लखनऊ। मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतर सकती है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस संबंध में कहा कि इस पर हमारी बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है, तो एक विचारधारा के लोग कैसे साथ आएं इसकी जिम्मेदारी कांग्रेस की है.
मध्य प्रदेश के दौरे पर गए अखिलेश यादव ने प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर कहा, ‘‘एक विचारधारा के लोग कैसे साथ आयें इसकी जिम्मेदारी कांग्रेस की है.’’ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश ने कहा कि सपा और गोडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) मध्य प्रदेश में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगें. पिछले चुनाव में जिन क्षेत्रों में सपा का वोट अच्छा रहा है, वहां सपा लड़ेगी.
इससे पहले सपा मुखिया ने जीजीपी नेताओं के साथ यहां टेक्नीकल स्कूल मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की नीतियों के कारण देश साढ़े चार साल में पीछे चला गया. नोटबंदी के कारण लोग परेशान हुए लेकिन नोटबंदी से न तो महंगाई पर लगाम लगा और न ही आतंकवाद पर.
वहीं बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) छत्तीसगढ़ की तरह ही मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को दांव देते हुए 22 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पहले ही कर चुकी है. वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश ने भी कह दिया है कि सपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) मध्यप्रदेश में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगें. पिछले चुनाव में जिन क्षेत्रों में सपा का वोट अच्छा रहा है, वहां सपा लड़ेगी.
बता दें कि 30 सितंबर को सपा, बीएसपी, गोंगपा समेत मध्य प्रदेश के करीब 10 छोटे-बड़े राजनीतिक दलों की एक बैठक होनी है. इस बैठक में प्रदेश में गठबंधन को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी.