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मोमो चैलेंज के लिए उकसाने वाला छात्र हिरासत में, ISD नंबर का करता था इस्तेमाल

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर ब्लू व्हेल के बाद एक बार फिर से एक चैलेंज ने लोगों की नींद उड़ा रखी है. मोमो चैलेंज नाम के इसफेसबुक और वाट्सअप गेम ने लोगों में खौफ पैदा कर दिया है. जलपाईगुड़ी में दो दिन पहले एक फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट को मोमो चैलेंज के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने एक कॉलेज छात्र को हिरासत में लिया है.

जलपाईगुड़ी केएसपी अमिताभ माईति का कहना है कि आरोपी प्रीतम साहा एप डाउनलोड करके उसमें मोमो चैलेंज की तस्वीर चिपका के लोगों को भेजता था. प्रीतम जलपाईगुड़ी के देशबंधु इलाके का रहने वाला है और उसने पिछले साल ही कोलकाता के पैलान कॉलेज में एडमिशन लिया था. मगर पिता के बीमार होने के बाद घर की माली हालत बिगड़ गई और प्रीतम को कॉलेज छोड़ना पड़ा. प्रीतम की मां संपा साहा होम कैटरिंग का काम करती हैं.

जलपाईगुड़ी लौटने के बाद प्रीतम ने वहीं के पेएसी कॉलेज में दाखिला लिया. मां का कहना है कि बेटे ने बिना सोचे समझे ये सब कर दिया उसको माफ़ कर देना चाहिए. केएसपी का कहना है कि मगर इस घटना में एक चीज जांच का विषय है कि लड़के ने आईएसडी नंबर का इस्तेमाल किस तरह से किया गया होगा और क्या प्रीतम ही लोकल एडमिन है? या सिर्फ मजे के लिए उसने ऐसा किया? इनही सब कारणों का पता करने के लिए cid cyber crime को केस सौपा गया है.

क्या है मोमो चैलेंज 
मोमो वॉट्सअप एक कॉटेक्ट नंबर है जो वॉट्सअप पर शेयर किया जा रहा है. ऐसा कहा जाता है कि इसे शेयर करने और इस नंबर को एड करने के बाद एक डरावने चेहरे वाली लड़की की तस्वीर आती है. इस नंबर को एड करने के बाद इस पर कई सारी ऐसी चीजें शेयर होती हैं जो इंसान को धीरे-धीरे सुसाइड करने के लिए उकसाती हैं. साल 2016 में ब्लू व्हेल गेम ने पूरी दुनिया में आतंक फैला दिया था जिसका असर देश पर भी हुआ था. दुनिया भर में इस गेम के चक्कर में कई बच्चों में मौत को गले लगा लिया था.

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