भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन मैच पर टीम इंडिया की मजबूत पकड़ तब हुई जब जसप्रीत बुमराह की अगुआई में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को महज 151 रनों पर समेट दिया. इस पारी में बुमराह ने अपने करियर में पहली बार छह विकेट लिए. बुमराह के इस प्रदर्शन में उनकी स्लो यॉर्कर गेंद की हर कोई तारीफ कर रहा है. बुमराह ने मैच के तीसरे दिन लंच से ठीक पहले की शॉन मार्श को आखिरी गेंद जो फेंकी थी, वह गेंद स्लो यॉर्कर थी जिसे मार्श पढ़ नहीं पाए और एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. बुमराह ने बताया कि इस स्लो यार्कर करने का आइडिया उन्हें कैसे मिला.
बुमराह का खुद का आइडिया नहीं था यह
बुमराह ने 33 रन देकर छह विकेट लिए. बुमराह की इस स्लो यॉर्कर की क्रिकेट विशेषज्ञ भी तारीफ कर रहे हैं. लेकिन खुद बुमराह ने इसकी सफलता का श्रेय रोहित को दिया है. बुमराह ने दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जब मैं लंच से पहले गेंदबाजी कर रहा था, तो उस समय विकेट धीमी थी और गेंद भी सॉफ्ट हो गया था. लंच से पहले आखिरी गेंद पर रोहित मिडऑफ पर खड़े थे.”
रोहित ने यह दी थी सलाह और मिल गया विकेट
बुमराह ने कहा, “रोहित ने मुझसे कहा, ‘ये आखिरी गेंद है, तू धीमी गेंद का इस्तेमाल कर सकता है जैसे कि वनडे में करता है.’ इसलिए मैंने सोचा कि मैं ऐसा कर सकता हूं क्योंकि कुछ नया नहीं हो रहा था. मैंने ऐसा ही करने की कोशिश की. मैं खुश हूं कि हमारी योजना सफल हुई और आखिरी गेंद पर हमें विकेट मिला. मुझे विश्वास है कि जब भी मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिलेगा तब मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए मौजूद रहूंगा.”
Where did the slower ball come from? Bumrah reveals
Man of the moment @Jaspritbumrah93 on THAT delivery to Shaun Marsh, his 6-wicket haul at the G and his rich vein of form in whites this year
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— BCCI (@BCCI) December 28, 2018
बुमराह के करियर की इस शानदार गेंदबाजी के चलते भारत ने आस्ट्रेलिया को उसकी पहली पारी में 151 रन पर ढेर कर दिया. भारत ने पहली पारी में सात विकेट पर 443 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. बुमराह का यह प्रदर्शन आस्ट्रेलिया में किसी भी भारतीय तेज गेंदबाज द्वारा किया गया दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उनसे पहले भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव का नंबर है जिन्होंने 1985 में एडिलेड में 106 रन देकर आठ विकेट लिए थे.
इस मैच में टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट खोकर 54 रन बना लिए थे जिससे उसे 346 रनों की बड़ी बढ़त मिली.