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बच्चे बार-बार पूछते हैं ‘पापा घर कब आओगे’, अफगानिस्तान में कई उत्‍तराखंड नागरिकों के साथ फंसे हैं देहरादून के नितेश राणा

देहरादून। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से दून के कई परिवारों की धड़कने बढ़ी हुई हैं। इंटरनेट मीडिया पर तालिबानी लड़ाकों के खौफनाक वीडियो यहां स्वजन का इंतजार कर रहे लोग की परेशानी और बढ़ा रहे हैं। दून के रितेश राणा का परिवार भी इसमें से एक है। काबुल एयरपोर्ट पर अपनी टिकट होने का इंतजार कर रहे रितेश अपने परिवार से बराबर काल, वीडियो काल और संदेश भेजकर बात कर रहे हैं, लेकिन उनके परिवार का कहना है कि सुरक्षित घर नहीं पहुंचने तक उनकी चिंता खत्म नहीं होगी। जितनी दफा रितेश घर फोन करते हैं, उनकी बच्चे पूछ पड़ते हैं कि ‘पापा घर कब आओगे”

रितेश का परिवार नेहरूग्राम में रहता है। परिवार में उनकी पत्नी पूनम राणा, एक बेटी, एक बेटा, मां-पिता और उनके बड़े भाई एवं भाभी रहते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा शुरू होने की खबर आने के बाद ही परिवार में हड़कंप मच गया। फोन पर रितेश से बात हुई तो उन्होंने बताया कि वह जल्द वतन लौटने की कोशिश करेंगे। उनकी पत्नी पूनम ने बताया कि रितेश को दो दिन किसी होटल में जगह मिल गई थी। गुरुवार सुबह ही वह काबुल एयरपोर्ट पहुंचे। यहां वह करीब 140 भारतीयों के साथ फंसे हुए हैं। रितेश पूर्व सैनिक रह चुके हैं और अफगानिस्तान में एक निजी कपंनी में सिक्योरिटी विभाग में नौकरी करते हैं। उनकी कंपनी ने उनकी टिकट करवा कर उन्हें वतन वापस भेजने का आश्वासन दिया है।

पूनम ने बताया कि रितेश हर आधे से एक घंटे में अपनी खैर-खबर दे रहे हैं, लेकिन रितेश की 12 साल की बेटी और चार साल का बेटा वीडियो काल में उन्हें चिंतित देख जल्दी वापस आने को कहते हैं। पूनम ने कहा कि वहां उन पर क्या बीत रही है, हम जानते हैं, लेकिन वह अपनी परेशानियां छुपा कर जल्द वापस लौटने का आश्वासन दे रहे हैं। उधर, गुरुवार को पुलिस की टीम भी नेहरूग्राम स्थित उनके आवास पर पहुंची और रितेश की जानकारी जुटाई।
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