Friday , March 29 2024

हमारे कॉलमिस्ट

भारत से जुड़ी पॉजिटिव खबरों को खारिज करने में जुटा अंतरराष्ट्रीय-भारतीय मीडिया का एक तबका

बैजयंत जय पांडा कोरोना वायरस से उपजी महामारी के खिलाफ भारत की जंग एक नए दौर में पहुंच गई है। इस जंग के दौरान यह आम सहमति उभरी है कि देश ने इस आपदा का सामना बहुत सक्षमता और कुशलता से किया है। इसी कारण इसकी रोकथाम के लिए लगाए ...

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तब्लीगियों और मजदूरों को लेकर राजनीति होती रही, पर सरकार का इकबाल कहीं दिखा ही नहीं, अब कोरोना झेलिए!

अभिरंजन कुमार आज कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या 58,802 है और अब तक कुल 3,163 लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है। अब तक संक्रमण के कुल 1,01,139 मामले कन्फर्म हो चुके हैं। एक्टिव केस के मामले में भारत अभी दुनिया में 7वें स्थान पर आ चुका है। ...

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आंख तो चाटुकारों ने बंद कर ही रखी थी, कान भी बंद होता गया, मायावती साफ होते-होते पूरी तरह साफ हो गईं

दयानंद पांडेय मायावती उन दिनों मुख्य मंत्री थीं । एक इंटरव्यू में मैं ने उन से पूछ लिया कि आप अपने को बहुजन समाज का नेता क्यों कहती हैं ? वह गुरुर से भर कर बोलीं , मैं बहुजन समाज की ही नेता हूं । मैं ने उन से प्रति ...

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मुसीबत में कर्ज बांटने को राहत पैकेज कहा जाता है यह पहली दफा सुना

पुष्य मित्र मोदी जी के 20 लाख करोड़ के पैकेज की कहानी बस इतनी सी है कि आने वाले दिनों में कोई भी छोटा बड़ा फैक्टरी वाला कर्ज मांगे तो उसे बिना गारंटी के दे देना है। वैसे भी आजकल बैंक कर्ज देने के लिये परेशान हैं। मेरे बैंक की ...

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अनबूझी प्रहेलिका हैं सोनिया

के विक्रम राव एक शीर्ष-स्तरीय शासकीय जांच, ढाई दशक पुरानी, अभी तक पूरी नहीं हुई| प्रकरण है कि सोनिया गाँधी क्या हैं ? प्रधान मंत्री पर सवासेर हैं अथवा राष्ट्रपति के समकक्ष हैं? मसला मोदी राज के पहले का है | भविष्य में फिर उठ सकता है, अगर सोनिया-कांग्रेस सत्ता ...

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अधीर चौधरी तो दहाड़े, पर कांग्रेस मिमिया गयी !

के विक्रम राव अधीर बाबू भी अक्सर बोलते ही रहते हैं| भाजपायी मंत्रियों के भाषण में व्यवधान डालना उनकी फितरत है| सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और सभी 49 सदस्य उन्हें तल्लीनता से सुनते हैं| बजट अधिवेशन में (4 फरवरी 2020) के दिन अधीर बाबू ने भाजपा को “रावण की औलाद” ...

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कोरोना काल में सब कुछ बुरा ही नहीं हो रहा,उस तरफ बस ध्यान नहीं जाता

प्रवीण बागी बेशक कोरोना ने सबको परेशान कर दिया है।लेकिन कोरोना काल में सब कुछ बुरा ही नहीं हो रहा, बहुत कुछ अच्छा भी हो रहा है। लेकिन एक तो सुकून देनेवाली खबरें ठीक से प्रसारित नहीं हो रही हैं और अगर हो भी रही हैं तो हम इतने उलझे ...

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ज़हर-ए-मुनव्वर राणा: महफिल नहीं मिल रही तो ट्विटर से फैला रहा है नफरत, हिन्दुओं को ले कर घृणा

आशीष नौटियाल उर्दू के मशहूर और विवादित शायर मुनव्वर राना ने एक विवादित ट्वीट में लिखा कि भारत में 35 करोड़ इंसान और 100 करोड़ जानवर रहते हैं। इसके साथ ही मुनव्वर राना ने लिखा है कि ये 100 करोड़ चुनावों में वोट देने के ही काम आता है। यह पहली बार ...

