नई दिल्ली। एंटीगुआ सरकार ने भारत को आश्वासन दिया है कि वह पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के दो अरब डॉलर के घोटाले में कथित आरोपी एवं भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण में पूरा सहयोग करेगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि एंटीगुआ ने इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र से इतर एंटीगुआ एवं बारबूडा के विदेश मंत्री ईपी चेट ग्रीन से यहां मुलाकात की और उनके सामने चोकसी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया. चोकसी फिलहाल कैरिबियाई द्वीपसमूह में मौजूद है.
भारत को पूरा सहयोग देने का आश्वासन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘ग्रीन ने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण मामले में भारत को पूरा सहयोग देने के अपने प्रधानमंत्री के आश्वासन से विदेश मंत्री को अवगत कराया.’ कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि ग्रीन ने स्वराज को बताया कि वह मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण मामले में एंटीगुआ सरकार एवं उसके प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता के बारे में व्यक्तिगत तौर पर उन्हें सूचित करना चाहते हैं.
जल्द मसले का हल निकाला जाए
कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की बैठक के लिए ग्रीन ने आग्रह किया था. साथ ही बताया कि स्वराज ने उनसे निवेदन किया है कि मामले में ‘तेजी से समाधान’ निकाला जाए. ग्रीन ने कहा कि उनका देश भी चाहता है कि एंटीगुआ के कानून एवं अदालती प्रक्रिया के दायरे में रहते हुए जितना जल्दी संभव हो इस मसले का हल निकाला जाए. उन्होंने कहा कि एंटीगुआ सरकार इस मुद्दे को सुलझाने की पूरी कोशिश करेगी.
ग्रीन ने स्वराज को सूचित किया कि इसमें कुछ कानूनी कोणों एवं अदालती प्रक्रियाओं का आकलन किया जाना है, लेकिन इसे लेकर वह पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. चोकसी इस साल 4 जनवरी को देश से फरार हो गया था और 15 जनवरी को एंटीगुआ की शरण में पहुंच गया था. उसका वैध पासपोर्ट फरवरी 2018 में रद्द कर दिया गया था.