Monday , November 25 2024

‘डूड, आई हैव गॉट न्यूज’: जब आफताब ने किए टुकड़े-टुकड़े गर्भवती थी श्रद्धा? हत्या के दिन का चैट आया सामने, जानिए क्या-क्या हुई बात

क्या जब हत्या हुई 27 साल की श्रद्धा वाकर (Shraddha Walker Murder) गर्भवती थी? उसके शव के 35 टुकड़े करने वाले 28 साल के आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla) के रवैए को देख पुलिस को यह शक हुआ है। अब इस एंगल से भी पुलिस जाँच कर रही है। वहीं रिपब्लिक वर्ल्ड ने 18 मई 2022 का श्रद्धा का चैट एक्सेस करने का दावा किया है। इसी दिन उसकी हत्या हुई थी।

दिल्ली पुलिस को शक है कि हत्या के वक्त श्रद्धा गर्भवती थी। वैसे इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि हत्या के इतने महीने बाद हड्डियों से उसके गर्भवती होने का पता लगाना मुश्किल है। ऐसे में मोबाइल, चैट और घर से मिले डॉक्टरी पर्चे से ही शायद यह राज खुले।

एक अन्य रिपोर्ट में मराठी अभिनेत्री संगीता पाटिल और सागरिका सोना सुमन का हवाला देकर बताया गया है कि श्रद्धा करीब साल भर पहले गर्भवती हुई थी। वह आफताब से शादी कर इस बच्चे को पिता का नाम देना चाहती थी। कथित तौर पर श्रद्धा ने यह बात साल भर पहले मुंबई के जुहू बीच पर चले एक सफाई कैंपेन में हिस्सा लेते हुए खुद कहा था। यहीं पाटिल और सुमन से उसकी मुलाकात हुई थी।

सुमन के अनुसार, “श्रद्धा ने 3-4 लोगों से यह बात बताई थी कि वह गर्भवती है और आफताब के साथ शादी कर अपने बच्चे को इस दुनिया में लाना चाहती है। लेकिन आफताब बच्चा नहीं चाहता था। उसने श्रद्धा से गर्भपात कराने को कहा था।

फोटो साभार: रिपब्लिक टीवी

फिर उसकी सहेली ने 4 महीने बाद 24 सितंबर को उसे दोबारा मैसेज भेजा और उसके पूछा, “कहाँ हो तुम? क्या तुम सुरक्षित हो।” श्रद्धा की दोस्त ने 15 सितंबर को इंस्टाग्राम पर आफताब से भी उसके बारे में पूछा, उसको फोन भी किया, लेकिन आफताब ने कोई जवाब नहीं दिया।

फोटो साभार: रिपब्लिक टीवी

श्रद्धा की हत्या आफताब ने 18 मई 2022 को कर दी थी। इसके बाद उसने उसके शव के 35 टुकड़े किए थे। कई दिनों तक वह शव के टुकड़े दिल्ली के महरौली के जंगलों में फेंकता रहा था। 15 नवंबर को शवों के अवशेष की बरामदगी के लिए पुलिस आफताब के लेकर जंगल में गई थी। 10 बॉडी पार्ट्स मिलने की बात कही जा रही है। हालाँकि ये श्रद्धा के ही हैं, इसकी पुष्टि फोरेंसिक और डीएनए जाँच के बाद ही हो पाएगी।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch