मृणाल प्रेम द वायर वालों को विचारों की कितनी कमी पड़ रही है, यह उनके लेखों को देखकर साफ हो रहा है। जनेऊ को हौव्वा बनाने से शुरू हुआ इनका मानसिक स्खलन इतना नीचे जा पहुँचा है कि अब ये कातिलों से लेकर गबन के आरोपियों का बचाव केवल इस ...
Read More »कही-अनकही सचकही
हिन्दू मंगरू की लिंचिंग पत्रकारिता के समुदाय विशेष के लिए उतनी ‘सेक्सी’ नहीं है
मृणाल प्रेम दो मॉब लिंचिंग, दो हत्याएँ, दोनों में हत्यारों के झुण्ड पर आरोप- लेकिन दोनों पर मीडिया गिरोह की अलग-अलग कवरेज। तबरेज़ अंसारी की मौत पर रुदाली करने वाले सभी मीडिया गिरोहों में मंगरू की वैसी ही मौत पर सन्नाटा है। क्योंकि मंगरू की मौत में ‘एंगल’ नहीं है। ...
Read More »अंबाती रायडू का संन्यास बीसीसीआई और चयन समिति के मुंह पर जोरदार तमाचा
पद्मपति शर्मा अंबाती रायडू का संन्यास बीसीसीआई, चयन समिति और भारतीय टीम के कप्तान-कोच के मुंह पर जोरदार तमाचा . इग्लैण्ड में चल रहे 2019 विश्व कप के लिए भारतीय टीम मे न चुने जाने से आहत 33 वर्षीय अंबाती रायडू ने आज अपना बल्ला खूटी पर लटकाने की घोषणा ...
Read More »सेक्यूलरिज्म के दुकानदारों कहां हो तुम?
दयानंद पांडेय आइएएस टॉपर शाह फ़ैज़ल भारत की सर्वाधिक प्रतिष्ठित नौकरी को लात मार कर कश्मीर लौट गया। दंगल फेम ज़ायरा वसीम फिल्म इंडस्ट्री को लात मार कर कश्मीर लौट गई। दस बरस तक उप राष्ट्रपति रहा एक #$%$ मोहम्मद हामिद अंसारी जब-तब कहता ही रहता है कि भारत में ...
Read More »इस झूठ को नकारिए कि अमरनाथ गुफा की खोज एक मुसलिम ने की थी……………
पैगंबर मोहम्मद का जब जन्म भी नहीं हुआ था, तब से अमरनाथ गुफा में हो रही है पूजा-अर्चना! इसलिए इस झूठ को नकारिए कि अमरनाथ गुफा की खोज एक मुसलिम ने की थी! जानिए अमरनाथ का पूरा इतिहास ताकि अपने बच्चों को बता सकें . कल बाबा बर्फानी के दर्शन ...
Read More »क्या आप जानते हैं कि चाणक्य सीरियल बीच में ही सरकारी दबाव पर रोक दिया गया था…………..
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 90 के दशक में, चाणक्य एक बहुत ही लोकप्रिय सीरियल हुआ करता था। सीरियल का कथानक, एक्टिंग और इसमें दिया गया संदेश इतना प्रभावी था, कि लोग उसका बेसब्री से इंतजार किया करते थे। इस पोस्ट के मूल लेखक JNU से पढ़े हुए हैं, वे भी इस सीरियल ...
Read More »अनुच्छेद 35(A) : 1947 में हुए सत्ता हस्तांतरण के बाद देश के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू की साजिश
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 1947 में हुए सत्ता हस्तांतरण के बाद देश के साथ अनेक साजिशें हुई, देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने राष्ट्रपति से एक अध्यादेश जारी कराया और उसे संविधान में शामिल कर दिया जिसे अनुच्छेद 35(A) से जाना जाता है , जिसके कारण कश्मीर में दस लाख हिंदुओं को ...
