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उमेश पाल की हत्या में असद के साथ शामिल थे चारों भाई, प्रयागराज पुलिस की चार्जशीट में बड़ा खुलासा

प्रयागराज। विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह और वकील रहे उमेश पाल की सरेआम बीच सड़क पर हत्या मामले में प्रयागराज पुलिस ने अपनी चार्जशीट दायर की है। इस चार्जशीट में कई अहम खुलासे हुए हैं। सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ है कि उमेश पाल की हत्या में माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अहमद ही नहीं, अन्य सभी बेटे शामिल थे। हत्याकांड की साजिश रचने के मामले में अतीक के बेटों मोहम्मद उमर, अली अहमद और दोनों नाबालिगों को भी आरोपी बनाया गया है। 24 फरवरी को प्रयागराज में सरेराह राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। इस दौरान असद अहमद को सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर देखा गया था। इस हत्याकांड में करीब 11 लोगों को नामजद किया गया था। हालांकि, पुलिस की जांच के बाद जो चार्जशीट दायर हुई है, उसमें अतीक के नाबालिग बेटों का जिक्र है। उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक के दोनों नाबालिग बेटों को पुलिस ने उठाया था। दोनों को रिमांड होम में रखा गया है। वहीं, दो अन्य बेटे उमर और अली अभी जेल में बंद हैं।

सौलत हनीफ पर भी खुलासा

उमेश पाल मर्डर मामले में वकील सौलत हनीफ पर भी आरोप लगे थे। उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस मामले में पुलिस की पूछताछ में सौलत ने अतीक की संपत्ति और काले कारोबार के बारे में कई खुलासा किया। चार्जशीट में दावा किया गया है कि अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ ने अपने आईफोन से उमेश पाल के साथ-साथ उसकी पत्नी जया पाल की तस्वीर भी असद को भेजी थी।
दोनों नाबालिग पर लगा आरोप

उमेश पाल की हत्या मामले में दोनों नाबालिग पर भी गंभीर आरोप लगा है। हत्या से तीन दिन पहले 21 फरवरी को उमेश पाल की रेकी की गई थी। पुलिस की चार्जशीट में कहा गया है कि इस रेकी में सदाकत को लगाया गया था। हालांकि, उसके साथ असद अहमद और उसके दोनों नाबालिग भाई भी शामिल थे। सदाकत के साथ मुस्लिम हॉस्टल में 18 फरवरी को एक बैठक हुई थी। बैठक में मोहम्मद गुलाम के साथ अतीक का नाबालिग बेटा भी शामिल था। असद ने व्हाट्सएप कॉल पर साबरमती जेल से उनकी अतीक अहमद से बात कराई थी।

नैनी जेल मुलाकात की भी चर्चा

चार्जशीट में अतीक के छोटे भाई दानिश अजीम उर्फ अशरफ को इस मामले में पहले ही आरोपी बनाया था। 11 फरवरी को बरेली जेल में अशरफ की शूटरों से मुलाकात हुई थी। इसका सीसीटीवी फुटेज भी लीक हुआ था। इस मुलाकात के बाद सदाकत और मोहम्मद गुलाम ने 13 और फरवरी को नैनी जेल में बंद अली अहमद से मुलाकात की थी। इन तमाम मुलाकातों का मकसद उमेश पाल की हत्या को अंजाम देना था।
सदाकत भाग गया था गांव

सदाकत उमेश पाल हत्याकांड की वारदात को अंजाम दिए जाने को लेकर तमाम मीटिंग्स में शामिल रहा था। लेकिन, हत्याकांड से दो दिन पहले 22 फरवरी को वह प्रयागराज छोड़कर गांव भाग गया। इस पर गुड्‌डू मुस्लिम खासा नाराज हुआ था। उसने सदाकत को व्हाट्सएप कॉल किया। उससे कहा कि मोहम्मद गुलाम से बात करो। तुम कहां भाग गए?
पुलिस ने चार्जशीट में लगाया सीसीटीवी फुटेज, फोटो

पुलिस ने अपनी चार्जशीट में 11 फरवरी को बरेली जेल में अशरफ से शूटरों की मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज लगाया है। इसके अलावा 7 अन्य फोटो को भी चार्जशीट में लगाया गया था। साथ ही, 13 और 15 फरवरी को नैनी जेल में अली से सदाकत, मोहम्मद गुलाम और गुड्डू मुस्लिम की मुलाकात की चार तस्वीरें भी चार्जशीट में बतौर सबूत लगाई गई हैं।
अतीक ने वकील को दिया था आईफोन

माफिया अतीक अहमद के बेटे असद ने अपने वकील खान शौलत हनीफ को आईफोन दिया था। उसने फेस टाइम पर अन्य लोगों से बात करने के लिए आईफोन दिया था। इसी आईफोन से खान शौलत हनीफ ने असद को उमेश पाल के साथ-साथ उसकी पत्नी जय पाल की तस्वीर भेजी थी। पुलिसिया पूछताछ के दौरान भी यह मामला सामने आया था।

शाइस्ता को लेकर भी खुलासा
उमेश हत्याकांड में उमेश पाल की पत्नी शाइस्ता परवीन की संलिप्तता का भी जिक्र चार्जशीट में किया गया है। चार्जशीट में कहा गया है कि शाइस्ता और असद ने ड्राइवर कैश अहमद, नौकर राकेश लाला, अरशद कटरा, नियाज अहमद, इकबाल अहमद उर्फ मोहम्मद सजर को 80-80 हजार रुपए दिए थे। शाइस्ता परवीन की ओर से ही हत्याकांड के लिए राइफल उपलब्ध कराए गए थे। असद के कहने पर ही शाहरुख उर्फ शमशेर ने राइफल शूटरों की क्रेटा कार में रखी थी। शाइस्ता ने इस कार्य के लिए शाहरुख को 50 हजार रुपए दिए थे। यूपी एसटीएफ की ओर से उमेश कांड के बाद एक अप्रैल को प्रयागराज से शाहरुख उर्फ शमशेर को गिरफ्तार किया था।
सदाकत ने गुलाम से की थी 55 बार बात
उमेश पाल हत्याकांड को लेकर सदाकत और मोहम्मद गुलाम के बीच लगातार बात हो रही थी। कॉल डिटेल से जानकारी सामने आई है। चार्जशीट में कहा गया है कि साजिश के दौरान सदाकत ने गुलाम से 55 बार बात की। सदाकत के फोन नंबर 831#####00 से एनकाउंटर में मारे गए शूटर मोहम्मद गुलाम के मोबाइल नंबर 995######9 पर 55 बार कॉल किए जाने की बात सामने आई है। यह नॉर्मल कॉल थे। बाद में कॉल करने का तरीका बदल गया। 6 फरवरी के बाद से सदाकत और गुलाम के बीच व्हाट्सएप कॉल पर बात होने लगी।
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