राजेश श्रीवास्तव भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी की तरफ बढ़ रही है। 2०16-17 में जीडीपी विकास दर 8.2% थी, 2०18-19 में वो 5.8% पर पहुंच गई है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की रिसर्च के मुताबिक 2०19-2० की पहली तिमाही में यह और नीचे जाकर 5.6% पर पहुंचने की आशंका है। ...
Read More »कही-अनकही सचकही
कृषि प्रधान देश के 76 फीसद किसान तलाश रहे खेती के विकल्प
राजेश श्रीवास्तव लखनऊ । कभी भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता था । लेकिन आज वह स्थिति आ गयी है जब हमारा अन्नदाता ख्ोती को छोड़कर उसका विकल्प तलाशने लगा है। यह स्थिति सिर्फ यह सोचने को विवश नहीं करती कि किसान ख्ोती छोड़ रहा है। बल्कि यह सोचने ...
Read More »वामपंथ एक कैंसर है, इसको इग्नोर करने से काम नहीं चलेगा, इनकी जड़ पर एसिड डालना ज़रूरी
अजीत भारती वामपंथ के नाम पर आपको खूब इमोशनल अदरक-लहसुन सुँघाया जाएगा। वो कहेंगे कि ‘कामनिष्ठ मैनिफेस्टो’ पढ़ो। आप पूछिए कि क्यों पढ़ें? वो कहें कि मार्क्स के विचार पढ़ो, आप पूछिए कि क्यों पढ़ें? वो कहेंगे कि वामपंथ की विचारधारा उदारवादी है, आप कहिए कि नक्सलियों के हिमयाती और ...
Read More »डियर शेहला सबूत तो जरूरी है, वरना चर्चे तो आपके बैग में कंडोम मिलने के भी थे
डियर शेहला रशीद शोरा, आशा है आप सानंद होंगी। अब ये मत कहिएगा कि सेना की फटकार, सोशल मीडिया पर दुत्कार और कानून के कसते शिकंजे के बीच आनंद कैसा! पार्ट टाइम पढ़ाई और फुल टाइम पॉलिटिक्स की आपकी मेहनत को जानता हूॅं। दुख इस बात का है कि सोशल ...
Read More »जिसके पिता ने लिखी सत्यनारायण कथा, उसके 3 बेटों ने ‘इज्जत लूटने वाले’ अंग्रेज को मारा और चढ़ गए फाँसी पर
आनन्द कुमार आज अगर कोई कहे कि घर में पूजा है, तो ये माना जा सकता है कि “सत्यनारायण कथा” होने वाली है। ऐसा हमेशा से नहीं था। दो सौ साल पहले के दौर में घरों में होने वाली पूजा में सत्यनारायण कथा सुनाया जाना उतना आम नहीं था। हरि ...
Read More »कश्मीर में पंडित सुरक्षित है और मुसलमान आतंक में हैं: भारतीय मीडिया की पाक अकुपाइड पत्रकारिता
अजीत भारती ये एक फर्जी ‘दुख भरी कहानी’ है जो आपको नाम बदल कर हर पाक अकुपाइड पत्रकार लिखता मिलेगा। ये न लिख पाए, तो दस लोगों का नाम लिख कर यह बताता मिलेगा कि ‘स्थानीय कश्मीरी नवयुवक ने बताई अपनी व्यथा’। वो सारे नवयुवक फर्जी होते हैं, जैसे कि ...
Read More »‘खुली हवा में जरा सांस तो ले लें, कब तक रहेगी आजादी भला कौन जाने’: अटल बिहारी बाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के ही नहीं बल्कि देश के उन चुनिंदा नेताओं में एक थे जिन्हें सुनने के लिए जनता की भीड़ स्वयं ही उमड़ जाया करती थी । उनके भाषण आज भी अमर है, उनके कहे हुए एक – एक शब्द लोगों को नए उत्साह से ...
