नई दिल्ली। ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए एशियाई खेलों के 12वें दिन अपना ‘गोल्ड बटोरो’ अभियान जारी करते हुए लगभग चार दशक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. हालांकि, हॉकी टीम की हार के कारण भारत के पिछले खेलों के पदकों की संख्या को पार करने की चमक कुछ फीकी हो गई. अनुभवी जिनसन जॉनसन और महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ट्रैक एवं फील्ड प्रतियोगिताओं के अंतिम दिन छाए रहे. भारत ने इस स्पर्धा का अंत सात गोल्ड, 10 सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल के साथ किया जो 1978 से उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
भारत ने पिछले खेलों में 57 पदक जीते थे लेकिन 12वां दिन खत्म होने तक उसके पदकों की संख्या 59 तक पहुंच गई जबकि अभी दो दिन की प्रतियोगिताएं बाकी हैं. भारत के गोल्ड मेडलकी संख्या भी 13 तक पहुंच गई जो 2014 से दो अधिक है.
नौकायन : सेमीफाइनल में रागीना, नाओचा
कीरो रागीना और नाओचा सिंह ने अच्छे प्रदर्शन के साथ अपने-अपने इवेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. हालांकि, भारत की एक अन्य एथलीट मीरा दास को हार का सामना करना पड़ा. रागीना ने कयाक की 200 मीटर सिंगल इवेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. नाओचा ने पुरुषों की 200 मीटर सिंगल इवेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया है. मीरा को महिलाओं की कनोए 200 मीटर इवेंट में हार मिली. भारतीय एथलीट रागीना ने हीट-1 में 51.239 सेकेंड का समय लेकर छठा स्थान हासिल किया. उन्हें अंतिम सूची में आखिरी 11वां स्थान हासिल हुआ है. पुरुषों की 200 मीटर एकल स्पर्धा के हीट-1 में नाओचा को 41.151 सेकेंड के साथ सातवां स्थान प्राप्त हुआ. उन्होंने अंतिम सूची में 13वां स्थान हासिल किया है. मीरा महिलाओं की कनोए 200 मीटर स्पर्धा की हीट-2 में अयोग्य घोषित कर दी गईं.
जूडो : 100 किग्रा के प्री-क्वार्टर फाइनल में हारे अवतार
भारतीय जूडो एथलीट अवतार सिंह को पुरुषों के 100 किलोग्राम इवेंट के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार मिली. अवतार को संयुक्त अरब अमीरात के इवान रेमारेंको ने 0-10 से मात दी. इवान ने इप्पोन में ही अंक हासिल करते हुए अवतार के खिलाफ बढ़त बना ली थी. इस दौरान भारतीय जूडो एथलीट पर एक पेनाल्टी भी लगी. इसके बाद अवतार खेल में वापसी नहीं कर पाए और हारकर बाहर हो गए.
36 साल का सूखा खत्म करने उतरेगीं भारतीय महिलाएं
कोच शुअर्ड मरेन के मार्गदर्शन में यहां जारी 18वें एशियाई खेलों के फाइनल में जगह बनाने वाली भारतीय महिला टीम शुक्रवार को जापान को हराकर 36 साल बाद स्वर्ण पदक पर कब्जा करना चाहेगी. अगर भारतीय टीम सोने का तमगा हासिल करने में कामयाब होती है तो उसे लगातर दो बार ओलम्पिक में खेलेने का सम्मान भी प्राप्त होगा. भारत ने पहली बार 1982 में नई दिल्ली में हुए नौवें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. 1982 में भारतीय महिला टीम पहली बार एशियाई खेलों में उतरी थी.
बुधवार को चीन के खिलाफ हुए एक रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में 1-0 की जीत दर्ज करते हुए भारत ने फाइनल में जगह बनाई है. डिफेंडर गुरजीत कौर ने 52वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए मैच का एकमात्र गोल करते हुए भारत को वर्ष 1998 में बैंकॉक में हुए एशियाई खेलों के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचाया. भारतीय महिला टीम ने इन खेलों अब तक एक स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक हासिल किए हैं. इस बार टीम ने ग्रुप स्तर के अपने सभी मुकाबलों में जीत दर्ज की है जिससे हर खिलाड़ी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है.
टेबल टेनिस : शरथ, साथियान और मानिका प्री-क्वार्टर फाइनल में
भारतीय खिलाड़ियों ने टेबल टेनिस के एकल वर्ग स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया. अचंता शरथ कमल, गणनसेकरन साथियन और मानिका बत्रा ने दमदार खेल दिखाते हुए एकल वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. भारत की मौमा दास को हालांकि महिलाओं के एकल वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. दिन के पहले मुकाबले में मौमा को चीनी ताइपे की खिलाड़ी जुयु चेन ने मात दी. चेन ने मौमा को 25 मिनट तक चले मुकाबले में 4-0 (11-6, 11-5, 11-6,11-6) से मात देकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. इसके बाद हुए सभी मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ियों ने जीत दर्ज की. अनुभवी शरथ कमल ने पुरुष एकल स्पर्धा के अंतिम-32 दौर में पाकिस्तान के आसिम मोहम्मद कुरैशी को हराया.
इंचियोन एशियाई खेलों में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाले शरथ ने कुरैशी को 18 मिनटों के भीतर 4-0 (11-4, 11-8, 11-7, 11-5) से मात देकर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. स्टार खिलाड़ी 23 वर्षीय मानिका बत्रा ने महिला एकल वर्ग के राउंड-32 के मुकाबले में थाईलैंड की नंथाना कोमवोंग को 4-0 से मात दी. राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता मानिका ने 37 वर्षीय कोमवोंग को 11-3, 11-7, 11-3, 11-6 से पराजित किया.
दिन के अंतिम मुकाबले में साथियन ने पुरुष एकल वर्ग के राउंड-32 के मुकाबले में इंडोनेशिया के सांतोसो फिकी सुपित को 11-3, 9-11, 14-12, 11-1, 9-11, 11-7 से मात देकर अंतिम-16 में कदम रखा. साथियन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला गेम 11-3 से अपने नाम किया. सांतोसो ने दूसरे गेम में 11-9 से जीत हासिल करते हुए 1-1 से बराबरी कर ली. साथियन ने तीसरा गेम 12-14 से जीत 2-1 की बढ़त ले ली.
चौथे गेम में साथियन अपने विपक्षी को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया और गेम 11-1 से अपने नाम किया. वहीं आखिर गेम वह 11-9 से जीत मैच को छठे गेम में ले गए जहां 11-7 से जीत अगले दौर में पहुंचने में सफल रहे. प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले शुक्रवार को खेले जाएंगे.