नई दिल्ली। चीन में कोरोना की नई आफत लाने वाले नए BF.7 वैरिएंट ने भारत में भी दस्तक दी है। गुजरात से लेकर तेलंगाना और कर्नाटक तक इसके कुछ मामले मिले हैं। इसके चलते देश में नई लहर का डर भी बढ़ा है। इसकी वजह यह कहा जाना है कि यह नया वैरिएंट तेजी से फैलता है। हालांकि भारत में अब भी हालात बेहतर हैं और बीते एक दिन में 196 नए केस ही सामने आए हैं। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 3,428 हो गई है। देश भर के इस डेटा को देखें तो चिंता की कोई बात नहीं है, लेकिन दो राज्य थोड़ी फिक्र बढ़ा देते हैं। ये दोनों राज्य हैं, कर्नाटक और केरल। इन दोनों राज्यों में ही देश भर के केसों के मुकाबले 80 फीसदी केस हैं। एक तरफ कर्नाटक में 1221 एक्टिव केस हैं तो वहीं केरल में 1397 सक्रिय मामले है।
कोरोना की नई लहर के डर के बीच चिंता बढ़ा रहे दो राज्य, यहीं हैं 80 फीसदी एक्टिव केस
दोनों ही राज्यों में एक बड़ी आबादी है, जो विदेश में बसी है। ऐसे में प्रवासी भारतीयों के आवागमन के चलते यहां केस बढ़ने की आशंका अधिक है। इन दो राज्यों के बाद तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां फिलहाल 148 सक्रिय मामले हैं। चौथे नंबर पर ओडिशा है, जहां फिलहाल 101 सक्रिय केस हैं। इन 4 राज्यों के अलावा देश के सभी राज्यों में 100 से कम ही मामले हैं। खासतौर पर यूपी जैसे सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में 57 केस हैं, जबकि बंगाल में 53 मामले हैं। इसके अलावा राजस्थान में 89 और पंजाब में 37 केस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में फिलहाल 46 एक्टिव केस हैं।
राहत की बात यह है कि अब भी देश में 11 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या जीरो ही है। इनमें पूर्वोत्तर के ही 5 राज्य त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर शामिल हैं। इसके अलावा लक्षद्वीप, झारखंड, दादर एवं नागर हवेली, असम, अरुणाचल प्रदेश एवं अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी कोई एक्टिव केस फिलहाल नहीं है। इस तरह एक तरफ दो राज्यों में 80 फीसदी सक्रिय मामले हैं तो वहीं 11 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश उम्मीद बंधा रहे हैं, जहां फिलहाल कोरोना का कोई भी सक्रिय केस नहीं है।