Friday , November 22 2024

इस गेंदबाज से ‘डरते’ हैं विराट कोहली, बोले- सच कहूं तो इसका सामना नहीं करना चाहता

भारतीय कप्तान विराट कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं. विराट कोहली के लिए 2018 उपलब्धियों से भरा वर्ष रहा. साल के आखिर में आईसीसी टेस्ट खिलाड़ी रैंकिंग में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है. लेकिन क्या आपको पता है कि कोहली किस भारतीय गेंदबाज का सामना करने से डरते हैं? उस गेंदबाज का नाम है: जसप्रीत बुमराह. इस बात का खुलासा विराट ने मेलबर्न टेस्ट जीतने के बाद किया.

टेस्ट क्रिकेट में अपने डेब्यू सेशन में 48 विकेट चटकाने वाले बुमराह की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा, “मेरे अनुसार जसप्रीत दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज है. वह मैच विजेता है, इसमें कोई संदेह नहीं, फिर भले ही वह सिर्फ 12 महीने से (टेस्ट क्रिकेट) खेल रहा है.”

कोहली ने कहा, “मेरे कहने का मतलब है कि अगर पर्थ जैसी पिच है तो ईमानदारी से कहूं तो मैं जसप्रीत बुमराह का सामना नहीं करना चाहता क्योंकि अगर वह लय में आ गया तो आपको ध्वस्त कर सकता है. वह जिस तरह गेंदबाजी करता है वह किसी भी अन्य गेंदबाज से काफी अलग है और मुझे लगता है कि वह बल्लेबाज से अधिक इसे महसूस करता है. यही कारण है कि वह अपने कौशल को लेकर इतना आश्वस्त है.”

कप्तान ने कहा, “उसकी मानसिकता उसे फिलहाल दुनिया के अन्य गेंदबाजों से अलग बनाती है. वह पिच को देखता है और यह नहीं सोचता कि इन विकेटों पर काफी मशक्कत करनी होगी. वह सोचता है कि मैं कैसे टीम के लिए विकेट हासिल करूं और आपकी मानसिकता आपको बाकियों से अलग करती है.”

virat kohli

कप्तान ने खुलासा किया कि गेंदबाजी रणनीति मुख्य रूप से गेंदबाज स्वयं बनाते हैं और कप्तान के रूप में वह तभी अपनी बात रखते हैं जब ‘प्लान बी’ की जरूरत हो. उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो गेंदबाजों की बैठक में मैं आम तौर पर सिर्फ बैठकर सुनता हूं. यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है कि गेंदबाज क्या सोच रहे हैं. और इस प्रक्रिया के दौरान आप बी योजना पर काम करते हो और आप गेंदबाजों को इस बारे में बताते हो. हम ऐसे ही काम करते हैं.”

बुमराह के साक्षात्कार में भी देखने को मिला कि किस तरह टीम सबसे पहले आती है. कोहली ने कहा, “यहां तक कि मैच के बारे में बुमराह का साक्षात्कार भी इस बारे में था कि मैं कैसे टीम में योगदान दे सकता हूं. पर्थ में उसे विकेट नहीं मिले और उसने यहां जिस तरह गेंदबाजी की वह दिखाता है कि वह मायूस नहीं होता और उसे पता है कि कभी ना कभी विकेट मिलेंगे.”

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch