ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने एडिलेड ओवल मैदान पर पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा के शतक का हवाला देते हुए कहा कि इस विकेट पर बल्लेबाजी कैसे की जाए. उन्होंने कहा कि पुजारा की पारी उसका एक ‘ब्लूप्रिंट’ है और वह भी पुजारा से बल्लेबाजी का गुर सीखने का प्रयास करेंगे. ट्रेविस हेड ने भारत के साथ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पुजारा ने इस विकेट पर जिस तरह से बल्लेबाजी की वह एक ब्लूप्रिंट थी.”
ट्रेविस हेड पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए सर्वोच्च स्कोरर रहे. उन्होंने 167 गेंदों की पारी में 72 रन का स्कोर बनाया और ऑस्ट्रेलिया को 235 के स्कोर तक पहुंचाया. भारत ने पहली पारी में 250 रन बनाए थे. इसमें चेतेश्वर पुजारा का अहम योगदान रहा था, जिन्होंने पहले दिन 123 रन की शानदार शतकीय पारी खेली थी.
हेड ने कहा, “उनके लिए यह काफी अच्छा मैच रहा. उन्होंने अच्छे तरीके से पैर आगे निकाला और गेंद को डिफेंस किया और जब गेंद नरम हो गई तो उनके बल्ले से रन निकलने लगा. वह जानते हैं कि इस मुश्किल विकेट पर कैसे गेंद को खेला जा सकता है. नई गेंद पर भी उन्होंने अच्छे रन बनाए.”
उन्होंने कहा कि वह विकेट पर टिक चुके थे और फिर 72 के स्कोर पर आउट होना निराशाजनक रहा. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा, “मैं अश्विन के खिलाफ अच्छी लय में रहना चाहता था. ऑफ स्पिनर के खिलाफ मैं सकारात्मक था, क्योंकि मुझे गेंद नजर आ रही थी.”
इससे पहले पुजारा ने मैच के पहले दिन 123 रन की पारी खेल कर भारत के स्कोर को 250 तक पहुंचाया था. एडिलेड में जन्मे हेड ने कहा, ”पुजारा ने इस पिच पर जैसी बल्लेबाजी की वह दूसरे बल्लेबाजों के लिए उदाहरण है. उन्होंने गेंद को अच्छे से छोड़ा और अच्छी रक्षात्मक तकनीक अपनाई. गेंद के पुराने होने के बाद उन्होंने ज्यादा रन जुटाए. उन्होंने स्विंग करती नई गेंद का सामना शानदार तरीके से किया.”
A century that Cheteshwar Pujara and #TeamIndia fans will remember for a long time! #ChhodnaMat #AUSvIND#SPNSports pic.twitter.com/TAYHnk3RBO
— SPN- Sports (@SPNSportsIndia) December 6, 2018
उन्होंने कहा, ”मैं अश्विन के खिलाफ रन बनाने की कोशिश कर रहा था. स्पिनरों को खेलने के मामले में मैंने दुबई में काफी कुछ सीखा है. मैं ऑफ स्पिनर के खिलाफ सकारात्मक था.” उन्होंने कहा, ”चौथे और पांचवें दिन यहां बल्लेबाजी करना आसान होता है और 300 रन के लक्ष्य को आराम में हासिल किया गया है (घरेलू मैचों में).”