वॉशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) इस महीने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के दौरान अमेरिकी-भारतीय सामरिक साझेदारी के ‘एक महत्वाकांक्षी एजेंडे’ पर चर्चा करेंगे. पोम्पिओ 24 से 30 जून तक हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चार देशों- भारत, श्रीलंका, जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा करेंगे. यहां गौर करने वाली बात यह है कि पोम्पिओ पाकिस्तान के दौरे पर नहीं जाएंगे. यहां आपको बता दूं कि इतिहास रहा है कि जब भी कोई अमेरिकी राजनेता भारत आता है तो वह पाकिस्तान के दौरे पर जरूर जाता है. हालांकि इस बार पोम्पिओ के तय कार्यक्रम में अबतक पाकिस्तान दौरे पर जाने की बात नहीं कही गई है.
चार देशों की यात्रा पर आ रहे हैं पोम्पिओ
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्तागस ने मंगलवार को कहा कि पोम्पिओ की हिंद-प्रशांत के चार देशों की यात्रा का मकसद महत्वपूर्ण देशों के साथ अमेरिका की साझेदारियों को और मजबूत करना है ताकि मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत के साझा लक्ष्य को पाने की दिशा में आगे बढ़ा जा सके.
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी को चुनाव में हाल में मिली जीत उन्हें शानदार अवसर मुहैया कराती है, जब वह वैश्विक मंच पर अहम भूमिका निभाने वाले मजबूत एवं समृद्ध भारत के लिए अपने दृष्टिकोण को लागू कर सकते हैं.’
कोलंबो भी जाएंगे पोम्पिओ
उन्होंने विस्तृत जानकारी दिए बिना बताया कि मोदी और जयशंकर के साथ बैठक में पोम्पिओ ‘भारत और अमेरिका की सामरिक साझेदारी के लिए हमारे महत्वाकांक्षी एजेंडे पर चर्चा’ करेंगे.
पोम्पिओ नई दिल्ली से कोलंबो जाएंगे जहां वह ईस्टर के मौके पर हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ श्रीलंका के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाएंगे. इसके बाद पोम्पिओ जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में ओसाका (जापान) जाएंगे. इसके बाद वह दक्षिण कोरिया जाएंगे.