पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 90 के दशक में, चाणक्य एक बहुत ही लोकप्रिय सीरियल हुआ करता था। सीरियल का कथानक, एक्टिंग और इसमें दिया गया संदेश इतना प्रभावी था, कि लोग उसका बेसब्री से इंतजार किया करते थे। इस पोस्ट के मूल लेखक JNU से पढ़े हुए हैं, वे भी इस सीरियल ...
Read More »हमारे कॉलमिस्ट
अनुच्छेद 35(A) : 1947 में हुए सत्ता हस्तांतरण के बाद देश के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू की साजिश
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 1947 में हुए सत्ता हस्तांतरण के बाद देश के साथ अनेक साजिशें हुई, देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने राष्ट्रपति से एक अध्यादेश जारी कराया और उसे संविधान में शामिल कर दिया जिसे अनुच्छेद 35(A) से जाना जाता है , जिसके कारण कश्मीर में दस लाख हिंदुओं को ...
Read More »मीठा मीठा गप कड़वा कड़वा थू
राजेश श्रीवास्तव अभी बीते सप्ताह दो ऐसे मामले सामने आये जिससे पता चलता हैं की मोदी सरकार मीठा मीठा गप और कड़वा कड़वा थू वाली कहावत पर कदमताल करती दिख रही है. एक अमेरिकन संस्था की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक संस्था की रिपोर्ट को भारत ने यह कहकर ख़ारिज कर दिया की ...
Read More »एक ऐसा पीएम जिसने भारत बचाया
के विक्रम राव अंतर्राष्ट्रीय सीमा को अमृतसर से अम्बाला तक धकेलने के साजिशकर्ता खालिस्तानियों को मात देनेवाले, उजबेकी लुटेरे जहीरुद्दीन बाबर के अतिक्रमण से अयोध्या को मुक्त कराने में सहायक बने, अर्थतंत्र को बाबुओं के शिकंजे से आजाद कराने वाले पीवी नरसिम्हा राव की आज (28 जून) 98वीं जयंती है| ...
Read More »चुनाव हों या न हों, अगले दस-बीस साल हम ही को रहना है और हम मुखौटों में नहीं असली मुखड़ों में दिखेंगे
मुकेश कुमार एक ऐंकर स्टूडियो में ज़ोर-ज़ोर से चीखते हुए ऐसे दौड़ रहा था जैसे विजय-जुलूस का नेतृत्व कर रहा हो। उत्तेजना में वह आँए-बाएं बके जा रहा है। उससे ऐंकरिंग सँभल नहीं रही। ऐसा लगता है कि वह सन्निपात मे स्टूडियो से बाहर निकलकर लाल किले पर चढ़ जाएगा ...
Read More »धावा दलों के अलावा रिश्वतखोरों के खिलाफ स्टिंग आपरेशन भी जरूरी
सुरेन्द्र किशोर मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और डी.जी.पी गुप्तेश्वर पांडेय पुलिसतंत्र को चुस्त करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। बार -बार उच्चस्तरीय बैठकें हो रही हैं। पर, इन बैठकों का फील्ड अफसरों पर कम ही असर हो रहा है। सरकारी योजनाओं की प्रगति और कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने ...
Read More »पोम्पिओ ने तो खुले में ऐसी बात कह दी, जो आज तक किसी अमेरिकी नेता ने कहने का साहस नहीं किया
डॉ. वेद प्रताप वैदिक अमेरिकी विदेश मंत्री माइकेल पोम्पिओ की यह संक्षिप्त भारत-यात्रा काफी सफल कही जा सकती है। वैसे तो वे पहले भी कई बार सपत्नीक भारत आ चुके हैं लेकिन विदेश मंत्री के तौर पर वे पहली बार भारत आए हैं। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य ओसाका में ...
Read More »यदि काला धन खत्म हो जाए तो हमारे नेताओं की दुकानें कैसे चलेंगी?
