दुबई। यूएई में जारी एशिया कप के बीच स्पॉट फिक्सिंग का जिन्न फिर बाहर आ गया है. टूर्नामेंट के दौरान अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर मोहम्मद शहजाद से फिक्सिंग के लिए संपर्क किया गया था. शहजाद ने इसकी जानकारी टीम प्रबंधन से की. टीम प्रबंधन ने इसकी सूचना आईसीसी तक पहुंचाई. अब मामले की जांच की जा रही है.
सरफराज और क्रीमर ने ऑफर मिलने की बात मानी
स्पॉट फिक्सिंग मामलों की जांच की निगरानी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के प्रमुख एलेक्स मार्शल कर रहे हैं. उन्होंने एक इवेंट में बताया कि एक साल में 5 अंतरराष्ट्रीय टीमों के कप्तानों से फिक्सिंग के लिए संपर्क किया गया. इनमें से 4 कप्तान फुल मेंबर टीमों के थे. इन 4 कप्तानों में से पाकिस्तान के सरफराज अहमद और जिम्बाब्वे के ग्रीम क्रीमर शामिल हैं. दोनों ने सार्वजनिक तौर पर माना था कि उन्हें फिक्सिंग की पेशकश की गई. सरफराज ने श्रीलंका सीरीज के दौरान इस बात को सामने रखा था.
8 खिलाड़ी शक के दायरे में
एसीयू के प्रमुख एलेक्स मार्शल ने कहा, ‘पिछले 12 महीनों में स्पॉट फिक्सिंग की 32 जांचें चल रही हैं. इनमें आठ खिलाड़ी शक के घेरे में हैं. इनमें से तीन के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है.’ हाल ही में पाकिस्तान के ओपनर नासिर जमशेद पर स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद 10 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था. जमशेद 48 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. उन्होंने वनडे में तीन शतक जमाए हैं. ये तीनों ही शतक भारत के खिलाफ हैं.
मोहम्मद शहजाद से किया गया संपर्क
अफगानिस्तान के ओपनर मोहम्मद शहजाद ने शनिवार को टीम प्रबंधन को बताया कि बुकी ने उसे क्षमता से कमतर प्रदर्शन करने की पेशकश की थी. हालांकि, यह पेशकर एशिया कप के लिए नहीं, अफगान प्रीमियर लीग के लिए थी. यह लीग 5 अक्टूबर से शुरू हो रही है. 30 साल के शहजाद को पाखित्या फ्रेंचाइजी ने खरीदा है. इस टीम में न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैक्कुलम, पाकिस्तान के शाहिद आफरीदी और वेस्टइंडीज के क्रिस गेल जैसे खिलाड़ी हैं.