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किसी की पतलून उतारने में सिर्फ दो मिनट लगते हैं, आखिर रमीज राजा ने पाकिस्तानी क्रिकेटर्स से ऐसा क्यों कहा

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर अब भी जारी है और इस महामारी की वजह से न सिर्फ क्रिकेट बल्कि दुनिया के सभी खेल ठप्प पड़े हैं. ऐसे में क्रिकेट जगत के सभी बड़े नाम सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. विराट कोहली (Virat Kohli) से लेकर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) तक, जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) से लेकर मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) तक, टीम इंडिया (Team India) का बड़े से बड़ा खिलाड़ी सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैन्स के साथ बातचीत कर रहा है. पाकिस्तानी खिलाड़ी भी अपने प्रशंसकों से सोशल मीडिया की मदद से वार्तालाप कर रहे हैं, लेकिन लगता है रमीज राजा (Rameez Raja) इस बात से कुछ खास खुश नहीं हैं. उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को एक खास नसीहत दे डाली है.

रमीज राजा की मानें तो पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त नहीं बिताना चाहिए क्योंकि अपने फैन्स या दूसरे खिलाड़ियों से बातचीत के दौरान पाकिस्तानी क्रिकेटर्स भावनाओं में बह जाते हैं और कोई भी ऊल जलूल बयान दे देते हैं. रमीज राजा का कहना है कि उनके देश के क्रिकेटर्स को इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए.

रमीज राजा ने अपने यू्ट्यूब चैनल पर इस मुद्दे पर बात की और कहा, ‘माइक जो है वो बहुत ही पावरफुल मीडियम है. 2 मिनट लगते हैं किसी की पतलून उतारने में. इसलिए हमें खास ख्याल रखने की जरूरत है कि जब हम किसी के बारे में बात करें तो सलीके और तरीके से बात करें. न कि किसी का दिल दुखाने वाली बात करें. हमें ऐसी बातें कहनी चाहिए, जिन्हें हजम किया जा सके. मैं यह सब इसलिए कह रहा हूं क्योंकि साइबर क्राइम में केस जा रहे हैं. क्रिकेट बोर्ड की लड़ाईया हो रही है एक-दो क्रिकेटर्स के साथ. खिलाड़ी जब कुंठित हो जाते हैं तो अपनी सीमाओं का ध्यान नहीं रख पाते. हालांकि इसके अलग तरीके भी हैं.’

रमीज राजा ने आगे कहा, ‘जैसे मैंने कहा कि माइक जो है वो बहुत ही पावरफुल मीडियम हैं और बहुत से पूर्व  क्रिकेटर्स ने अपने यूट्यूब चैनल खोल लिये है. कृपया इसका इस्तेमाल किसी पर निजी हमले के लिए न करें. इसकी वजहों से एफआरआई न हों. पूर्व और वर्तमान क्रिकेटर्स की रोजी-रोटी क्रिकेट पर निर्भर है. पाकिस्तान क्रिकेट ने पिछले एक महीने में केवल गलत सुर्खियां बटोरी हैं, जिससे उसकी छवि खराब हुई है. आप सिस्टम की कमियों पर बात करें, लेकिन बुद्धिमानी से. इस चीज का ध्यान रखने की बेहद जरूरत है.’

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