उपेन्द्र राय जब किसी समस्या में आपदा के लक्षण दिखने लगे, तो ऐसी समस्या से बाहर निकलने के लिए विलक्षण तरीके भी जरूरी हो जाते हैं। कोरोना वायरस दुनिया के सामने यही चुनौती पेश कर रहा है। समस्या अब लक्षण नहीं, बल्कि पूरे तौर पर आपदा बन चुकी है, लेकिन ...
Read More »कही-अनकही सचकही
कोरोना: भारत सबसे बेहतर
डॉ. वेद प्रताप वैदिक कोरोना से पीड़ित सारे देशों के आंकड़ें देखें तो भारत शायद सबसे कम पीड़ित देशों की श्रेणी में आएगा। दुनिया के पहले दस देशों में अमेरिका से लेकर बेल्जियम तक के नाम हैं लेकिन भारत का कहीं भी जिक्र तक नहीं है। यदि भारत की जनसंख्या ...
Read More »जमात के लोगों देश आपसे सवाल पूछ रहा है जवाब दीजिए
राजेश श्रीवास्तव आज का आलेख पढ़ने से पहले आपको थोड़ा पीछे ले जाना चाहता हूं। आप याद कीजिये 28 मार्च की तारीख जब महज 75० लोग भारत में कोरोना से संक्रमित थ्ो और एक की भी मौत नहीं हुई थी। माना जा रहा था कि भारत जल्द ही कोरोना से ...
Read More »हिन्दुओं को मंदिर बनाने के ‘गिल्ट’ में डुबो देने की कोशिशें जारी
शेखर पण्डित राष्ट्रीय संकट के समय हम अक्सर कथित उदारवादी और सेक्युलर ब्रिगेड से सुना करते हैं कि भला होता जो मंदिर की जगह अस्पताल बनाए गए होते। मंदिरों पर हुए खर्च को किन्हीं बेहतर जगह खर्च करने की दुहाई दी जाती है। सामान्य दिनों में अस्पतालों के साथ-साथ विद्यालय ...
Read More »प्रधानमंत्री जी, मुख्यमंत्री जी यह कैसा लॉक डाउन
राजेश श्रीवास्तव जब हम कोरोना वॉयरस की तीसरी स्टेज के मुहाने पर खड़े हंै और दुनिया के कई देशों में मचे हाहाकार को देख रहे हैं तब भी चेत नहीं रहे हंै। क्या यही भारत है। प्रधानमंत्री जी जब आपने संपूर्ण देश में लॉक डाउन का ऐलान किया था तब ...
Read More »ग्लोबल लीडर बनने का चायनीज षड्यंत्र: हजारों मौत के बाद का प्रोपेगेंडा, कई देश आए वामपंथी लपेटे में!
“हालाँकि चीन के वुहान शहर से कोरोना संक्रमण का पहला मरीज सामने आया था, लेकिन यह इस बात का साक्ष्य नहीं माना जा सकता कि चीन ही कोरोना संक्रमण COVID-19 का स्रोत है।” उपरोक्त प्रेस रिलीज दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने बुधवार की शाम को जारी की। यह प्रेस रिलीज ...
Read More »जब माधवराव सिंधिया ने अपनी दोनों बहनों को संजय गांधी को सौंप दिया था
दयानंद पांडेय ज्योतिरादित्य सिंधिया के कल कांग्रेस से इस्तीफ़ा देते ही कुछ अधजल गगरी वाले छलकने लगे। आज भाजपा ज्वाइन करते ही और छलकने लगे। बिन पानी छलकने लगे। कांग्रेसी तो कांग्रेसी सेक्यूलरिज्म के नाम पर कांग्रेस और कम्युनिस्टों की भड़ैती करने वाले , एन जी ओ फंडिंग की हड्डियां ...
Read More »लदीदा, ताहिर, शाहरुख़, सलमान, इशरत…जिहादियों की नई पौध CAA विरोध के साथ तैयार
आशीष नौटियाल नागरिकता कानून के नाम पर शुरू हुई हिंसा की टाइमलाइन पर यदि शुरू से नजर दौडाएँ तो कुछ बातें एकदम स्पष्ट नजर आती हैं। भीषण दंगों के ठहरने के बाद आखिरकार दिल्ली अपने सामान्य रूप में वापस लौटती हुई नजर आ रही है। हालाँकि इन हिन्दू विरोधी दंगों ...
