अनुभवी ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क अपनी नेशनल टीम पर ध्यान देने के चलते साल 2015 से आईपीएल खेलना बंद कर चुके थे। 2018 के ऑक्शन में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने उन्हें 9.4 करोड़ रुपये की भारी-भरकम देकर खरीदा था हालांकि हड्डी फ्रैक्चर होने के चलते, वह पूरे सीजन में एक भी मैच नहीं खेल पाए थे। अब केकेआर ने 24 करोड़ 75 लाख रुपये में खरीदकर उन्हें आईपीएल इतिहास का सबसे महंगा प्लेयर बना दिया। हाल ही में खत्म हुए वनडे विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को चैंपियन बनाने में भी स्टार्क की अहम भूमिका रही, 10 मैच में उन्होंने 16 विकेट झटके। चलिए आपको वो 5 कारण बताते हैं जिनके चलते मिचेल स्टार्क आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए।
तूफानी लेफ्ट आर्म पेसर
6 फीट 6 इंच लंबे मिचेल स्टार्क जिस रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं, वो भयानक है। लंबे रन अप से गेंद फेंकने से उन्हें एक ताकतवर पुश मिलता है। कोई भी टीम चाहेगी कि उनके पास एक तेज गेंदबाज हो, जो बाएं हाथ से स्पेशल एंगल निकाले। शुरुआती ओवर्स में स्विंग से विकेट दिलाए और डेथ ओवर्स में पंजातोड़ यॉर्कर से स्टंप्स तोड़ दें। स्टार्क की यही ताकत उन्हें दूसरे गेंदबाजों से अलग बनाती है।