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इस फिल्ममेकर की बायोग्राफी खोल सकती है बॉलीवुड के कई राज, जल्द होगी किताब की लॉन्चिंग

अगर हम बॉलीवुड के गोल्डन एरा की के बारे में बात करते हैं तो तीन भाईयों की तिकड़ी का नाम टॉप टेन लोगों में सामने आता है. वह तिकड़ी है फिरोज खान, संजय खान और अकबर खान की. तीनों भाई अपने दौर के जबरदस्त एक्टर तो थे साथ ही फिल्ममेकिंग में भी सभी ने बेहतरीन काम किया. अब संजय खान अपनी बायोग्राफी लॉन्च करने जा रहे हैं. जाहिर सी बात है इस बायोग्राफी में हम बॉलीवुड के कई अनसुने किस्से पढ़ सकते हैं.

अभिनेता संजय खान अपनी आत्मकथा ‘द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माइ लाइफ’ के अनावरण के लिए उत्साहित हैं जो पाठकों को उनकी फिल्मों, परिवार व वह दुर्घटना, जिसमें वह बाल-बाल बचे और अन्य घटनाओं से रूबरू कराएगी. इस किताब के बारे में संजय खान का दावा है कि फिल्म बनाने के लिए यह एक महान किताब है. दिवाली से पहले आने वाले संडे को मुंबई में एक रॉयल फंग्शन के बीच इस किताब का लोकार्पण किया जाएगा.

चॉकलेटी हीरो रहे हैं संजय, फोटो साभार: इंस्टाग्राम @oldbollylegends

एक्टर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर संजय खान ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘तथ्य बोलते हैं, लेकिन वे पूरी कहानी नहीं बताते. अपनी आत्मकथा बताते हुए मुझे जो प्राप्त हुआ वह लोगों को अपनी कहानी और तथ्य बताने के अतिरिक्त खुद को खोजने की एक प्रक्रिया थी.’ हंसते हुए वह कहते हैं, ‘क्या द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माइ लाइफ’ शीर्षक दिलचस्प नहीं है?’

खास होगा चेप्टर 18
उन्होंने कहा, ‘बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माइ लाइफ’ को आप सामान्य भाव से नहीं पढ़ सकते. इसमें मैंने अपने जीवन के अनुभवों को उतार दिया है और कुछ विशेष हिस्सों को लिखा है जो मेरी किताब के 18वें चैप्टर में हैं. यह किताब के शीर्षक का वर्णन करते हैं और पाठक को पूर्ण संतुष्टि देते हैं. यह प्रतीकात्मक है.’ संजय ने कहा कि उन्होंने अपनी सभी अभिनेत्रियों का उल्लेख किया है, जिनमें नंदा भी हैं, जिनके साथ उन्होंने ‘वो दिन याद करो’, ‘बेटी’ और ‘अभिलाषा’ में काम किया है.

इतना ही नहीं उनकी किताब में फिल्मी दुनिया के उनके दोस्तों का भी उल्लेख मिलता है. दोस्ती के बारे में बात करते हुए संजय ने कहा, ‘मैंने अपने प्रिय मित्र राज कपूर, धर्मेद्र, संजय कुमार और सुनील दत्त के बारे में लिखा है.’ फिल्मी दुनिया में पदार्पण के फैसले के सवाल पर दिवंगत अभिनेता फिरोज खान के भाई ने कहा, ’11 वर्ष की अवस्था में मैंने ‘आवारा’ देखी थी. यह राज कपूर की थी.’ फिल्म के निर्देशन और वर्णन से वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अभिनय को अपना करियर बनाने का फैसला ले लिया. उन्होंने 1964 में बॉलीवुड में डेब्यू किया. किताब पर कोई फिल्म बनाने की योजना के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘इसमें शानदार मसाला है. इसके लिए मेरे पास और भी बहुत कुछ है जो मैंने किताब में नहीं लिखा है.’

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