Friday , November 22 2024

हमारे कॉलमिस्ट

तो इस विकल , विरल समय और संयोग को प्रणाम कीजिए कि नरेंद्र मोदी जैसा डिप्लोमेट प्रधान मंत्री है

दयानंद पांडेय आप मत मानिए लेकिन मेरा स्पष्ट मानना है कि तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो चुका है। चीन ने बिस्मिल्ला कर दिया है। कोरोना इस तीसरे विश्वयुद्ध की पूर्व पीठिका है। भारत में पहले तबलीगियों और मज़दूरों के मार्फत अस्थिरता का माहौल बनाने में वह पूरी तरह कामयाब रहा है। ...

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SatyaHindi की एजेंडा पत्रकारिता… जहाँ सत्य एवं तथ्य को नजरअंदाज करते हैं आशुतोष

आशीष सूद  देश में वेब पोर्टल की बाढ़ सी आ गई है। उनमें से कुछ के लिए मीडिया जगत में जगह बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करना अपने आप को प्रचारित करने का सबसे आसान माध्यम बन गया है। इसी सिद्धांत के आधार पर उनमें से कुछ ...

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हिंदू-मुसलमान-सिख, सबका नरसंहार हुआ ‘धर्मनिरपेक्ष कांग्रेस’ के शासन में!

श्यामल कुमार त्रिपाठी  देश की सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी यदि कोई है तो वो कांग्रेस है। समय-समय पर कांग्रेस के शासनकाल में संप्रदायिक दंगे की आड़ में हिंदू-मुसलमान-सिख और यहां तक कि जनजाति समुदाय के लोगों का कत्‍लेआम हुआ। जिस सिख पंथ की स्‍थापना गुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा ...

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कांग्रेस की बस , सपा-बसपा की जहाज और कम्युनिस्टों का राकेट प्लान

दयानंद पांडेय आप देख लीजिएगा जल्दी ही सपा और बसपा भी हज़ार , दो हज़ार जहाज उड़वाने का प्रस्ताव रखेंगी। कांग्रेस को आखिर अकेले माइलेज कैसे लेने देंगी। योगी सरकार को पटकनी देने में कोई पीछे क्यों रहे भला। सुना है सपा , बसपा की ऐसी तैयारी सुन कर वामपंथी ...

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आखिर क्या भारत ऐसे बनेगा आत्मनिर्भर

राजेश श्रीवास्तव इन दिनों देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात चल रही है लेकिन वर्तमान की मोदी सरकार आत्मनिर्भर बनाने के कितने प्रयास कर रही है, इसका अगर आकंड़ों की लिहाज से खोजबीन करेंगे तो लगेगा कि यह सिर्फ भाषण भर हैं, क्योंकि इसके कोई प्रयास होते नहीं दिखते। 2०13 ...

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नेपाल पर लालिमा या कालिमा? आखिर इस शर्मा ‘ओली’ की साजिश क्या है ?

के विक्रम राव हिन्दू-बहुल नेपाल के परले दर्जे के दहशतगर्द, नक्सली प्रधान मंत्री पंडित खड्ग प्रसाद शर्मा उर्फ़ ओली ने अपने इष्टदेव लाल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को प्रसन्न कर दिया| ऐसी बेला पर जब दो एशियाई महाशक्तियां (लोकतान्त्रिक भारत तथा कम्युनिस्ट चीन) बौद्ध (पूर्वी) लद्दाख में बीजिंग द्वारा ...

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बेटी की कामयाबी के लिये मैंने इतना दीवाना पिता दूसरा नहीं देखा

दयानंद पांडे उन की बेटी मालिनी अवस्थी गोरखपुर में भी गाती थीं , गोरखपुर में भी उन्हें गाते हुए सुनता था। तब मल्लिका और मालिनी दोनों बहने साथ-साथ गाती थीं। पर लखनऊ में उन दिनों मालिनी भातखण्डे में गायन की विधिवत शिक्षा ले रही थीं। डाक्टर साहब तब बलरामपुर अस्पताल ...