Read More »मीठा मीठा गप कड़वा कड़वा थू
राजेश श्रीवास्तव अभी बीते सप्ताह दो ऐसे मामले सामने आये जिससे पता चलता हैं की मोदी सरकार मीठा मीठा गप और कड़वा कड़वा थू वाली कहावत पर कदमताल करती दिख रही है. एक अमेरिकन संस्था की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक संस्था की रिपोर्ट को भारत ने यह कहकर ख़ारिज कर दिया की ...
Read More »एक ऐसा पीएम जिसने भारत बचाया
के विक्रम राव अंतर्राष्ट्रीय सीमा को अमृतसर से अम्बाला तक धकेलने के साजिशकर्ता खालिस्तानियों को मात देनेवाले, उजबेकी लुटेरे जहीरुद्दीन बाबर के अतिक्रमण से अयोध्या को मुक्त कराने में सहायक बने, अर्थतंत्र को बाबुओं के शिकंजे से आजाद कराने वाले पीवी नरसिम्हा राव की आज (28 जून) 98वीं जयंती है| ...
Read More »चुनाव हों या न हों, अगले दस-बीस साल हम ही को रहना है और हम मुखौटों में नहीं असली मुखड़ों में दिखेंगे
मुकेश कुमार एक ऐंकर स्टूडियो में ज़ोर-ज़ोर से चीखते हुए ऐसे दौड़ रहा था जैसे विजय-जुलूस का नेतृत्व कर रहा हो। उत्तेजना में वह आँए-बाएं बके जा रहा है। उससे ऐंकरिंग सँभल नहीं रही। ऐसा लगता है कि वह सन्निपात मे स्टूडियो से बाहर निकलकर लाल किले पर चढ़ जाएगा ...
Read More »धावा दलों के अलावा रिश्वतखोरों के खिलाफ स्टिंग आपरेशन भी जरूरी
सुरेन्द्र किशोर मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और डी.जी.पी गुप्तेश्वर पांडेय पुलिसतंत्र को चुस्त करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। बार -बार उच्चस्तरीय बैठकें हो रही हैं। पर, इन बैठकों का फील्ड अफसरों पर कम ही असर हो रहा है। सरकारी योजनाओं की प्रगति और कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने ...
Read More »पोम्पिओ ने तो खुले में ऐसी बात कह दी, जो आज तक किसी अमेरिकी नेता ने कहने का साहस नहीं किया
डॉ. वेद प्रताप वैदिक अमेरिकी विदेश मंत्री माइकेल पोम्पिओ की यह संक्षिप्त भारत-यात्रा काफी सफल कही जा सकती है। वैसे तो वे पहले भी कई बार सपत्नीक भारत आ चुके हैं लेकिन विदेश मंत्री के तौर पर वे पहली बार भारत आए हैं। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य ओसाका में ...
Read More »यदि काला धन खत्म हो जाए तो हमारे नेताओं की दुकानें कैसे चलेंगी?
डॉ. वेद प्रताप वैदिक काले धन ने हमारी संसद को भी अंगूठा दिखा दिया है। कोई यह बताए कि जिनकी जिंदगी ही काले धन पर निर्भर है, वे यह क्यों और कैसे बताएंगे कि देश और विदेशों में काला धन कितना है और उसे कैसे-कैसे छिपाकर रखा गया है। हमारी ...
Read More »आज देश के लोग बिना परमिट के कश्मीर में जा पा रहे हैं तो इसके पीछे सिर्फ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है
प्रखर श्रीवास्तव नेहरूवादी और वामपंथी इतिहासकारों ने देश के कुछ महान नेताओं के बारे में इस कदर कुप्रचार किया है कि हमारी नई पीढ़ी ने उनके झूठ को ही सच मान लिया है… कल ये साजिश तब फिर सामने आई जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस (जी हां, बलिदान ...
Read More »वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया
चंदन शर्मा आज से करीब 44 साल पहले आए एक ऐतिहासिक फैसले ने एक साल से आंदोलनरत विपक्ष को वह ‘ऑक्सीजन’ दे दी थी जिसे उसे तलाश थी. इसी फैसले ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को देश में आपातकाल लगाने पर मजबूर कर दिया था. जिस मुकदमे में यह फैसला ...
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