नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) अब इस दुनिया में नहीं रहे. नई दिल्ली के एम्स में लंबे इलाज के दौरान 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वाजपेयी के निधन की खबर के साथ ही पूरे देश में शोक की लहर है. उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई शीर्ष नेताओं ने दुख जताया.
वाजपेयी के निधन की खबर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर कहा कि उनकी प्रेरणा, मार्गदर्शन हर भारतीय को, हर बीजेपी कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने एम्स पहुंच उनका हाल जाना था. भारतीय जनता पार्टी ने देश में अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है.
बड़े अपडेट्स –
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और 2009 से ही व्हीलचेयर पर थे. कुछ समय पहले भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था.
अटल बिहारी वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे. वो बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता थे. 25 दिसंबर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था.