Friday , November 22 2024

आक्रांताओं को पढ़ाया, अपने राजाओं को नहीं… अक्षय कुमार ने सोमनाथ, काशी, मुगल काल का जिक्र इतिहास पर उठाया सवाल

सम्राट पृथ्वीराज मूवी की रिलीज से पहले अभिनेता अक्षय कुमार ने देश में इतिहास की पढ़ाई को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमें जो इतिहास पढ़ाया गया है, उसमें हमारे राजाओं जैसे महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान के बारे में बहुत कम बताया गया है। अक्षय कुमार ने इतिहास को बैलेंस करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि मैं एजुकेशन मिनिस्टर से अपील करना चाहूंगा कि इस मामले को देखें। हमें बैलेंस करना चाहिए। मैं यह नहीं कहता कि हमें मुगलों के बारे में नहीं जानना चाहिए, लेकिन हमें अपने राजाओं के बारे में भी जानना चाहिए। वे भी महान थे और यह जानकारी हर किसी को बताना चाहिए। बच्चों को महाराणा प्रताप के बारे में जानना चाहिए।

द्विवेदी ने किया सवाल- सोमनाथ और काशी विश्वनाथ को किसने तोड़ा था

इस दौरान फिल्म निर्माता चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि मैं सांस्कृतिक पुनरुत्थान और मंदिरों के दोबारा निर्माण को गलत नहीं मानता। उन्होंने कहा कि आखिर हम सोमनाथ और वाराणसी क्यों गए? हम जानते हैं कि भारत की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी है। गंगा और हिमालय हमारे इतिहास के साक्षी हैं, यह हमारी भावना की बात है। इस देश में बहुत डिबेट चल रही है। इसलिए मेरे मन में था कि लोगों को याद दिलाया जाए कि पहली बार काशी विश्वनाथ मंदिर को कुतुबुद्दीन ने तोड़ा था। मूवी में सोमनाथ का भी जिक्र आता है। सोमनाथ को कई बार तोड़ा गया और लोगों के सामने यह प्रश्न था कि क्या उसे यूं ही छोड़ दिया जाए। लेकिन 1947 में सरदार पटेल, कन्हैया लाल मुंशी और राजेंद्र प्रसाद समेत कई नेताओं ने प्रयास किए। 1192 के बाद से देश गुलाम रहा और देश ने बहुत कुछ सहा। अब यह समय है, जब पुनरुत्थान होना चाहिए और उसका प्रतीक सोमनाथ मंदिर बना था।

इस दौरान अक्षय कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जिस भी व्यक्ति से बात करते हैं, उसके अनुसार खुद को ढाल लेते हैं। उनका इंटरव्यू लिए जाने के सवाल पर अक्षय कुमार ने कहा कि यह मेरा काम नहीं था, लेकिन मुझे खुशी हुई कि उनके साथ बैठने का मौका मिला। अक्षय कुमार ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी किसी को भी असहज नहीं कराते हैं और उसके मुताबिक बात करते हैं। यही वजह है कि वह हर किसी से जुड़ जाते हैं और लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch