लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये दुर्गापूजा और दशहरा के संदर्भ में डीएम व एसएसपी/एसपी को सुरक्षा-व्यवस्था के कड़े निर्देश दिये। कहा कि कहीं कोई नई परंपरा न शुरू होने दी जाए। जहां कोई विवाद है, उसे वक्त रहते निपटा लिया जाए। रामलीला स्थल को जाने वाले मार्ग दुरुस्त किये जाएं। मुख्यमंत्री ने खासकर अधिकारियों को बेहतर व्यवहार का पाठ भी पढ़ाया। लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड का उन्होंने जिक्र किये बिना ही नसीहत दी कि पुलिस सकारात्मक सोच के साथ लोगों के साथ व्यवहार करे। कोई ऐसा बर्ताव न करें, जिससे माहौल बिगड़े। दुर्गापूजा व दशहरा के मौके पर साफ-सफाई को लेकर भी उन्होंने कड़े निर्देश दिये।
डीजीपी के निर्देश
- जिन-जिन स्थानों पर किसी भी प्रकार का कोई विवाद हुआ हो, वहां पुलिस व राजस्व विभाग के राजपत्रित अधिकारी स्थिति का जायजा लें। विवाद सुलझाने व संवेदनशीलता को दूर करने का प्रयास करें।
- रामलीला के स्थान, दुर्गा मूर्ति के स्थान/प्रतिमा विसर्जन के स्थान, जुलूस मार्गों तथा रावण दहन स्थलों का बारीकी से निरीक्षण कर लिया जाये। यदि कहीं कोई विवाद हो तो उसका निपटारा करा लिया जाये। ऐसे स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाये।
- छोटी घटना को भी पूरी गंभीरता से लेकर तत्काल कार्रवाई की जाए।
- पूर्व से ही संबंधित विभागों/ संभ्रांत नागरिकों की बैठकें कर ली जाएं।
- एलआइयू पूरी सतर्कता बरते, असमाजिक तत्वों पर निरोधात्मक कार्रवाई की जाए।
- मूर्ति विसर्जन के समय नदियों के घाटों/सरोवर पर जल पुलिस/बाढ़ राहत पुलिस के साथ प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- डिजिटल वालेंटियर्स व नागरिक सुरक्षा समितियों का अपेक्षित एवं सकारात्मक सहयोग लिया जाए।
संवेदनशील स्थानों पर खास सतर्कता बरतें
मुख्यमंत्री ने दीपावली व छठ पूजा को लेकर भी अभी से तैयारी करने की बात कही। कहा कि त्योहारों पर पहले जिन जिलों में कुछ घटनाएं हुई हैं, ऐसे संवेदनशील स्थानों पर खास सतर्कता बरती जाए। पहले हुई घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री ने महाराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, मेरठ, आगरा व कानपुर नगर के एसएसपी व डीएम से बात की और वहां की गई तैयारियों के बारे में जानकारी ली। उन्हें अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा को लेकर और तत्परता बरते जाने की बात कही। शास्त्री भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान प्रमुख रूप से मुख्य सचिव अनूपचंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओपी सिंह, एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।