टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे की टी20 सीरीज में टीम इंडिया की हालात बिना ज्यादा खराब खेले ही काफी मुश्किल भरी हो गई है. अब हुए दो टी मैचों में पहले मैच में डकवर्थ लुईस नियम की वजह से ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा रन बनाने के बाद भी टीम को हार का सामना पड़ा उसके बाद जब दूसरे मैच में टीम के गेंदबाजों के बढ़िया प्रदर्शन की वजह से जीत की उम्मीद जगी तो बारिश ने पूरे मैच पर ही पानी फेर दिया और टीम इंडिया एक गेंद की बल्लेबाजी नहीं कर सकी. इस सीरीज में पहले बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए भारत के युवा तेज गेंदबाज खलील अहमद अपने पहले आस्ट्रेलिया दौरे पर रोज कुछ सीख रहे हैं.
खलील अहमद ने बुधवार को ब्रिस्बेन में हुए पहले टी20 मैच में काफी महंगी गेंदबाजी की थी जिस वजह से ऑस्ट्रेलिया टीम 16 ओवर में ही अपना स्कोर 150 के पार कर गई और 17वें ओवर में बारिश के बाद टीम इंडिया को 17 ओवर में 174 रनों का मुश्किल टारगेट मिला. वहीं मेलबर्न में हुए दूसरे मैच में, खलील और टीम इंडिया के बाकी गेंदबाज पहले मैच के उलट महंगे साबित नहीं रहे. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम 19 ओवर में 132 रन ही बना सकी जिसके बाद बारिश शुरू हुई और टीम इंडिया को 19 ओवर में केवल 137 रनों का लक्ष्य मिला.
ये मुश्किल हुई खलील को
ऑस्ट्रेलिया में खलील को यहां की तेज तथा उछाल भरी पिचों पर गेंदबाजी करने में सीनियर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार से काफी मदद मिल रही है. उन्होंने कहा, ‘‘यहां हालात अलग है. वेस्टइंडीज के खिलाफ या एशिया कप में हमने उपमहाद्वीप या मिलती जुलती पिचों पर खेला. आस्ट्रेलिया में अधिक अभ्यास सत्र नहीं थे तो यह भांपना मुश्किल था कि किस लाइन और लैंग्थ से गेंदबाजी करनी है.’’
भुवी से मिली काफी मदद
खलील ने कहा, ‘‘यहां खेलना आसान नहीं था. अभ्यास के बिना अचानक टी20 मैच खेलना मुश्किल है. आस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ कोई कोताही नहीं बरती जा सकती क्योंकि वे अंत तक हार नहीं मानते.’’ खलील ने कहा, ‘‘पिछले कुछ महीने में मैने काफी कुछ सीखा है मसलन पेशेवरपन, परिपक्वता और जिम्मेदारी. इसमें भुवनेश्वर कुमार जैसे सीनियर गेंदबाजों से मुझे काफी मदद मिली.’’
गौरतलब है कि खलील ने पहले मैच में खलील ने अपने तीन ओवर में सबसे ज्यादा 14 के औसत से 42 रन दिए और केवल एक विकेट लिया. वहीं दूसरे टी20 में खलील ने बेहतर गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 9.75 के औसत से 39 रन देकर दो अहम विकेट लिए. हालाकि खलील दोनों ही मैचों में महंगे साबित हुए लेकिन दूसरे मैच में उनमें उल्लेखनीय सुधार माना जा रहा है. खलील सहित बाकी गेंदबाजों के खराब औसत के लिए टीम इंडिया के खराब फील्डिंग भी काफी हद तक जिम्मेदार मानी जा रही है.
इस सीरीज का आखिरी मैच रविवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा जिसमें टीम इंडिया पर जीत के लिए भारी दबाव होगा.