ब्रिस्टल। बेन स्टोक्स से जुड़े झगड़े के मामले की सुनवाई कर रही अदालत को बताया गया कि इंग्लैंड के इस क्रिकेटर ने अपना आपा खो दिया था और सड़क पर हुई लड़ाई में दो लोगों को पीटकर बेहोश कर दिया था.
अभियोजन पक्ष के वकील निकोलस कोर्सेलिस ने दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में ब्रिस्टल क्राउन कोर्ट में ज्यूरी से कहा कि ‘स्टोक्स बदले, प्रतिशोध या सजा देने के इरादे से काम कर रहे थे और हिंसा से जुड़े थे.’
एजबस्टन में पहले टेस्ट में भारत के खिलाफ इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले 27 साल के स्टोक्स के अलावा इस मामले में रेयान अली और रेयान हेल के खिलाफ भी सुनवाई हो रही है. इन तीनों ने झगड़ा करने के आरोपों से इनकार किया है.
अभियोजन पक्ष के वकील ने बताया कि ‘पिछले साल 25 सितंबर को ये भी ब्रिस्टल नाइटक्लब में शराब पी रहे थे. जब रात को दो बजे उन्हें क्लब में एंट्री नहीं मिली तो स्टोक्स ने पहले उस रात एक शख्स के समलैंगिक होने के कारण उसका मजाक उड़ाया और उसके मुंह पर सिगरेट बट फेंक दिया था.’
कोर्सेलिस ने बताया कि ‘झगड़ा रात दो बजे के बाद बाहर हुआ. आरोप लगाया गया है कि ये सभी एक दूसरे को धमकाने और गैरकानूनी हिंसा के मामले में संलिप्त थे.’
कोर्सेलिस ने कहा कि ‘सिर्फ अभियुक्त ही बता सकते हैं कि यह झगड़ा कैसे शुरू हुआ और इसे तुरंत रोका जा सकता था.’
उन्होंने कहा, ‘घटना के बाद स्टोक्स ने अपना आपा खो दिया और बदले, प्रतिशोध और सजा देने के इरादे से हमला शुरू कर दिया. यह आत्मरक्षा या किसी अन्य की रक्षा से इतर था.’
कार्सेलिस ने कहा, ‘उसने हेल को बेहोश कर दिया और फिर उसने अली के साथ भी ऐसा ही किया.’
उन्होंने कहा, ‘अली को काफी चोटें आई और उनकी आंख में भी चोट लगी जिसके कारण उन्हें अस्पताल में उपचार कराना पड़ा. आसपास मौजूद लोग इससे स्तब्ध थे.’
बाकी दोनों आरोपियों के संदर्भ में कोर्सेलिस ने कहा, ‘अली ने शुरुआत में बोतल का इस्तेमाल किया और अंत में हेल ने टूटे हुए स्ट्रीट साइन से प्रहार किया.’
इस घटना के बाद स्टोक्स को निलंबित कर दिया गया था और वह इंग्लैंड की ओर से एशेज में नहीं खेल पाए थे जिसे आस्ट्रेलिया ने 4-0 से जीता था.
इसके बाद वह हालांकि न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में खेले. एजबस्टन में पहले टेस्ट में भारत पर इंग्लैंड की जीत में स्टोक्स ने अहम भूमिका निभाई थी.
स्टोक्स के अलावा दो अन्य व्यक्ति इस मामले में जमानत पर चल रहे हैं.
इस पूरे मामले में अभी सज़ा का एलान होना बाकी है.