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मंदिर में मांस, बलात्कारी सवर्ण, भटके हुए मुसलमान, डरे हुए पत्रकार: हिन्दूफोबिया की घृणा से सना है ‘पाताल लोक’

अनुपम कुमार सिंह मनोरंजन इंडस्ट्री में दशकों से जमे इकोसिस्टम को देखें तो ये तो मानना ही पड़ेगा कि इनमें से काफ़ी लोग प्रतिभाशाली और क्रिएटिव रहे हैं। एक ऐसी चीज, जो दक्षिणपंथी निर्माता-निर्देशकों-लेखकों में या तो है नहीं या फिर उन्हें इसे दिखाने के उचित मौके नहीं मिले। हम ...

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भारत से जुड़ी पॉजिटिव खबरों को खारिज करने में जुटा अंतरराष्ट्रीय-भारतीय मीडिया का एक तबका

बैजयंत जय पांडा कोरोना वायरस से उपजी महामारी के खिलाफ भारत की जंग एक नए दौर में पहुंच गई है। इस जंग के दौरान यह आम सहमति उभरी है कि देश ने इस आपदा का सामना बहुत सक्षमता और कुशलता से किया है। इसी कारण इसकी रोकथाम के लिए लगाए ...

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तब्लीगियों और मजदूरों को लेकर राजनीति होती रही, पर सरकार का इकबाल कहीं दिखा ही नहीं, अब कोरोना झेलिए!

अभिरंजन कुमार आज कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या 58,802 है और अब तक कुल 3,163 लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है। अब तक संक्रमण के कुल 1,01,139 मामले कन्फर्म हो चुके हैं। एक्टिव केस के मामले में भारत अभी दुनिया में 7वें स्थान पर आ चुका है। ...

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आंख तो चाटुकारों ने बंद कर ही रखी थी, कान भी बंद होता गया, मायावती साफ होते-होते पूरी तरह साफ हो गईं

दयानंद पांडेय मायावती उन दिनों मुख्य मंत्री थीं । एक इंटरव्यू में मैं ने उन से पूछ लिया कि आप अपने को बहुजन समाज का नेता क्यों कहती हैं ? वह गुरुर से भर कर बोलीं , मैं बहुजन समाज की ही नेता हूं । मैं ने उन से प्रति ...

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मुसीबत में कर्ज बांटने को राहत पैकेज कहा जाता है यह पहली दफा सुना

पुष्य मित्र मोदी जी के 20 लाख करोड़ के पैकेज की कहानी बस इतनी सी है कि आने वाले दिनों में कोई भी छोटा बड़ा फैक्टरी वाला कर्ज मांगे तो उसे बिना गारंटी के दे देना है। वैसे भी आजकल बैंक कर्ज देने के लिये परेशान हैं। मेरे बैंक की ...

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अनबूझी प्रहेलिका हैं सोनिया

के विक्रम राव एक शीर्ष-स्तरीय शासकीय जांच, ढाई दशक पुरानी, अभी तक पूरी नहीं हुई| प्रकरण है कि सोनिया गाँधी क्या हैं ? प्रधान मंत्री पर सवासेर हैं अथवा राष्ट्रपति के समकक्ष हैं? मसला मोदी राज के पहले का है | भविष्य में फिर उठ सकता है, अगर सोनिया-कांग्रेस सत्ता ...

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अधीर चौधरी तो दहाड़े, पर कांग्रेस मिमिया गयी !

के विक्रम राव अधीर बाबू भी अक्सर बोलते ही रहते हैं| भाजपायी मंत्रियों के भाषण में व्यवधान डालना उनकी फितरत है| सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और सभी 49 सदस्य उन्हें तल्लीनता से सुनते हैं| बजट अधिवेशन में (4 फरवरी 2020) के दिन अधीर बाबू ने भाजपा को “रावण की औलाद” ...

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कोरोना काल में सब कुछ बुरा ही नहीं हो रहा,उस तरफ बस ध्यान नहीं जाता

प्रवीण बागी बेशक कोरोना ने सबको परेशान कर दिया है।लेकिन कोरोना काल में सब कुछ बुरा ही नहीं हो रहा, बहुत कुछ अच्छा भी हो रहा है। लेकिन एक तो सुकून देनेवाली खबरें ठीक से प्रसारित नहीं हो रही हैं और अगर हो भी रही हैं तो हम इतने उलझे ...

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