Monday , April 29 2024

हमारे कॉलमिस्ट

क्लीन चिट तो मिल गई मीलॉर्ड, लेकिन दाग़ अभी मिटे नहीं हैं

राहुल कोटियाल यौन उत्पीड़न मामले में देश के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को क्लीन चिट मिल चुकी है. लेकिन जिस तेज़ी और जिस प्रक्रिया से उन्हें यह क्लीन चिट दी गई, वह भारत के न्यायिक इतिहास में अभूतपूर्व है. एक महीने से भी कम समय में इस पूरे मामले की ...

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राहुल और मोदी का याराना! (व्यंग्य)

राहुल कुमार गुप्त राहुल और मोदी कल रात सपने में आये दोनों में गजब का याराना लग रहा था, खूब ठहाके-वहाके और हँसी-मजाक का दौर चल रहा था। मोदी बोले पाँच साल मैं अभी और देश में तितर-बितर मचाऊंगा तब ही जाकर जनता की नज़रों में तुम प्रतिष्ठित हो पाओगे। ...

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पूरा माहौल बनाने के बावजूद कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी को क्यों नहीं उतारा?

हिमांशु शेखर प्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है. कांग्रेस ने इस लोकसभा सीट से अजय राय को लोकसभा का टिकट देने का ऐलान कर दिया है. पिछली बार भी अजय राय को वाराणसी से उतारा गया था. तब ...

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लोकसभा चुनाव में एक भी उम्मीदवार न उतारने वाले राज ठाकरे इतनी रैलियां क्यों कर रहे हैं?

दुष्यंत कुमार लोकसभा चुनाव 2019 में एक भी प्रत्याशी नहीं उतारने वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ख़िलाफ़ अपनी रैलियों को लेकर चर्चा में हैं. इनमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ख़ास तौर पर निशाना साधते हैं. राज ठाकरे भाजपा के सबसे ...

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गुजरात विधानसभा चुनाव के तीन बड़े नायक लोकसभा चुनाव में लगभग बेअसर कैसे हो गए?

पुलकित भारद्वाज लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत गुजरात में मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. प्रदेश में इस बार 63.73 फीसदी मतदान हुआ है जो 2014 के 63.66 प्रतिशत के मुकाबले .07 प्रतिशत ज्यादा है. कुछ गिने-चुने राजनीतिक विश्लेषक इस बढ़त को ‘अंडरकरंट’ यानी सरकार के प्रति नाराज़गी ...

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क्यों महबूबा मुफ्ती के हाथ से इस बार बाजी ही नहीं उनका पूरा सियासी करियर फिसलता दिख रहा है

सुहैल ए शाह जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती बीते गुरुवार को-दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में थीं. इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वे रो पड़ीं. रोते हुए महबूबा अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुफ़्ती ...

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कमजोर प्रत्याशी उतार कांग्रेस और सपा ने आसान कर दी राजनाथ की राह

राजेश श्रीवास्तव लखनऊ । मंगलवार को भाजपा की ओर से लखनऊ से नामांकन करने जा रहे राजनाथ सिंह के नामांकन जुलूस में उमड़ा जनसैलाब यह नारा गढ़ रहा था कि कहां फंसे हो चक्कर में, कोई नहीं है टक्कर में। उनके इस नारे पर शाम होते-होते समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ...

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पुरुषों के बराबर वोट देने वाली भारतीय महिलाओं की राजनीतिक हैसियत न के बराबर क्यों है?

प्रदीपिका सारस्वत घर हो या कार्यक्षेत्र, भारत में लैंगिक असमानता की जड़ें बहुत गहरी हैं. पर चुनाव एक ऐसा क्षेत्र है जहां महिलाओं ने अपनी मौजूदगी का न सिर्फ़ अहसास कराया है बल्कि बदलाव लाने में एक बड़ी भूमिका भी निभाई है. भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी पर लिखे ...

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क्या लालकृष्ण आडवाणी के प्रधानमंत्री बनने की अब भी कोई संभावना बची है?

हिमांशु शेखर भारतीय जनता पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस बार टिकट नहीं मिला. लंबे समय से उनकी सीट रहे गांधीनगर से अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उम्मीदवार हैं. कहा जा रहा है कि लालकृष्ण आडवाणी की सियासी पारी पर अब विराम लग गया है. जिस दिन ...

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बलराज साहनी शायद अकेले अभिनेता होंगे जो मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने पर जेल भेजे गए थे

दीपक महान यूं तो हिंदी फिल्मों में एक से एक बेहतरीन अदाकार हुए हैं, लेकिन ऐसे कम ही रहे जिन्होंने परदे पर वो किरदार जिंदा किए जिनसे हम रोजाना दो-चार होते हैं. इन अभिनेताओं का नाम सोचने पर यकीनन बलराज साहनी ऐसा नाम होंगे जिनके बिना हम आगे नहीं बढ़ ...

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इंदिरा गांधी और हेमा मालिनी के गेहूं का गठ्ठर उठाने में क्या फर्क है?

दुष्यंत कुमार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद और हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र मथुरा में अपने चुनाव प्रचार को लेकर चर्चा में हैं. बीते 31 मार्च को प्रचार अभियान शुरू करते हुए उन्होंने एक के बाद एक कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर ...

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1989 का वह आम चुनाव कई मायनों में इस बार के चुनाव जैसा ही था

अनुराग भारद्वाज आम चुनाव में अब ज़्यादा समय नहीं बचा है. आश्चर्यजनक रूप से इसमें मुद्दे और हालात वही दिख रहे हैं जो 30 साल पहले हुए चुनाव में थे. 1989 में हुआ आम चुनाव भारतीय राजनीति के इतिहास ख़ास मुक़ाम रखता है. यहां से राजनीति हमेशा के लिए एक ...

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क्यों कश्मीर में विकास की सबसे अहम परियोजना वहां के लोगों के लिए बुरा सपना बन गई है

सुहैल ए शाह कश्मीर घाटी में लगभग पिछले एक दशक से लोग राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाइवे)- 44 पर चल रहे काम के खत्म होने का इंतज़ार कर रहे थे. यह वाजिब भी था. इस परियोजना का मकसद था लोगों के लिए सफर को बेहतर बनाना. कश्मीर में पिछले तीन दशक ...

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भाजपा ने बीते घोषणा पत्र के केवल 34 फीसद वादे ही पूरे किये

भाजपा ने 8वीं बार किया राम मंदिर, धारा 37० और यूनिफार्म सिविल कोड का वादा जरा जानिये, भाजपा का बीता संकल्प पत्र कितना खरा भाजपा ने बीते चुनाव में 346 वादे किये थ्ो। अब जब सरकार चुनाव में आ गयी है तो उसके पुराने वादों को कसौटी पर कसने की ...

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क्यों मुलायम ने अखिलेश यादव के लिए न उगल पाने और न ही निगल पाने वाली स्थिति पैदा कर दी है

गोविंद पंत राजू समाजवादी पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों पशोपेश में हैं. इस पशोपेश की वजह हैं उनके पिता और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव. जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने यादव परिवार ...

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