नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (10 अगस्त 2018) को वर्ल्ड बायोफ्यूल डे के मौके पर कचरे से बायोफ्यूल बनाने पर जोर दिया. इस कार्यक्रम में उन्होंने वैकल्पिक माध्यमों से बिजली बनाने, प्रदूषण को कम करने, वैकल्पिक ऊर्जा का प्रसार करने की अपनी सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया. नई दिल्ली में कार्यक्रम में उन्होंने एक किस्सा सुनाया. ये किस्सा एक चायवाले का था, जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह वह नाले में पाइप डालकर चाय बनाता था. इसके बाद कई लोगों ने उन्हें इस बात पर ट्रोल करने की कोशिश की है. ऐसा ही एक ट्वीट आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने किया.
इसी मुद्दे पर आशुतोष ने ट्वीट करते हुए लिखा, अभी अभी मुझे पता चला है कि देश में गैस की समस्या खत्म हो गई है. एक महान वैज्ञानिक ने एक नायाब आविष्कार किया है.
अभी अभी मुझे पता चला है कि देश में गैस की समस्या खत्म हो गई है । एक महान वैज्ञानिक ने एक नायाब आविष्कार किया है ।
— ashutosh (@ashutosh83B) August 13, 2018
आशुतोष के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जाने लगा. कुछ लोगों ने उन्हें उन स्टोरीज का उदाहरण देकर बताया कि ऐसा देश में हो रहा है. वह इस बारे में पहले पढ़ें फिर उस पर कोई कमेंट करें.
Thoda padhe likhe hote tohttps://t.co/hO4eWYCzqw
— Valar Dohaeris (@Aham_Bhram_Asmi) August 13, 2018
Avishkaar bahut puraana hai ye video dekh lo agar pata naa ho to. Thoda padha likha karo, din bhar modi modi karte rahoge to dimaag bhee pappu ke jaisa LUL ho jaayega. Dekho https://t.co/oMONwh35g3
— Lovely (@lovely9821) August 13, 2018
माननीय आशुतोष जी कृपया लोंगो को हतोत्साहित तो न करे।वह बिना बोले कुछ करने का प्रयास कर रहे है।आपको प्रोत्साहित करना चाहिए।आशा है भविष्य में आप इसका ध्यान रखेंगे।
— Devrishi Sharma (@DevrishiSharm10) August 13, 2018
रिपोर्टर – सुना है अविष्कार एक बीजेपी समर्थक भक्त ने किया है आपका क्या कहना है ?
आशुतोष – ये वैज्ञानिकों से बड़े वैज्ञानिक बन रहे हैं, इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नही है।
रिपोर्टर – वो भक्त आदिवासी समुदाय से आता है..
आशुतोष – किसने कहा ऐसा नही हो सकता है, मीथेन गैस ही तो है।— sharma kanwariya… (@Sachinsharma864) August 13, 2018
ये था चाय का किस्सा…
पीएम मोदी ने पहला किस्सा नाले से निकलने वाली गैस से चाय बनाने का सुनाया. ये किस्सा छत्तीसगढ़ का बताया जा रहा है. इस चायवाले को छत्तीसगढ़ की सरकार पुरस्कृत भी कर चुकी है. पीएम ने कहा, ‘मैंने एक बार अखबार में पढ़ा था, किसी छोटे से नगर में एक नाले के पास कोई चाय का ठेला लेकर खड़ा रहता था और चाय बेचता था. जब चाय बनाने की बात आती है तो मेरा ध्यान थोड़ा जल्दी जाता है (इस पर कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग तालियां बजाते हुए हंस पड़े).’ पीएम ने आगे कहा, ‘वहीं पर गंदी नाली चलती थी. उसके दिमाग में एक विचार आया. स्वाभाविक है कि गंदी नाली में गैस भी निकलती है. दुर्गंध भी आती थी. उसने एक बर्तन को उल्टा करके, उसमें छेद करके एक पाइप डाल दिया और जो गटर से गैस निकलती थी उसे अपने चाय के ठेले पर ले लिया. इसके बाद वह इसी गैस से चाय बनाने लगा. सिंपल सी टेक्नोलॉजी है.’