Friday , November 22 2024

ट्रेलर रिलीज से 2 दिन पहले जारी हुआ ‘बाटला हाउस’ का दमदार पोस्टर

बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम के अनुसार वर्तमान में वे अपने करियर के ‘पर्पल पैच’ में हैं, जो कि सही भी है. समय के साथ और सुनहरे पर्दे के अनुसार खुद को अभिनेता से निर्माता के रूप में ढालने वाले जॉन के अनुसार उनका अच्छा वक्त जल्द ही आने वाला है और आने वाले 5 साल उनके लिए ‘काफी महत्वपूर्ण’ साबित होंगे. बता दें, बॉलीवुड में आतंकवाद और उससे जुड़ी घटनाओं पर कई फिल्में बन चुकी हैं. इस सब्जेक्ट पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री काफी काम कर रही है. इसी कड़ी में अब नाम जुड़ा है एक्टर जॉन अब्राहम की फिल्म ‘बाटला हाउस’ का. सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म का एक दमदार पोस्टर सोमवार को जारी किया गया. फिल्म का ट्रेलर 10 जुलाई को रिलीज किया जाएगा. इस पोस्टर को जॉन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है.

दिल्ली के बाटला हाउस एनकाउंटर की कहानी
बता दें कि 2008 में दिल्ली के बाटला हाउस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की मौत हो गई थी. 19 सितंबर, 2008 को जामिया नगर के बाटला हाउस इलाके में दो संदिग्ध आतंकवादी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद को मारा गया था. ये दोनों आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के लिए काम करते थे. उस दौरान दो संदिग्ध मोहम्मद सैफ और जीशान को गिरफ्तार हुए थे जबकि इनका एक साथी आरिज खान भागने में कामयाब हो गया था. वहीं फिल्म में जॉन अब्राहम लीड रोल में नजर आएंगे. फिल्म का निर्देशन निखिल आडवाणी ने किया है. इसमें जॉन के अपोजिट एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर नजर आएंगी. इससे पहले रिलीज हुई फिल्म ‘रोमियो, अकबर, वाल्टर’ में जॉन अब्राहम ने एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाई थी. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक बिजनेस किया था.

हाल ही में जॉन ने कहा था, “देश-भक्ति ऐसी चीज है, जिसका अनुभव आपको अपने दिल में महसूस होना चाहिए और कहानी को संवेदनशील, विश्वसनीय, समझदार और जिम्मेदार तरीके से बयां करना चाहिए. अंध-राष्ट्रवाद की बात तब आती है जब आप अपना आस्तीन चढ़ा लेते हैं. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि कुछ फिल्में ऐसी हो सकती हैं, जो अवसरवादी बनने की चेष्टा में शीर्ष पर आ सकती हैं, लेकिन अगर ऐसी फिल्मों की बाढ़ आ जाए जो देश में उस वक्त जरूरतों को बयां करे तो मेरा मानना है कि यह पूरी तरह से जायज है.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch