जयन्ती मिश्रा इसे समाजवादी पार्टी यानी सपा का चाल-चरित्र कहें या कमर के ऊपर सोच नहीं पाने की कुव्वत। पार्टी नेताओं में महिलाओं को लेकर ओछी टिप्पणी करने की होड़ लगी रहती है। इस होड़ और इससे मिलने वाली सुर्खियों का नशा इन पर कुछ ऐसा चढ़ता है कि वे ...
Read More »कही-अनकही सचकही
इन तथाकथित कलाकारों-बुद्धिजीवियों की पत्र-हरकत के पीछे कौन सी शक्तियां काम कर रही हैं?
प्रभात रंजन दीन कुछ लोगों ने गिरोह बना कर प्रधानमंत्री को एक चिट्ठी लिखी है। शैतानों का गिरोह बहुत जल्दी बन जाता है। अच्छे लोग एकजुट नहीं हो पाते। इन शातिर-शैतानों ने हिन्दू-धार्मिक नारे लगवाने की एक-दो घटनाएं उठा लीं और ‘लिंचिंग’ शब्द उठा लिया और पीएम को पत्र लिख ...
Read More »अकबरुद्दीन ओवैसी, दर्द उठा है तो अलीगढ़ के हकीम के पास जाओ, ये 2019 है
अजीत भारती पुरानी फिल्म में एक संवाद है कि ‘भैंस पूँछ उठाएगी तो गाना नहीं गाएगी, गोबर ही करेगी’। ओवैसी नाम के दो मुसलमान हैं, जो राष्ट्रीय परिदृश्य में काफी चर्चित रहते हैं। ये दोनों आपस में गुड ओवैसी-बैड ओवैसी करते रहते हैं। एक भाई मुँह से विष्ठा करता है, ...
Read More »कुरान वितरित करने का आदेश देने वाले न्यायाधीश पर माननीय हाई कोर्ट कदम उठाये
के विक्रम राव रांची के न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) द्वारा जमानत हेतु अपने आदेश (16 जुलाई) में कुरान को वितरित कराने वाली विचित्र शर्त जो रखी थी वह सर्वथा अमान्य है| इसे दण्ड संहिता के प्रावधान में स्वतः शामिल कर न्यायाधीश मूल संसदीय कानून से भी काफी ऊपर उठ गये| ...
Read More »BBC और The Print को चाहिए खूब सारा ‘सेक्स’, वामपंथी करेंगे आपस में ही प्रेम
आशीष नौटियाल हर गली-मोहल्ले-कस्बे में लगे हाशमी दवाखाना वालों के इश्तिहार देखकर लगता है कि इस देश की सबसे बड़ी समस्या वामपंथ, आतंकवाद या फिर गरीबी नहीं बल्कि मर्दाना कमजोरी है। लेकिन हाशमी दवाखाने के इश्तिहारों को अब गली मोहल्ले से अपना पता बदल लेना चाहिए। अब हाशमी दवाखाने का ...
Read More »सरकार ने सिर्फ आनंद को पकड़ा, मायावती कैसे छूट गई ?
डॉ. वेद प्रताप वैदिक दिल्ली के पास नोएडा इलाके में उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भाई आनंदकुमार की यह सात एकड़ जमीन थी। यह जमीन आनंद ने उस समय कब्जाई थी, जब उसकी बड़ी बहन उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री थी। यह जमीन बेनामी है। आनंद और उसकी पत्नी विचित्रा इस ...
Read More »तख्ती गैंग, मौलवी क़ुरान पढ़ाने के बहाने जब रेप करता है तो कौन सा मज़हब शर्मिंदा होगा?
आशीष नौटियाल उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मस्जिद में नमाज पढ़ाने वाले मौलाना ने 9 साल की बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। यह घटना इतने चुपके से सामने आई है कि मेनस्ट्रीम मीडिया को अपने दफ्तर से विवेकाधीन अवकाश लेना पड़ा। आनन-फानन में छुट्टियाँ घोषित कर ...
