राजेश श्रीवास्तव अब जब कल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत आ रहे हैं तो तमाम सवाल भी खड़े हो रहे हंै कि भारत और अमेरिका के बीच जिन मुद्दों को लेकर मतभ्ोद हैं उन पर भी कुछ होगा या नहीं। लंबे समय से अमरीका भारत के बड़े पॉल्ट्री और डेयरी ...
Read More »कही-अनकही सचकही
4 दिन का वह विद्रोह जिससे हिल गए अंग्रेज, लेकिन हमने भुला दिया…
18 फरवरी फिर यूँ ही निकल गई। बिना किसी हलचल के। जबकि इसी दिन वर्ष 1946 में नौसैनिकों का वह गौरवशाली विद्रोह शुरू हुआ था जिसने भारत की आजादी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन इसे इतिहास की किताबों में वह जगह नहीं मिल सकी, जिसका यह अधिकारी था। ...
Read More »प्रधानमंत्री अब सरेआम लिट्टी चोखा खाते हैं तो समझिए उस संस्कृति की सियासत में कितना असर है
राणा यशवंत प्रधानमंत्री की लिट्टी चोखा खाते हुए तस्वीर आज वायरल है. बिहार का लिट्टी चोखा और चूड़ा दही पर पेटेंट है. कहीं और में वो बात नहीं आती. चूंकि प्रधानमंत्री ने खाया और उसकी तस्वीर भी खिंचवाई, मतलब कोई बात होगी. समझदार लोग कहते हैं कि बिहार में चुनाव ...
Read More »प्रशांत किशोर को उतना ही महत्व-श्रेय दीजिए जितने के वे हकदार हैं
सुरेन्द्र किशोर प्रशांत किशोर की इन दिनों बड़ी चर्चा है। चर्चा उससे भी अधिक है जितने के वे वास्तव में हकदार हैं। मेरा मानना है कि प्रशांत किशोर जैसे व्यक्ति उसी दल को ‘जितवा’ सकते हैं जिसे जनता पहले से ही जिताने का मन बना चुकी होती है। अब तक ...
Read More »पाकिस्तान से भागकर आये शरणार्थी आज दिल्ली के हैं और अम्बाला से आयी सुषमा बाहर की हो गई?
के विक्रम राव सुषमा स्वराज हमारी (सितम्बर 1976) वकील थीं, बड़ौदा डायनामाईट केस में| हम पच्चीस अभियुक्त, जार्ज फर्नांडिस और मुझे मिलाकर, तिहाड़ जेल के 17 नंबर वार्ड में रखे गये थे| पच्चीस वर्ष की तरुणी सुषमा महाबली इंदिरा गाँधी के घोरतम शत्रुओं का मुकदमा लड़ने को तैयार हो गई ...
Read More »…और दिल्ली चुनाव में पाकिस्तान जीत गया
प्रभात रंजन दीन देश की राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच हुए विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान जीत गया और भारत मुंह के बल गिरा… खुद को चाणक्य समझने की आत्मरति के शिकार अमित शाह राष्ट्र-राष्ट्र का शोर मचाते रह गए, लेकिन चालाक अरविंद केजरीवाल ने मुंह ...
Read More »पटेल ही नहीं राजेंद्र प्रसाद, टंडन, करियप्पा, राम… किसी को नहीं चाहते थे नेहरू
पूर्व विदेश मंत्री एस जयशंकर का यह कहना कि नेहरू अपनी कैबिनेट में सरदार वल्लभभाई पटेल नहीं रखना चाहते थे, कथित इतिहासकार रामचंद्र गुहा से लेकर कॉन्ग्रेसियों तक को बेहद नागवार गुजरी है। जयशंकर ने इतिहासकार नारायणी बसु द्वारा स्वतंत्र भारत के पहले गृह सचिव वीपी मेनन की लिखी जीवनी का हवाला ...
Read More »कोरोना त्रासदीः पैथोजेन का जार नगालैंड में ही फूट जाता तो क्या होता..!
प्रभात रंजन दीन ‘मित्रों के चेहरे वाली किताब’ के सभी साथी..! उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़े तामझाम से आयोजित किए गए ‘डिफेंस-एक्सपो-2020’ के परिप्रेक्ष्य में मैंने पिछले दिनों एक खबर लिखी थी। खबर थी कोरोना वायरस के मनुष्य पर असर के एक गुप्त शोध-परीक्षण को लेकर। ‘डिफेंस-एक्सपो-2020’ ने ...
