अनुपम कुमार सिंह इतिहास से छेड़छाड़ छद्म बुद्धिजीवियों का पुरातन पेशा रहा है और अपने (कु)चिंतन को सर्वोपरि साबित करने की उनकी आदत भी। अगर इतिहास के बारे में ये अंग्रेजी में कुछ लिख दें, तो भला उसे काटने की हिम्मत किसमें होती थी? लेकिन, अब समय बदल गया है। ...
Read More »विशेष
पश्चिम बंगाल में जन्म से लेकर श्मशान घाट तक लोगों को ‘कट मनी’ का संकट झेलना पड़ता है
सुरेन्द्र किशोर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के विरोध के बीच भाजपा की लाॅकेट चटर्जी ने मंगल वार को लोक सभा में कहा कि पश्चिम बंगाल में जन्म से लेकर श्मशान घाट तक लोगों को ‘कट मनी’ का संकट झेलना पड़ता है। इससे पहले मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने ‘कट मनी’ ...
Read More »आरक्षण सिर्फ शिक्षा में मिले, और उन्हें जो आर्थिक दृष्टि से कमजोर हों
डॉ. वेद प्रताप वैदिक हरयाणा में जींद के पास एक गांव है, भौंसला। इस गांव में आस-पास के 24 गांवों की एक पंचायत हुई। यह सर्वजातीय खेड़ा खाप पंचायत हुई। इसमें सभी गांवों के सरपंचों ने सर्वसम्मति से एक फैसला किया। यह फैसला ऐसा है, जो हमारी संसद को, सभी ...
Read More »कहानी राजर्षि की: जिसे बोस और पटेल की तरह कॉन्ग्रेस अध्यक्ष का पद त्यागना पड़ा, कारण- नेहरू
अनुपम कुमार सिंह राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन- एक ऐसा नाम जिसने उत्तर प्रदेश में कॉन्ग्रेस की जड़ें मजबूत करने में अपनी ज़िंदगी खपा दी। यूपी के गाँव-गाँव में घूम कर निःस्वार्थ भाव से जिस तरह उन्होंने पार्टी की सेवा की थी, उनका लोकतान्त्रिक तरीके से कॉन्ग्रेस अध्यक्ष बनना शायद ही ...
Read More »‘द वायर’ वालो, ‘मोदी-विरोधी’ होने से गबन और क़त्ल करने का लाइसेंस नहीं मिलता
मृणाल प्रेम द वायर वालों को विचारों की कितनी कमी पड़ रही है, यह उनके लेखों को देखकर साफ हो रहा है। जनेऊ को हौव्वा बनाने से शुरू हुआ इनका मानसिक स्खलन इतना नीचे जा पहुँचा है कि अब ये कातिलों से लेकर गबन के आरोपियों का बचाव केवल इस ...
Read More »हिन्दू मंगरू की लिंचिंग पत्रकारिता के समुदाय विशेष के लिए उतनी ‘सेक्सी’ नहीं है
मृणाल प्रेम दो मॉब लिंचिंग, दो हत्याएँ, दोनों में हत्यारों के झुण्ड पर आरोप- लेकिन दोनों पर मीडिया गिरोह की अलग-अलग कवरेज। तबरेज़ अंसारी की मौत पर रुदाली करने वाले सभी मीडिया गिरोहों में मंगरू की वैसी ही मौत पर सन्नाटा है। क्योंकि मंगरू की मौत में ‘एंगल’ नहीं है। ...
Read More »अंबाती रायडू का संन्यास बीसीसीआई और चयन समिति के मुंह पर जोरदार तमाचा
पद्मपति शर्मा अंबाती रायडू का संन्यास बीसीसीआई, चयन समिति और भारतीय टीम के कप्तान-कोच के मुंह पर जोरदार तमाचा . इग्लैण्ड में चल रहे 2019 विश्व कप के लिए भारतीय टीम मे न चुने जाने से आहत 33 वर्षीय अंबाती रायडू ने आज अपना बल्ला खूटी पर लटकाने की घोषणा ...
Read More »सेक्यूलरिज्म के दुकानदारों कहां हो तुम?