Read More »आख़िर देश में और भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हैं, लेकिन मुस्लिम ही कुतर्क क्यों गढते हैं
दयानंद पांडेय हमारे कुछ मुस्लिम दोस्त हैं जो कुतर्क के ढेर सारे अमरुद बेहिसाब खाते जा रहे हैं । उन को गुमान बहुत है कि मुसलमानों ने इस देश को बहुत कुछ दिया है । और इस अंदाज़ में कह रहे हैं गोया वह अभी भी अरब में रह रहे ...
Read More »भारत धृतराष्ट्र क्यों बना हुआ है ?
डॉ. वेद प्रताप वैदिक अफगानिस्तान के सवाल पर पिछले हफ्ते चीन में चार देशों ने बात की। अमेरिका, रुस, चीन और पाकिस्तान ! इनमें भारत क्यों नहीं है ? क्या अफगानिस्तान से भारत का कोई संबंध नहीं है ? भारत और अफगानिस्तान के संबंध सदियों से चले आ रहे हैं। ...
Read More »ऋचा भारती को आप ने कहा क़ुरान बाँटो, उसे ‘रंडी साली’, ‘फक योर सिस्टर’ कहने वाले क्या बाँटें मी लॉर्ड?
अजीत भारती आजकल कोर्ट ऐसे-ऐसे विचित्र फ़ैसले दे रही है कि या तो आपकी भाषा पर से नियंत्रण हट जाएगा या आपको उनकी समझदारी पर शक होने लगेगा। संविधान में अभिव्यक्ति की आज़ादी है। लेकिन ये किस समय, किसके पक्ष में इस्तेमाल होगा, ये कोई नहीं जानता। आम आदमी फेसबुक ...
Read More »साक्षी फिर से एक मटुकनाथ के जाल में जा फंसी है
योगेश किसलय मैं जब शादीशुदा , अधेड़ और खुर्राट लोगो की प्रेम कथा पढ़ता और देखता हूँ तो मुझे मटुकनाथ दिखाई देने लगते हैं । मटुक नाथ पटना में हिंदी के प्रोफेसर थे और अपनी रंगीनमिजाजी के लिए विख्यात थे । शादी के पहले और शादी के बाद उन्होंने कई ...
Read More »कोई तमंचेबाज़, कोई चरित्रहीन किसी भी समय की साक्षी का भविष्य नही हो सकता
अभिषेक उपाध्याय साक्षी मिश्रा के मामले में तथाकथित खुले और आजाद विचार वाले लोगों की जमात कल से बार बार एक ही तर्क का परमाणु विस्फोट कर रही है उसे संविधान ने आजादी दी हुई है। वो जिसे चाहे चुने, आपको क्या? आप कौन होते हैं, सलाह देने वाले? या ...
Read More »साक्षी, तुम राजनीति का शिकार हो गयी हो, कीचड़ से निकलकर दलदल में पहुँच गयी हो
पूजा व्रत गुप्ता साक्षी , मैं जानती हूँ , तुम्हें अपने पिता से नफ़रत हो गयी थी और ये नफ़रत यूँ ही नहीं जन्मी होगी । छोटी -छोटी बातें तुम्हारे अंदर ना जाने कब से घर करती रही होंगी। आमतौर पर बेटियों के साथ ऐसा ही होता है । पिता ...
Read More »साक्षी मिश्रा अपनी अय्याशी में असंख्य बेटियों की आजादी मत छिनो, अजितेश तुम्हारे लिये अंधी सुरंग है
दयानंद पांडेय बरेली की साक्षी मिश्रा जैसी लड़कियां भारतीय समाज पर कलंक हैं। कोढ़ हैं। ठीक है कि आप बालिग़ हैं , क़ानून आप को अधिकार भी देता है कि जिस से चाहें शादी करें , जिस के साथ चाहें रहें और सोएं । लेकिन क़ानून यह अधिकार तो नहीं ...
Read More »एक बच्ची ने जिद में अपनी बलि चढा ली और जमाना तालियां बजा रहा है
राणा यशवंत स्यार की एक आदत होती है. एक बोलेगा तो धीरे-धीरे सब बोलने लगते हैं. फिर चारों ओर उनका ही शोर रहता है. बरेली के विधायक राजेश मिश्रा की बेटी, साक्षी की शादी,निजी आजादी और उसके अपने फैसले को लेकर देश के खबरिया चैनलों का शोर कुछ वैसा ही ...
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