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बुश, चिदंबरम से केजरीवाल तक, पढ़ें कब-कब जूता बना हथियार

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में गुरुवार को एक शख्स ने पार्टी प्रवक्ता पर जूता फेंक दिया. जीवीएल नरसिम्हा राव जब कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तो कानपुर के रहने वाले डॉ. शक्ति भार्गव ने उनपर जूता फेंक दिया. शक्ति भार्गव भारतीय जनता पार्टी से नाराज थे. दरअसल, अगर इतिहास को देखें इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है कि जब नेताओं पर इस तरह जूते से प्रहार किया गया हो.

अरविंद केजरीवाल पर भी फेंका गया जूता

जूते की मिसाइल की सबसे ज्यादा मार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पड़ी है. अरविंद केजरीवाल पर कई बार सभाओं या रोड शो में जूता फेंका गया है. जूते के अलावा केजरीवाल पर कई बार काली स्याही और लाल मिर्ची से अटैक भी हो चुका है.

2013 में अरविंद केजरीवाल पर एक शख्स ने स्याही फेंककर हमला किया था. हमला करने वाले आरोपी ने खुद को अन्ना हजारे का सपोर्टर बताया था. इसके अलावा पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान मार्च 2014 में भी अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ था. चुनाव रैली के दौरान उन पर  कुछ अज्ञात लोगों ने स्याही और अंडे फेंके थे.

चिदंबरम पर भी फेंका गया था जूता

पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर भी जूता फेंका गया था. 2009 में जब वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तब एक शख्स ने उनपर जूता फेंका था. हालांकि, चिदंबरम पर ये जूता लगा नहीं था.

और किस-किस पर फेंका या उछाला गया जूता

–    2008 में इराकी पत्रकार मुंतजिर अल जैदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश पर जूता फेंका था. मुंतजिर अल जैदी को जूता कांड के बाद पूरे अरब वर्ल्ड में हीरो की तरह दर्शाया गया और उन पर ईनामों की बौछार की गई थी. दुनिया में इस तरह का ये पहला मामला था.

–    2009 में एक चुनावी सभा के दौरान कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर एक सभा में चप्पल फेंकी गई थी.

–    सितंबर 2010 में डब्लिन में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर पर एक जूता और एक अंडा फेंका गया था.

–  अप्रैल 2009 में एक चुनावी सभा के दौरान इलाहाबाद में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जूता फेंका गया था.

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