Monday , April 29 2024

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CAA के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के नाम पर दंगा भड़काने की साज़िश: व्हाट्सप्प ग्रुप से हुआ कॉन्ग्रेस नेताओं का पर्दाफाश

नुपुर शर्मा  नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा और राजसभा में पास होते ही क़ानून बन गया। इसके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हुए लेकिन ये सवाल लाजिमी है कि इस विरोध प्रदर्शन को हिंसक और उग्र बनाने में किसका हाथ है? सबसे बड़ी हिंसा पश्चिम बंगाल में हुई जहाँ घंटों ट्रेनों व यात्रियों ...

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प्रशांत किशोर से सटीक सवाल, कौन सा मुसलमान पाक, बांग्लादेश या अफगान से आबरु बचाते भारत आया है?

सुरेन्द्र किशोर दैनिक जागरण-बिहार-के स्थानीय संपादक मनोज झा ने अपने काॅलम ‘हस्तक्षेप’ में प्रशांत किशोर से सटीक सवाल किया है। पूछा है कि ‘‘पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगला देश से धार्मिक उत्पीड़न का शिकार होकर कौन सा मुसलमान जान- आबरू बचाते हुए भारत आया है ?’’ उन्होंने यह भी लिखा है ...

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पूरा नाम क्या है? जाति जानने के बाद प्रताड़ित करते हैं दिलीप मंडल: माखनलाल यूनिवर्सिटी के छात्र

रवि अग्रहरि “आपका नाम क्या है? जी मनोज, पूरा नाम? जी मनोज मिश्रा” या ऐसा कोई भी नाम जो सामाजिक खाँचे में सवर्ण के नाम से जाना जाता है और इस प्रकार जाति का पता चलते ही किसी प्रोफ़ेसर की शिक्षा देने की शैली ही नहीं बल्कि व्यवहार भी बदल ...

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राम बड़े या राष्ट्र!

नागरिकता बिल-2019:- देशहित, पूर्वोत्तर के मूलनिवासियों के हित व पड़ोसी मुस्लिम देशों के प्रताड़ित गैर मुस्लिमों के हित के साथ शरणागत मुस्लिमों का भी रखता है पूरा ख्याल। घुसपैठियों के लिये होगी आफत राहुल कुमार गुप्त खुद को राम के अनुयायी कहने वालों के पास राम के ही नाम से ...

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संविधान सम्मत और न्याय की कसौटी पर खरा है नागरिकता बिल

राहुल कुमार गुप्त नागरिकता बिल में संशोधन समय-समय पर देश में होते रहे हैं किन्तु मोदी-2 सरकार का यह संशोधन न्यायिक पैमानों पर एकदम खरा साबित हो रहा है, जो भविष्य के भारत को मजबूती प्रदान करने के अलावा पड़ोसी मुस्लिम राष्ट्रों में पीड़ित अल्पसंख्यकों को मानव जीवन जीने के ...

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दिल्ली में किसका सजेगा दरबार

उपेन्द्र राय किसी भी देश में चुनाव अगर लोकतंत्र की आत्मा है, तो मतदाता उसके भाग्यविधाता। चुनाव के ‘जनपथ’ पर चलकर मतदाता ही सत्ता के ‘राजपथ’ का फैसला करते हैं। आने वाले वक्त में दिल्ली के मतदाताओं को भी इस अग्निपथ से गुजरना है। वैसे दिल्ली के मतदाता कमाल के ...

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IIT छात्र के बलात्कार से कैम्पस में तनावपूर्ण माहौल, प्रोफेसर ने ही किया है दुष्कृत्य

डॉक्टर प्रीति रेड्डी (बदला हुआ नाम) के बलात्कार और हत्या के बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जनाक्रोश अपने पूरे शबाब पर है। हैदराबाद का ये मामला अभी ठंडा हुआ भी नहीं था कि वाराणसी से एक लड़के के बलात्कार की ख़बर आई है। बलात्कार का आरोपित वही व्यक्ति है, ...

