नई दिल्ली। इंग्लैंड के दिग्गज क्रिकेटर और मशहूर कॉमेंटेटर टोनी ग्रेग का शनिवार 6 अक्टूबर को जन्मदिन है. टोनी क्रिकेट के बाद अपनी 6 फुट 6 इंच की ऊंचाई और खास हैट के लिए पहचाने जाते थे. एक हंसमुख किरदार नजर आने वाले ग्रेग की आवाज का जादू उनकी शख्सियत में चार चांद लगाने वाला था. कॉमेंट्री बॉक्स में उनकी गैर हाजरी टीवी के दर्शकों में एक तरह से मायूसी भले ही न लाती हो लेकिन उनकी मौजूदगी से दर्शकों को जितनी खुशी होती थी, वह आज भी बेमिसाल है. कई मैचों में सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी की तारीफ सचिन की पारियों को और यादगार भी बना गई.
दक्षिण अफ्रीका के क्वींसटाउन में जन्मे ग्रेग के पिता स्कॉटलैंड के थे. इस कारण ही उन्हें इंग्लैंड की ओर से खेलने का मौका मिल सका. टोनी ने 58 मैचों के टेस्ट करियर में 3599 रन बनाए और 141 विकेट लिए. वहीं केवल 22 वनडे खेल सके टोनी ने 269 रन बनाते हुए 19 विकेट लिए. इंग्लैंड के अंतरराष्ट्रीय हरफनमौला ग्रेग ने कैरी पैकर को विश्व सीरिज क्रिकेट शुरू करने में मदद की थी जिसमें इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के कई क्रिकेटरों ने भाग लिया था. इस कारण उन्हें इंग्लैंड की कप्तानी गंवानी पड़ी. कहा जाता है कि इस पैकर सर्कस का मूल विचार टोनी का ही था.
ग्रेग की कप्तानी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इंग्लैंड ने 1976-77 के भारत दौरे पर किया था, जिसमें भारत में 15 साल में पहली बार इंग्लैंड ने शानदार जीत दर्ज की. टोनी की टीम ने पहले तीन टेस्ट बड़े अंतर से जीते. वह 1977 में सक्रिय क्रिकेट से रिटायर होने के बाद सफल कमेंटेटर बने. अपने बेबाक बयानों के लिये मशहूर ग्रेग ने डीआरएस इस्तेमाल नहीं करने के लिए बीसीसीआई की आलोचना भी की थी.
सचिन की शरजाह की इस पारी को टोनी ने बनाया था यादगार
टोनी को साल 1998 में शरजाह में भारत और ऑस्ट्रेलिया में हुए मैच में सचिन के साथ साथ कॉमेंट्री को भी याद किया जाता है. इस मैच में भारत के सचिन तेंदुलकर ने चमत्कारिक पारी खेलते हुए टीम इंडिया को हार के बावजूद नेट रनरेट के आधार पर कोकाकोला कप के फाइनल में जगह दिलाई थी. उस मैच के दो दिन बाद सचिन ने फिर आतिशी पारी से टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दिलाई थी. इन मैचों में टोनी ने सचिन के छक्कों की अपनी कॉमेंट्री में तारीफ की थी, उसे लोग आज भी याद करते हैं. इस दौरान टोनी ने सचिन की पारी को डेजर्ट स्ट्रॉर्म कहा था.
कैंसर से हुआ था निधन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और मशहूर कमेंटेटर टोनी ग्रेग का लंबे समय तक कैंसर से जूझने के बाद 29 दिसंबर 2012 को निधन हो गया था. वे 66 वर्ष के थे. उन्हें उसी साल अक्टूबर में फेफड़ों का कैंसर होने का पता चला था जबकि मई से उनका दमे का इलाज चल रहा था. श्रीलंका में टी20 विश्व कप के बाद उनका टेस्ट कराया गया था. ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच नवंबर में पहले टेस्ट की कमेंट्री के समय ग्रेग ने इस बीमारी का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि यह अच्छा नहीं है लेकिन सच यही है कि मुझे फेफड़ों का कैंसर है. अब देखना यह है कि डॉक्टर क्या कर सकते हैं.