भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच एडिलेड में खेला जा रहा है. भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी एडिलेड में खराब ही रही. हालांकि, जिस तरह विकेटों के पतझड़ के बीच चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय बल्लेबाजी को संभाला. उसी तरह ट्रेविस हेड ने भी ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभाले रखा. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की कमी खलती हुई दिखाई पड़ रही है. स्मिथ और वॉर्नर पर बॉल टैंपरिंग मामले में एक साल का बैन लगा हुआ है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की निगाहें अपने अनुभवी बल्लेबाज शॉन मार्श पर लगी हुई थीं.
शॉन मार्श की बात करें तो उन्हें सफेद गेंद का बढ़िया बल्लेबाज माना जाता है. हालांकि, शॉन मार्श से जिस तरह की उम्मीद की जा रही थी. वह उन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए. स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के बैन के बाद से अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो ऑस्ट्रेलिया की परफॉर्मेंस में लगातार डाउनफॉल आया है. टीम के साथ-साथ शॉन मार्श की परफॉर्मेंस भी लगातार कमजोर हुई है.
इंटरनेशनल क्रिकेट में स्मिथ और वॉर्नर के बैन होने के बाद शॉन मार्श की कुछ पारियां इस तरह रही हैं- 16, 7, 7, 0, 3 4 और 2 रन. शुक्रवार (7 दिसंबर) को शॉन मार्श ने एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ा हैं, जिसे कोई क्रिकेटर नहीं तोड़ना चाहता. 35 वर्षीय मार्श ने 130 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा. लंच के तत्काल बाद मार्श ने अश्विन की एक गेंद को स्टंप्स में धकेल लिया. मार्श ने 19 गेंदें खेलकर 2 रन बनाए. 1888 से कभी ऐसा नहीं हुआ कि ऑस्ट्रेलिया के टॉप पांच बल्लेबाजों में किसी ने लगातार एक अंक का स्कोर बनाया हो.
मार्श की घरेलू क्रिकेट और वनडे में सफलता के बाद यह चौंकाने वाला प्रदर्शन था. जब वेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 156 रन बनाए थे. तब से अब तक मार्श ने 13 पारियों में कोई भी पारी 40 रन से ऊपर की नहीं खेली है.
शॉन मार्श को 2 रन के निजी स्कोर पर रविचंद्रन अश्विन ने ही बोल्ड कर पवेलियन का रास्ता दिखाया. भारतीय टीम के लिए इस पारी में अश्विन ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए. वहीं, ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह को दो-दो विकेट हासिल हुए.
Ashwin with the breakthrough after lunch and SMarsh has to go.
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— cricket.com.au (@cricketcomau) December 7, 2018
पूर्व ऑस्ट्रेलियन लेग स्पिनर कैरी और कोफी को इस बात पर आश्चर्य हो रहा है कि क्यों मार्श गेंदों को विकेटकीपर तक नहीं जाने दे रहे. जबकि इंग्लैंड के माइकल वॉन विराट कोहली द्वारा अपनाई गई रणनीतियों की प्रशंसा करते हैं, जिससे वह बल्लेबाजों को गलत शॉट खेलने के लिए ललचाते हैं. कोफी कहते हैं, समझ नहीं आ रहा कि मार्श गेंदों को छोड़ क्यों नहीं रहे. यह शॉन मार्श कि रिद्म की कमजोरी है. उन्हें गेंद के नीचे आकर बड़े शॉट खेलने चाहिए, लेकिन वह विराट कोहली की योजना के अनुसार खेल रहे हैं और आउट हो रहे हैं. 2005 एशेज जीत के कप्तान वॉन उनके आउट होने का पूरा श्रेय विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन को देते हैं.