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गिरती जीडीपी : नोटबंदी के दिन से ही शुरू हो गया था आर्थिक दुर्भाग्य

राजेश श्रीवास्तव इसी सप्ताह दो ऐसी खबरें आयीं जिससे पता चलता है कि सरकार की नीतियां कितनी कारगर होती दिख रहीं हैं। एक गिरती जीडीपी की और दूसरी फैक्ट्रियों मंे उत्पादन ठप होने या कम होने के चलते बिजली की कम मांग। इन दोनों खबरों का आकलन करना बेहद जरूरी ...

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हम भी रेले गए थे, तुम भी रेले जाओगे: उद्धव ठाकरे को मिली कुमारस्वामी की चिट्ठी

प्रिय उद्धव बाला साहब ठाकरे, ख़बरों में देखा कि आपने कॉन्ग्रेस के समर्थन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। मैंने भी ली थी। आपने बहुमत भी साबित कर दिया। मैंने भी कर दिया था। आपने भी मोटाभाई का इगो हर्ट किया। मैंने भी किया था। आपने 3 दिन के ...

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जो अपने ‘बाप’ के नहीं हुए, वो ‘बापू’ के क्या होंगे?

आदरणीय राहुल गांधी जी, एक ‘गांधी’ की हत्यारे की विचारधारा से नफरत और दूसरे ‘गांधी’ की हत्यारों की विचारधारा से मुहब्बत…? राहुल जी आप सोच रहे होंगे कि ये दूसरे ‘गांधी’ कौन हैं तो ये दूसरे ‘गांधी’ है आपके पूजनीय पिताजी स्वर्गीय राजीव गांधी… जाहिर है हर बेटे की तरह ...

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महाराष्ट्र : यूं हीं नहीं चले गये अजित बीजेपी के खेमे में

राजेश श्रीवास्तव महाराष्ट्र में सियासत की जो इबारत लिखी गयी वह पुरानी पर बेमिसाल ही कही जायेगी। मात्र रात के दो-तीन घंटों में ही पूरी तस्वीर बदल गयी और जब सियासत दां नींद से जागे तो देवेंद्र फडनवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके थ्ो। दरअसल इस पूरे घटनाक्रम को ...

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महाराष्ट्र की राजनीति में फ़िलहाल लक्ष्मण के मूर्छित होने और रावण वध के बीच का समय है यह

दयानंद पांडेय भारतीय राजनीति में धर्मनिरपेक्षता , सांप्रदायिकता , विचारधारा आदि-इत्यादि न सिर्फ़ लफ्फाजी है बल्कि बहुत बड़ा पाखंड है , महाराष्ट्र की नई राजनीति ने एक बार फिर साबित कर दिया है। यह भी कि लोकतंत्र में संख्या बल और जोड़-तोड़ ही नहीं , मनबढ़ई , लंठई , गुंडई ...

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शेर, लोमड़ी और भेड़िए में सत्ता संघर्ष… बुरी मौत मरा लोमड़ी: महाराष्ट्र में आज की कहानी

जंगल में सूखा पड़ा था और खाने की कमी होने लगी। शाकाहारी पशु मरने लगे या पलायन कर गए तो शेर, भेड़िये और लोमड़ी को भी खाना मिलना मुश्किल होने लगा। आखिर लोमड़ी ने शेर और भेड़िये के साथ मिलकर बैठक की। तय हुआ कि पूरा एक जानवर तो तीनों ...

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पत्रकारिता के अंतिम पैगंबर रवीश जी के अंतरात्मा की आवाज: सुप्रीम कोर्ट बेवफा है!

रवीश जी को कौन नहीं जानता! पत्रकारिता की जगत का चमचमाता सितारा हैं, या कहिए कि सूर्य हैं। आप उन्हीं से पूछिए, वो बता देंगे आपको कि पत्रकारिता में उनको छोड़ कर अब कोई बचा नहीं है। ऐसा वो बार-बार कहते हैं, क्योंकि मूढ़ जनता मानने को तैयार ही नहीं ...

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एक संजय जिसके कारण बाला साहेब ने कुत्ता पालना छोड़ दिया, दूसरे ने उनके बेटे को धोबी का कुत्ता बना दिया

24 अक्टूबर को जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो किसी ने भी यह नहीं सोचा होगा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगेगा। 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 105 और उसकी सहयोगी शिवसेना को 56 सीटें मिली थी। लेकिन, शिवसेना की एक जिद्द ने न केवल राज्य की ...

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