टोक्यो/नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने रविवार को कहा कि वह ‘आजीवन भारत के मित्र’ रहेंगे. जापान-भारत रणनीतिक साझीदारी को और मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के पूर्व आबे ने अपने एक संदेश में यह बात कही. भारतीय समाचारों पत्रों में प्रकाशित इस संदेश में उन्होंने कहा, “जापान जब बहुत धनी नहीं था तो प्रधानमंत्री (जवाहरलाल) नेहरू ने हजारों लोगों के सामने जापान के प्रधानमंत्री किशी का परिचय कराते हुए कहा था कि वह उनका सम्मान करते हैं.”
आबे ने रविवार को टोक्यो से 110 किलोमीटर पश्चिम में यामानशी में अपने निजी घर पर प्रधानमंत्री मोदी के आगवानी करते हुए याद किया कि 1957 में उनके दादा नाबुसुकु किशी भारत की यात्रा करने वाले पहले जापानी प्रधानमंत्री थे. उसी यात्रा के बाद जापान ने भारत को 1958 में येन (जापानी मुद्रा) में ऋण सहायता देनी शुरू की. 2006 में पहली बार प्रधानमंत्री चुने गए आबे एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से आते हैं. आबे ने अपने आलेख में लिखा है, “अपने दिल में दिल में उस इतिहास को अंकित कर मैंने अपने आप को भारत के साथ जापान के रिश्ते को सींचने में समर्पित कर दिया है.”
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi leaves for Tokyo by Express Train Kaiji with Japanese PM Shinzo Abe from Yamanashi. #Japan pic.twitter.com/tLqcs0464n
— ANI (@ANI) October 28, 2018
पीएम शिंजो आबे घर पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद दोनों पीएम यामानशी से टोक्यो के लिए एक्सप्रेस ट्रेन कैजी से वापस लौटे.
उन्होंने याद किया कि 2007 में भारत की यात्रा के दौरान उन्हें भारतीय संसद में भाषण देने का सम्मान हासिल हुआ था. आबे ने कहा कि पिछले साल सितंबर में जब वह प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात गए थे तो लोगों ने बेहद गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया था. लिबरल डेमोक्रैटिक पार्टी के 64 वर्षीय नेता ने अपने पत्र में कहा है, “अपने दादा की की भारत यात्रा के प्रभाव और उसकी याद करते हुए मैंने शपथ ली है कि मैं आजीवन भारत का मित्र बना रहूंगा.”