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कोरोना वायरस : सदियों से कहर बरपा रहे वायरसों के आगे इंसान हर बार उतना ही लाचार क्यों दिखाई देता है?

अंजलि मिश्रा ‘होमो सेपियंस (मनुष्य) इकलौता ऐसा जीव है जिसने बाकी सभी जानवरों को अपने काबू में कर लिया है. सारी धरती उसके नियंत्रण में है. यहां तक कि वह चांद पर भी कदम रख चुका है. लेकिन अब एक सूक्ष्म जीव के सामने वह लाचार खड़ा है. हमें याद ...

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दिल्ली में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें, आँकड़े छिपा रहे केजरीवाल

कपिल मिश्रा दिल्ली में कोरोना से सैकड़ों मौतें हो रही है। दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में रोज कोरोना से हो रही मौतों के रजिस्टर का डाटा बताता है कि स्थिति बहुत भयानक है। लेकिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार कोरोना से हुई मौतों का जो डाटा सर्वजनिक कर रही है, वह ...

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सरकारी अनुकंपा है साहब! मजदूर और पत्रकार वोट बैंक थोड़ी हैं

राजेश श्रीवास्तव शुक्रवार की सुबह आम दिनों की तरह नहीं थी जब लोगों की आंख खुली तो मध्य प्रदेश के औरंगाबाद की एक ट्रेन की पटरी पर बिखरे मांस के लोथड़े, सीत्कारें, चीख्ों, रोटियां, फटे कपड़े, कुछ चप्पल और छोटा-मोटा सामान सब कुछ मानो कह रहा था कि जिन 16 ...

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अंबेडकर को संविधान निर्माता कहना , संविधान के साथ छल और कपट है

दयानंद पांडेय यह छुपी बात तो है नहीं कि मैं निजी तौर पर अंबेडकर के निंदकों में से हूं। सर्वदा से रहा हूं। ख़ास कर उन की जातीय नफरत के मद्दे नज़र। जैसा कि अंबेडकर कहते रहे हैं कि समाज में समता मार्क्स की हिंसा के बिना भी लाई जा ...

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जिन्ना का डिवाइड इंडिया, डिस्ट्राय इंडिया का खेल अभी भी जारी है , बस डायरेक्ट ऐक्शन की घोषणा ही शेष है

दयानंद पांडेय भारत में ऐसे हिंदुओं की , हिंदुत्ववादियों की कमी नहीं है जो अभी भी पाकिस्तान बनाने के लिए गांधी को सब से बड़ा दोषी मानते हैं। मानते रहेंगे। बहुत से हिंदू और हिंदुत्ववादी गांधी को मुस्लिम परस्त भी मानते हैं। इसी कारण नाथूराम गोडसे ने गांधी की हत्या ...

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डोल रहा है ट्रम्प का सिंहासन पर भारत क्यों हो रहा बेचैन

राजेश श्रीवास्तव इस समय जब देश और दुनिया कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से जूझ रही है तब आप कोई भी मीडिया चैनल उठा कर देख लें तो एकाध को छोड़कर सभी चीन को कोसते दिख्ोंगे। कमोवेश यह स्थिति भारत और अमेरिका दोनों की ही है दोनो ही देशों ने ...

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क से कम्युनिस्ट और क से कैटलिस्ट

तृप्ति शुक्ला पिछली एक पोस्ट में मैंने कहा था कि एक कम्युनिस्ट आदमी क्रिया पर नहीं, बल्कि प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रिया देता है। मगर कभी सोचा है कि वो ऐसा करता क्यों है? क्योंकि वो बहुत मजबूर होता है। एक कम्युनिस्ट आदमी किसी क्रिया पर प्रतिक्रिया इसलिए नहीं देता क्योंकि वो ...

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