वे आखिरी बार खेलते दिखेंगे. गंभीर ने अपने संन्यास की घोषणा काफी भारी मन से की. गंभीर का करियर रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है जबकि पिछले काफी समय से उनका टीम इंडिया में चयन के लिए गंभीरता से विचार नहीं हो रहा था.

गंभीर ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, “जिंदगी में कड़े फैसले हमेशा भारी मन से लिए जाते हैं. भारी मन से मैं वह फैसला ले रहा हूं, जिसको लेने के ख्याल मात्र से ही मैं जिंदगी भर डरता रहा.” गंभीर ने टीम इंडिया के लिए आखिरी टेस्ट साल 2016 में, आखिरी वनडे साल 2013 में और आखिरी टी20 साल 2012 में खेला था. टेस्ट में भी वे साल 2012 तक नियमित सलामी बल्लेबाज थे. गंभीर के कई रिकॉर्ड ऐसे हैं जो आज के खिलाड़ियों तक को चौंका देते हैं.

सलामी​ बल्लेबाजी का एक संयोग यह भी
यह भी एक अजब संयोग ही है कि गौतम जब से टीम इंडिया के नियमित सलामी बल्लेबाज नहीं रहे तब से टीम इंडिया को कोई नियमित बल्लेबाज नहीं मिला, या यह कहना ज्यादा सही होगा कि तब से भारतीय सलामी बल्लेबाजों में वह नियमितता नहीं रही जो कि होनी चाहिए थे. हालाकि इसमें कोई शक नहीं कि गंभीर के बाद भी टीम इंडिया को कई बेहतरीन ओपनर मिले जिन्होंने की मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया. टीम इंडिया को जो नियमितता चाहिए, उसपर भारतीय सलामी बल्लेबाजों को आज, खासकर विदेशी दौरों में, अपनी नियमितता साबित करनी है, लेकिन गंभीर के रिकॉर्ड एक अलग कहानी बयां करते हैं.

ऐसा है रिकॉर्ड गंभीर का
गौतम गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाए हैं जिसमें नौ शतकीय पारी शामिल है. उन्होंने 147 एकदिवसीय मैचों में 39.68 की औसत और 11 शतकीय पारियों की मदद से 5238 रन बनाए हैं. टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 37 मैच में सात हाफ सेंचुरी की मदद से 932 रन बनाए जिसमें उनका औसत 27.41 का था. इसके अलावा गंभीर के कई रिकॉर्ड ऐसे हैं जो उन्हें एक खास बल्लेबाज बना देते हैं.

सहवाग के साथ सफल जोड़ी
गंभीर ने दिल्ली के अपने साथी वीरेंद्र सहवाग के साथ सफल सलामी जोड़ी बनाई.  इन दोनों ने सलामी जोड़ी के रूप में 4412 रन जोड़े जो कि भारतीय रिकार्ड है. दोनों की साझेदीरी के ये रन दुनिया की साझेदारियों में पांचवे स्थान पर हैं. दोनों ने इन साझेदारियों में कुल 11 शतकीय साझेदारियां की हैं.

विदेशों में भी है शानदार रिकॉर्ड 
जहां टीम इंडिया के बल्लेबाजों का रिकॉर्ड विदेशी पिचों पर कमजोर रहता है, वहीं गौतम का रिकॉर्ड शानदार है. गंभीर ने विदेशी धरती पर 24 टेस्ट मैच खेले हैं जिनकी 25 पारियों में उन्होंने 50.90 के औसत, 4 सेंचुरी  और 10 हाफ सेंचुरी के साथ 1832 रन बनाए हैं. उनका ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बढ़िया रिकॉर्ड रहा है. इन देशों में गौतम ने 7 मैचों की 14 पारियो में 48.15 के औसत से दो सेंचुरी और दो हाफ सेंचुरी के साथ 626 रन बनाए हैं.

नेपियर में बचाया था मैच
गंभीर के विदेशी पिचों पर कई शानदार रिकॉर्ड हैं. मार्च 2009 में टीम इंडिया के न्यूजीलैंड दौरे पर नेपियनर में टीम इंडिया न्यूजीलैंड की पहली पारी के 619 रन के जवाब में 305 रन पर आउट होने के बात फॉलोऑन खेल रही थी और मैच बचाने के लिए संघर्षरत थी.  गंभीर ने इस पारी में 643 मिनट तक 436 गेंदों में 137 रनों की पारी खेली जिसकी वजह से टीम इंडिया ने यह मैच बचाते हुए ड्रॉ कर दिया था.

 मैन ऑफ फाइनल्स
गौतम गंभीर को मैन ऑफ फाइनल्स भी कहा जाता है क्योंकि टीम इंडिया के लिए खेले गए कई फाइनल मैचों में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की है. आईसीसी वर्ल्डकप 2011 के फाइनल मैच में टीम इंडिया को जीताने में सबसे अहम भूमिका गौतम गंभीर की थी. वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के जल्दी आउट होने के बाद गौतम गंभीर ने 122 गेंदों पर 97 रन की खूबसूरत पारी खेली थी. उन्होंने विराट कोहली (35) के साथ 83 और महेंद्र सिंह धोनी (91) के साथ 109 रन की अहम साझेदारियां कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया.

भारतीय टीम 2007 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए टी20 फाइनल में गंभीर ने पाकिस्तान के खिलाफ 75 रन बनाए थे. यह भारतीय टीम के कुल स्कोर के लगभग आधे रन थे. भारत ने इस मैच में 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे. गंभीर इस मैच में अर्धशतक बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे. भारत ने यह मैच आखिरी ओवर में पर पांच रन से जीता था.

सफल कप्तानी का रिकॉर्ड 
उन्होंने भारत के लिए वनडे मैचों में कप्तानी भी की और अपनी टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में 5-0 से जीत दिलाई. उन्होंने आईपीएल में भी बेहतरीन कप्तानी की और कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) को दो बार चैंपियन बनाया. हैरानी की बात है कि गंभीर ने अपनी कप्तानी में खेले सभी 6 वनडे मैच जीते हैं.

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