मेरठ। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (NRC) के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बिना किसी लाग-लपेट के कहा कि हम बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश में नहीं रहने देंगे, लेकिन जो हिंदू शरणार्थी हैं, उनको पूरा सम्मान देंगे. लिहाजा एनआरसी को लेकर हिंदू शरणार्थियों को घबराने की कतई जरूरत नहीं है.
अमित शाह का यह बयान उत्तर प्रदेश में चल रही बीजेपी कार्यसमिति की बैठक के दौरान आया है. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बीजेपी कार्यसमिति का मंथन चल रहा है. आज इस मंथन कार्यक्रम का दूसरा और आखिरी दिन है.
रविवार को बैठक में पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं को इस बार के लोकसभा चुनाव में साल 2014 से एक सीट ज्यादा जीतने का संकल्प दिलाया. शाह ने राज्य के पार्टी नेताओं से कहा कि महागठबंधन से घबराने की जरूरत नहीं है. आप मोदी और योगी सरकार की योजनाओं को जनता के बीच लेकर जाएं.
सूत्रों में मुताबिक अमित शाह ने प्रदेश कार्यसमिति के नेताओं से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 73 से एक सीट ज्यादा यानी 74 सीटों पर जीत दर्ज करनी है. मालूम हो कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने सहयोगी ‘अपना दल’ के साथ मिलकर 73 सीट जीती थीं.
इससे पहले शुक्रवार को आजतक से खास बातचीत में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एनआरसी को देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बताया था. उन्होंने कहा था कि एनआरसी और घुसपैठियों का मुद्दा बीजेपी का एजेंडा नहीं है, बल्कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है. देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना बीजेपी का एजेंडा नहीं हो सकता है.
शुक्रवार को शाह ने कहा था कि एनआरसी सवा सौ करोड़ देशवासियों और सुरक्षा का एजेंडा है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा था. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था, ‘आखिर कांग्रेस ने इतने समय तक क्यों नहीं घुसपैठियों को चिन्हित किया? हमने घुसपैठियों को चिन्हित करने का साहस दिखाया और इनको वापस भेजने के लिए भी कदम उठाएंगे.’ उन्होंने यह भी दावा किया कि एनआरसी में किसी भी भारतीय का नाम नहीं छूटेगा.