Read More »पुण्य तिथि विशेष- अगर अटल बिहारी वाजपेयी नहीं होते, तो इन मामलों में पीछे रह जाता भारत
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की आज पहली पुण्यतिथि है, आज पीएम मोदी उनकी समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे, वाजपेयी देश के उन प्रधानमंत्रियों में शामिल हैं, जिन्होने ना सिर्फ देश को प्रशासन और रक्षा के क्षेत्र में आगे बढाया, बल्कि ऑर्थिक विकास के स्तर पर भी दुनिया में ...
Read More »गौतस्करों ने 19 हिन्दुओं की हत्या की, लेकिन गोपाल की हत्या उसे तबरेज़ या अखलाक नहीं बना पाती
अजीत भारती स्वराज्य पोर्टल पर एक खबर छपी है जहाँ उन्होंने यह बताया है कि 2018 से अब तक बीस लोगों की हत्याएँ हुई हैं गौतस्करों और बीफ माफिया द्वारा। इनमें किसान हैं, पुलिस वाले हैं, साधु हैं। ये इक्का-दुक्का हुआ हो, ऐसा भी नहीं। साल भर में अगर बीस लोग ...
Read More »अमित शुक्ला का धर्म , धर्म नही और वाजिद का धर्म सिर माथे पर
योगेश किसलय वाह रे जोमाटो ! बड़ा गंगा जमुनी तहजीब बांटे जा रहे हो मुफत में। इतना ही नही चुनौती भी दे रहे हो कि हिंदुओ के भरोसे उनकी दुकानदारी नही चल रही है। उधर लिब्रान्ड जमात भी उल्टी दस्त किये जा रहा है कि देश का धार्मिक समरसता खतरे ...
Read More »कश्मीरः भारत-पाक अपना ढोंग खत्म करें
डॉ. वेद प्रताप वैदिक कश्मीर में 10 हजार नए पुलिसवालों की तैनाती से हड़कंप मचा हुआ है। कश्मीरी नेता और अलगाववादी लोग भी यह मान रहे हैं कि यह तैनाती इसलिए की जा रही है कि सरकार धारा 370 और 35 ए को खत्म करनेवाली है। उन कश्मीरी नेताओं का ...
Read More »उन्नाव केस- ‘रामराज’ में सिर्फ आदेश जारी होते हैं, जांच कहां होती है?
उर्मिलेश उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता, जिसने भाजपा के दबंग विधायक कुलदीप सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था, वह इस वक्त लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में पड़ी है! रायबरेली जाते समय उसकी कार को एक ट्रक ने बड़े संदिग्ध तरीके से टक्कर मारी! यह टक्कर इतनी भयानक थी कि ...
Read More »SCROLL से सीखिए हिमा दास की काबिलियत पर तर्कों के साथ शक करना
जयन्ती मिश्रा जिस देश में तमाम योजनाओं और कोशिशों के बाद भी भ्रूण हत्या के आँकड़ों में गिरावट न देखने को मिल रहा हो उस देश में एक लड़की द्वारा स्कूल कॉम्पीटिशन में जीती गई एक छोटी सी रेस का क्या महत्व होता है, ये शायद पितृसत्ता में जकड़े लोग ...
Read More »आरटीआई : न्यू इंडिया की बात करने वाली सरकार लौट रही पुराने युग में
राजेश श्रीवास्तव देश की मोदी-2.० सरकार ने बीते दिनों बड़ी चालाकी से आरटीआई में संशोधन करके बिल लोकसभा से पारित कर दिया। इस बिल में विपक्ष कई सवाल उठा रहा है। सवाल यूं ही नहीं उठाये जा रहे उसके पीछे कई अहम कारण हंै। मसलन जब वर्ष 2००6 में यूपीए ...
Read More »कारगिल दिवस पर उमर-शेहला-महबूबा भूले ट्विटर पासवर्ड, ट्वीट करने वाली स्याही खत्म
आशीष नौटियाल सोशल मीडिया पर अक्सर हर दूसरी बात पर उपद्रव मचाने वाले लोगों के पास कारगिल विजय दिवस के बीस वर्ष पूरे होने पर शब्दों का अकाल दिख रहा है। इनमें कुछ ऐसे भी हैं, जो ऐसे परिवारों से सम्बन्ध रखते हैं, जिन्होंने सालों कश्मीर पर राज किया। कारगिल ...
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