डॉ. वेद प्रताप वैदिक काले धन ने हमारी संसद को भी अंगूठा दिखा दिया है। कोई यह बताए कि जिनकी जिंदगी ही काले धन पर निर्भर है, वे यह क्यों और कैसे बताएंगे कि देश और विदेशों में काला धन कितना है और उसे कैसे-कैसे छिपाकर रखा गया है। हमारी ...
Read More »आज देश के लोग बिना परमिट के कश्मीर में जा पा रहे हैं तो इसके पीछे सिर्फ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है
प्रखर श्रीवास्तव नेहरूवादी और वामपंथी इतिहासकारों ने देश के कुछ महान नेताओं के बारे में इस कदर कुप्रचार किया है कि हमारी नई पीढ़ी ने उनके झूठ को ही सच मान लिया है… कल ये साजिश तब फिर सामने आई जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस (जी हां, बलिदान ...
Read More »वह मुकदमा जिसने इंदिरा गांधी को इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने आपातकाल लगा दिया
चंदन शर्मा आज से करीब 44 साल पहले आए एक ऐतिहासिक फैसले ने एक साल से आंदोलनरत विपक्ष को वह ‘ऑक्सीजन’ दे दी थी जिसे उसे तलाश थी. इसी फैसले ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को देश में आपातकाल लगाने पर मजबूर कर दिया था. जिस मुकदमे में यह फैसला ...
Read More »इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी और रिहाई का पूरा विवरण
सुरेन्द्र किशोर पूरी कहानी यह है कि सी.बी.आई.के संयुक्त निदेशक लक्ष्मी नारायणन ने गृह मंत्री चरण सिंह के दबाव पर जल्दीबाजी में इंदिरा गांधी को गांधी को गिरफ्तार करने का आदेश जरूर दिया,पर गिरफ्तार करने वाले अफसर का नाम है एन.के.सिंह। वह बिहार के रहने वाले हैं। आधी अधूरी तैयारी ...
Read More »‘मुजफ्फरपुर के बच्चे अगर कुपोषण से मर रहे हैं तो फिर प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दन योजना क्या कर रहा था ?’
शशि शेखर एक महिला जो कुपोषण से पीड़ित है, उसमें एक कुपोषित बच्चे को जन्म देने की ज़्यादा संभावनाएं भी रहती है. अस्सी के दशक में मातृत्व लाभ योजना शुरु की गई. इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओ को दो किस्तों में 6000 रुपये दिए जाने थे. मोदी सरकार के ...
Read More »कश्मीरी नौजवान कौन से स्वर्ग (बहिरत) के लिए खून बहा रहे हैं ?
डॉ. वेद प्रताप वैदिक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कश्मीर के बदलते हुए हालात पर बहुत ही आशावादी टिप्पणी की है। उनका कहना है कि हुर्रियत के नेता अब कश्मीर के मसले को बातचीत से हल करना चाहते हैं। वे खुद नहीं चाहते कि कश्मीर के नौजवान फिजूल में ...
Read More »पाकिस्तान में खेल दोयम हो गया, मजहब और सियासत के ऊपर, नतीजा सबके सामने है
के विक्रम राव पाकिस्तानी क्रिकेट प्रबंधन समिति में बौखलाहट दिख रही है| बदहवासी कहीं ज्यादा| मैनचेस्टर में खेले गये विश्वकप मैच में भारत के हाथों पराजय इसका कारण है| अब इस पराजय का सिलसिला उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद से जुड़ गया है| हारजीत पर जान कैनेडी ने कहा भी ...
Read More »डर लगता है कि ट्रंप जैसा तुनुकमिजाज राष्ट्रपति कहीं ईरान पर बम-वर्षा न कर बैठे
वेद प्रताप वैदिक फारस की खाड़ी में पिछले कुछ दिनों से वैसे ही भयानक दृश्य दिखाई पड़ रहे हैं, जैसे 1962 में क्यूबा के समुद्रतट पर दिखाई पड़ रहे थे। जैसे अमेरिका ने क्यूबा पर हमले की तैयारी कर ली थी, वैसे ही डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका ने ईरान पर ...
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