Read More »पाकिस्तान से निरंतर जीतने वाले, देश में उपस्थित मिनी पाकिस्तान से लगातार हारते नरेन्द्र मोदी
दयानंद पांडेय इकबाल , फैज़ अहमद फ़ैज़ , जावेद अख्तर , असग़र वजाहत जैसे तमाम-तमाम नायाब रचनाकार भी अंतत: क्यों लीगी और जेहादी जुबान बोलने और लिखने लगते हैं। भारतेंदु हरिश्चंद्र , मैथिलीशरण गुप्त , प्रेमचंद , जयशंकर प्रसाद , पंत , निराला , दिनकर , बच्चन , नीरज , ...
Read More »दो सप्ताह से चल रही थी दिल्ली हिंसा की तैयारी
राजेश श्रीवास्तव अब जब दिल्ली हिंसा थम गयी है और लोग कोशिश कर रहे हैं कि जिंदगी फिर से पटरी पर लौटे तो कुछ उपद्रवी अभी भी ऐसे हैं जो माहौल को लगातार खराब करने की कोशिश में जुटे हैं। शनिवार को ऐसी ही कोशिश दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो ...
Read More »दिल्ली में बह रहा ये सारा “मवाद” शाहीन बाग के “फोड़े” से निकला है
प्रखर श्रीवास्तव लिबरल और सिकलुर गैंग सक्रिय हो इसके पहले पूरे मुद्दे को समझ लीजिए, आपसे अब कहा जाएगा कि “वो तो बेचारे अपना प्रदर्शऩ कर रहे थे आपको क्या जरूरत पड़ी थी मैदान में उतरने की, पूरी दिल्ली की शांति इन कपिल मिश्रा जैसे लोगों ने ही भंग की ...
Read More »CAA विरोध- कुछ सियासी दल कत्लेआम कराने की साजिश रच रहे हैं
अभिरंजन कुमार “आज तक” की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली के दंगों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है और इस दंगे की शुरुआत CAA-विरोधियों द्वारा जाफराबाद मेट्रो स्टेशन का रास्ता ब्लॉक करने से हुई। किसी इलाके में रास्ते ब्लॉक कर देना और उसे बाकी हिस्से से काट देना- यह ...
Read More »नेहरू अपने जीवन में अभूतपूर्व संकट की घड़ी में थे तो अमरीका ने उनकी मदद की
सुरेन्द्र किशोर सन 1962 में जब प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू अपने जीवन में अभूतपूर्व संकट की घड़ी में थे तो अमरीका ने उनकी मदद की। उसने पाक को भारत पर हमला करने से रोक दिया था। 1962 में चीन ने भारत पर हमला किया तो सोवियत संघ ने यह कह ...
Read More »इतनी अराजकता तब जब देश में अमेरिका के राष्ट्रपति आये हुए हैं , हम क्या सन्देश दे रहे हैं?
पंकज चतुर्वेदी दिल्ली पुलिस पूरी तरह असफल रही , बीते चौबीस घंटे से पूर्वोत्तर दिल्ली के कुछ इलाकों में कानून व्यवस्था उपदावियों की बंधक बन गयी है , जाफराबाद से ले कर करावल नगर के दस किलोमीटर के दायरे में सी ए ए के विरोध ओर समर्थन को साम्प्रदायिक रंग ...
Read More »चीन के तेजी से बढ़ते रथ को धीमा करने के लिए भारत-अमेरिका के साथ हर क्षेत्र में बढ़ा रहा रिश्ते
प्रो. गुलशन सचदेवा नई दिल्ली। पिछले तीन दशकों से लगातार अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने एशिया में उभरती ताकतों को संतुलन के लिए भारत की शक्ति को मान्यता दी है। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2000 के दशक के मध्य में नागरिक परमाणु और ...
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