बैंकॉक। दक्षिणी लाओस में एक बांध के ढह जाने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गयी है जबकि कई लोग अब भी लापता हैं. एक सप्ताह पहले हुई इस भीषण त्रासदी में पूरा का पूरा गांव और खेत-खलिहान बह गये. 23 जुलाई को बांध ढहने की घटना के बाद से इस आपदाग्रस्त क्षेत्र में मृतकों एवं लापता लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. बहरहाल इस घटना ने पूरे वैश्विक मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. दक्षिणी अट्टापेऊ प्रांत में एक अधिकारी ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ी है और एक सप्ताह पहले बांध ढहने के बाद से कई लोग अब भी लापता हैं.
प्रांत का बड़ा हिस्सा पानी से भरा हुआ है. अट्टापेऊ के उप गवर्नर ओनला जयासिथ ने कल संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों से चल रहे अभियान में बचाव टीम ने अब तक 31 शवों को बाहर निकाला है जबकि लापता लोगों की संख्या 130 है. ’’
आपदा के बाद से मरने वालों एवं लापता लोगों की संख्या घट-बढ़ रही है क्योंकि अधिकारियों एवं सरकारी मीडिया की सूचना में अंतर है. 1.2 अरब डॉलर की लागत से बना यह बांध दक्षिण कोरिया, लाओशियाई और थाई कंपनियों का मिला-जुला उद्यम है. लाओस के सबसे गरीब प्रांतों में से एक इस प्रांत में भारी बारिश के बाद पिछले सप्ताह बांध ढह गया जिससे कई गांव जलमग्न हो गये.लाओस के ऊर्जा एवं खनन मंत्री खम्मैनी इनथिराथ ने आशंका जतायी कि खराब निर्माण कार्य के चलते यह घटना हुई होगी और सरकार मामले की आधिकारिक जांच शुरू करेगी.