दयानंद पांडेय आइएएस टॉपर शाह फ़ैज़ल भारत की सर्वाधिक प्रतिष्ठित नौकरी को लात मार कर कश्मीर लौट गया। दंगल फेम ज़ायरा वसीम फिल्म इंडस्ट्री को लात मार कर कश्मीर लौट गई। दस बरस तक उप राष्ट्रपति रहा एक #$%$ मोहम्मद हामिद अंसारी जब-तब कहता ही रहता है कि भारत में ...
Read More »इस झूठ को नकारिए कि अमरनाथ गुफा की खोज एक मुसलिम ने की थी……………
पैगंबर मोहम्मद का जब जन्म भी नहीं हुआ था, तब से अमरनाथ गुफा में हो रही है पूजा-अर्चना! इसलिए इस झूठ को नकारिए कि अमरनाथ गुफा की खोज एक मुसलिम ने की थी! जानिए अमरनाथ का पूरा इतिहास ताकि अपने बच्चों को बता सकें . कल बाबा बर्फानी के दर्शन ...
Read More »क्या आप जानते हैं कि चाणक्य सीरियल बीच में ही सरकारी दबाव पर रोक दिया गया था…………..
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 90 के दशक में, चाणक्य एक बहुत ही लोकप्रिय सीरियल हुआ करता था। सीरियल का कथानक, एक्टिंग और इसमें दिया गया संदेश इतना प्रभावी था, कि लोग उसका बेसब्री से इंतजार किया करते थे। इस पोस्ट के मूल लेखक JNU से पढ़े हुए हैं, वे भी इस सीरियल ...
Read More »अनुच्छेद 35(A) : 1947 में हुए सत्ता हस्तांतरण के बाद देश के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू की साजिश
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 1947 में हुए सत्ता हस्तांतरण के बाद देश के साथ अनेक साजिशें हुई, देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने राष्ट्रपति से एक अध्यादेश जारी कराया और उसे संविधान में शामिल कर दिया जिसे अनुच्छेद 35(A) से जाना जाता है , जिसके कारण कश्मीर में दस लाख हिंदुओं को ...
Read More »मीठा मीठा गप कड़वा कड़वा थू
राजेश श्रीवास्तव अभी बीते सप्ताह दो ऐसे मामले सामने आये जिससे पता चलता हैं की मोदी सरकार मीठा मीठा गप और कड़वा कड़वा थू वाली कहावत पर कदमताल करती दिख रही है. एक अमेरिकन संस्था की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक संस्था की रिपोर्ट को भारत ने यह कहकर ख़ारिज कर दिया की ...
Read More »एक ऐसा पीएम जिसने भारत बचाया
के विक्रम राव अंतर्राष्ट्रीय सीमा को अमृतसर से अम्बाला तक धकेलने के साजिशकर्ता खालिस्तानियों को मात देनेवाले, उजबेकी लुटेरे जहीरुद्दीन बाबर के अतिक्रमण से अयोध्या को मुक्त कराने में सहायक बने, अर्थतंत्र को बाबुओं के शिकंजे से आजाद कराने वाले पीवी नरसिम्हा राव की आज (28 जून) 98वीं जयंती है| ...
Read More »धावा दलों के अलावा रिश्वतखोरों के खिलाफ स्टिंग आपरेशन भी जरूरी
सुरेन्द्र किशोर मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और डी.जी.पी गुप्तेश्वर पांडेय पुलिसतंत्र को चुस्त करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। बार -बार उच्चस्तरीय बैठकें हो रही हैं। पर, इन बैठकों का फील्ड अफसरों पर कम ही असर हो रहा है। सरकारी योजनाओं की प्रगति और कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने ...
Read More »पोम्पिओ ने तो खुले में ऐसी बात कह दी, जो आज तक किसी अमेरिकी नेता ने कहने का साहस नहीं किया
डॉ. वेद प्रताप वैदिक अमेरिकी विदेश मंत्री माइकेल पोम्पिओ की यह संक्षिप्त भारत-यात्रा काफी सफल कही जा सकती है। वैसे तो वे पहले भी कई बार सपत्नीक भारत आ चुके हैं लेकिन विदेश मंत्री के तौर पर वे पहली बार भारत आए हैं। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य ओसाका में ...
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