Saturday , November 23 2024

‘जय श्री राम’ का नारा लगाने वालों पर ममता का लाठीचार्ज, अब इस तरह जवाब देगी बीजेपी

कोलकाता/नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बैनर्जी को जय श्री राम के नारों से कुछ ज्‍यादा ही परहेज हैं । शायद इसीलिए ममता और उनके कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल राम के नाम के नारे लगाने वालों पर लाठियां बरसाने से भी नहीं चूक रहे । ममता के इस कदम से नाराज बीजेपी के एक नए बने सांसद ने उन्‍हें सबक सिखाने का नायाब तरीका ढूंढ निकाला है । सांसद ने मीडिया को बताया कि ममता दीदी को जय श्री राम के नाम से वो किस तरह सबक सिखाने की तैयारी कर रहे हैं ।

बीजेपी सांसद भेजेंगे पोस्‍ट कार्ड
बीजेपी के नव निर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह ने पीटाई से बातचीत में कहा कि वो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ”जय श्री राम” लिखा दस लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया है । उन्‍होने कहा, ”हमने मुख्यमंत्री के आवास पर 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया है जिन पर ‘जय श्रीराम लिखा होगा।” टीएमसी के विधायक रह चुके अर्जुन सिंह ने लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा का दामन थामा था ।

पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
दरअसल अर्जुन्‍ सिंह ने ये बयान तब दिया है जब इससे पहले ममता बनर्जी की पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी डंडे बरसा चुकीं थीं । पुलिस ने भाजपा के उन कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया जो उस स्थान के बाहर प्रदर्शन के दौरान ‘जय श्रीराम’ के नारे लगा रहे थे जहां तृणमूल कांग्रेस के नेता बैठक कर रहे थे। तृणमूल कांग्रेस के हवाले से खबर थी कि टीएमसी के नेता 24 परगना जिले के कांचरापाडा में जमा हुए थे, अपने उन कार्यालयों को वापस लेने की रणनीति बना रहे थे जिन्‍हें कथित रूप से बीजेपी द्वारा हथिया लिया गया । तृणमूल कांग्रेस नेताओं की नाराजगी
टीएमसी के नेता और राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का दावा है कि अर्जुन सिंह, बीजेपी नेता मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय के साथ मिलकर उनके लिए मुश्किल पैदा करने का षडयंत्र रच रहे हैं । उनका आरोप है कि शुभ्रांशु पिछले मंगलवार को ही टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए । वहीं पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार टीएमसी के कार्यकर्ता जहां बैठक कर रहे थे, उसके बाहर खड़े लोग कथित रूप से नारेबाजी कर रहे थे । उनके आरोप थे कि टीएमसी के कुछ नेता राज्‍य में अशांति फैलाने की तैयारी कर रहे हैं । ऐसे में पुलिस ने पहले तो उन्‍हे शांत कराने की कोशिश की, लेकिन जब स्थिति हाथ से फिसलती नजर आई तो लाठीचार्ज कर दिया गया ।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch