गोंडा। राज्य सभा में नेता विपक्ष वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी को देश चलाने का अनुभव नहीं है. नाकाम नोटबंदी और जीएसटी इसी अनुभवहीनता का परिणाम हैं. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सदन में आज तक एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया. अब तक एक भी प्रेस वार्ता नहीं की है. मोदी सदन में देश के ज्वलंत मुद्दों पर नहीं बोलते और सदन के बाहर बोलते थकते नहीं हैं.”
आजाद ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद से देश में अब तक लाखों लघु और मध्यम उद्योग बंद हो गए हैं जिनमें काम करने वाले करोड़ों मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. यूपीए शासनकाल में बेंगलुरु और हैदराबाद में स्थापित आईटी पार्क बन्द होने से 56 हजार पढ़े-लिखे नौजवान बेरोजगार हो गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी के कारण देश के 35 लाख लोग बेरोजगार हुए जिनके परिवारों के करीब दो करोड़ लोग भुखमरी के कगार पर पहुँच गए हैं.
कांग्रेस नेता ने पीएम पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनका गणित कमजोर है. इसीलिए वह 10 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का वायदा करके केवल साढ़े तीन लाख लोगों को रोजगार देकर खुशी मना रहे हैं. उन्हें समझना चाहिए कि साढ़े तीन लाख और 10 करोड़ में कितना अंतर होता है.”
राज्सभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के शासन काल में विपक्ष समेत अखबार और न्यूज़ चैनलों का गला घोंट दिया गया है. दुनिया के किसी भी लोकतंत्र में ऐसी तानाशाही कहीं देखने को नहीं मिलेगी. अफसोस कि इस अव्यवस्था के खिलाफ देश की जनता को सड़क पर होना चाहिए था किंतु ऐसा नहीं हो रहा है.
पार्टी सांसद प्रमोद तिवारी ने इस मौके पर कहा कि बीजेपी को मंदिराइटिस की बीमारी है. चुनाव नजदीक आने पर उसे मन्दिर याद आता है किंतु चुनाव खत्म होते ही भूल जाती है. उन्होंने कहा, “साल 2019 में नरेंद्र मोदी इतिहास बन जाएंगे. देश के चौकीदार के सामने कांग्रेस का शेर दहाड़ रहा है.”