Read More »डिफेंस-एक्सपो का मेला भारी, सुरक्षा-हितों पर पर्दादारी..!
नगालैंड के मिमी गांव में क्या चल रहा था ‘गुप्त-मिशन’..? प्रभात रंजन दीन लखनऊ में डिफेंस एक्सपो-2020 बड़े धूमधाम से हो रहा है। अमेरिका इजराइल समेत सैन्य उपकरण बनाने वाले तमाम देश के रक्षा मंत्रियों, सेनाध्यक्षों, राजदूतों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रमुखों का लखनऊ में जमावड़ा लगा हुआ है। सैन्य ...
Read More »गांधी के आदर्श से प्रेरित होना और गोली मारो का प्रयोग
संजय कुमार सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए आयोजित एक रैली में शाहीनबाग के विरोध प्रदर्शन को प्रयोग कहा। उन्होंने कहा कि यह (दिल्ली चुनाव के मौके पर) संयोग नहीं प्रयोग है। मैं इस पर पहले लिख चुका हूं कि शाहीनबाग भाजपा की सरकार ...
Read More »हमने नहीं मारा, अल्लाह की बच्ची थी, वो ले गया: CAA प्रोटेस्ट का ‘चेहरा’ नन्ही बच्ची की ‘मौत’ पर मीडिया चुप
रवि अग्रहरि CAA और NRC के खिलाफ शाहीन बाग़ में पिछले 51 दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है। विरोध की वजह है मात्र ये डर कि CAA में मुस्लिमों का नाम नहीं है इसलिए जब कभी भी भविष्य में NRC लागू होगा तो इससे मुस्लिमों की नागरिकता छीन जाएगी, मुद्दा ...
Read More »देश विभाजन की बलि चढ़े 10 लाख लोगों से माफ़ी मांगने के लिए बने एक राष्ट्रीय स्मारक
अभिरंजन कुमार 1947 में जो 10 लाख लोग देश विभाजन की बलि चढ़े, क्या उनकी शहादत की स्मृति, उन्हें श्रद्धांजलि देने और उनसे माफी मांगने के लिए समूचे भारत में कोई भी स्मृति स्थल नहीं होना चाहिए, जहां देश के नेता और नागरिक उन मृतात्माओं से माफी मांगें और आने ...
Read More »अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मार चुके हैं CAA-NRC विरोधी!
अभिरंजन कुमार याद कीजिए कि सीएए और एनआरसी के निराधार विरोध की शुरुआत हिंसा से हुई थी। चारों तरफ़ “ला इलाही इल्लल्लाह” और “बस नाम रहेगा अल्लाह का” जैसे नारे गूँज रहे थे। हालांकि इन साम्प्रदायिक नारों और नज़्मों को भी सेक्युलरिज्म का अंडरवियर पहनाने की कोशिशें खूब हुईं, लेकिन ...
Read More »इस बार हम डरने के इरादे से मैदान में नहीं हैं: इमरान प्रतापगढ़ी के भीतर का मुसलमान जगा
अनुपम कुमार सिंह नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन के नाम पर जगह-जगह हो रहे उपद्रवों में कुछ चेहरे हैं जो घूम-घूम कर लोगों को भड़काने में लगे हैं। इनमें से एक चेहरा शायर इमरान प्रतापगढ़ी का भी है। इमरान गणतंत्र दिवस के दिन रविवार (जनवरी 26, 2020) को ...
Read More »जरा विचार कीजिये, क्या इसी आजादी की खातिर हमारे हजारों जवान शहीद हुए
राजेश श्रीवास्तव आज गणतंत्र दिवस की 71वीं वर्षगांव है। देश अपने गणतंत्र के 7० वर्ष पूरे कर चुका है। साथ ही सरिता प्रवाह भी अपनी उतार-चढ़ाव भरी पांच वर्ष की यात्रा पूरी कर चुका है। छठे वर्ष में सरिता प्रवाह के प्रवेश की यात्रा निश्चित रूप से आप सबकी साक्षी ...
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