कानपुर। 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने चुनावी प्रचार की शुरुआत कानपुर से विजय शंखनाद रैली करके की थी. 13 अक्टूबर 2014 को पहली बार उत्तर प्रदेश के कानपुर से चुनाव प्रचार का प्रारंभ किया था. बीजेपी की नगर इकाई ने इतिहास दोहराने की बात करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि अपनी चुनावी रैली की शुरुआत कानपुर से करें. 2014 की चुनावी रैली में 7 लाख से ज्यादा लोग उन्हें सुनने के लिए पहुंचे थे.
बीजेपी जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए कानपुर बहुत ही शुभ है. उन्होंने कानपुर से 2014 के लोकसभा चुनाव की शुरुआत कानपुर से की थी. कानपुर की जनता के साथ ही पूरे प्रदेश की जनता के वो रोल माडल बने थे. चुनाव के बाद जब परिणाम आए तो बीजेपी को 80 में से 73 सीटें उन्हें मिली थीं, जिसकी वजह से केंद्र सबसे स्थिर सरकार बनी.
प्रधानमंत्री जिस कुर्सी पर बैठे थे वो कुर्सी आज भी बीजेपी कार्यालय में शो केस में रखी है. जब भी प्रधानमंत्री कानपुर आए हम लोगों ने उन्हें वही कुर्सी बैठने के लिए दी. हम सभी चाहते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से इतिहास दोहराया जाए. प्रधानमंत्री अपने चुनावी रैलियों की शुरुआत कानपुर से करें और बीजेपी का लोकसभा में टारगेट 75 सीटों का है. बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता इस टारगेट को पाने के लिए जीजान लगा देगा.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की जब रैली होती है तो विपक्ष के माथे पर पसीना आ जाता है. यही वजह है कि पूरा विपक्ष एक होकर प्रधानमंत्री को टक्कर देने की जुगत में लगे हैं. प्रधानमंत्री के सामने पूरा विपक्ष बिखरा हुआ नजर आएगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी एक बार फिर पूर्ण बहुमत से सत्ता पर काबिज होगी.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री जी से आग्रह किया है कि अपने चुनावी रैली की शुरुआत कानपुर से करें. 2014 लोकसभा चुनाव के इतिहास को दोबारा दोहराए. शहर की जनता आप को सुनना चाहती है.