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मेरठ: जेल में ‘ऐशो आराम’ के मामले में बड़ा एक्शन, हाजी याकूब कुरैशी और दोनों बेटे अलग-अलग जेलों में किए गए शिफ्ट

लखनऊ। पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी (Haji Yakub Qureshi) और उसके दोनों बेटों को दूरदराज जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। याकूब कुरैशी को सोनभद्र, इमरान को सिद्धार्थनगर और फिरोज को बलरामपुर जेल में शिफ्ट किया गया है। यह फैसला मेरठ (Meerut) की जिला जेल में इनके ऐशोआराम का मामला सामने आने का बाद लिया गया है।

जेल में कम नहीं हो रहा था कुरैशी का रुतबा

मेरठ पुलिस ने हाजी याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान को बीते 7 जनवरी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था। वहीं, कुरैशी का छोटा बेटा फिरोज उर्फ भूरा 27 नवंबर से जेल में बंद है। पूर्व मंत्री का रुतबा जेल जाने तक भी कम नहीं हुआ था।

गिरफ्तारी के बाद जेल जाने के बाद भी हाजी याकूब से जेल में मुलाकात करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी। याकूब और इमरान के जेल में पहुंचने के बाद उनके ऐशोआराम का मामला सामने आया था। जिसको लेकर एसएसपी ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी थी।

तीन दिन पहले शासन को भेजी गई थी रिपोर्ट

एसएसपी रोहित सिंह सजवान का कहना कि तीन दिन पहले रिपोर्ट भेजी गई थी। जिसके चलते आप उन्हें शासन के आदेश के अनुसार तीनों पिता-पुत्र को अलग-अलग जिलों में शिफ्ट कर दिया गया है। साथ ही जेल में जिन-जिन लोगों ने याकूब कुरैशी और उनके बेटों से मुलाकात की है। उनका क्या कनेक्शन है, इसकी भी पड़ताल की जा रही है।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि सोमवार देर रात पूर्व मंत्री और बेटों को पुलिस सुरक्षा में प्रदेश की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया है। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के सिर पर भले ही 50 हजार का इनाम था, लेकिन उनका रुतबा कम नहीं था।

पुलिस-जेल से कुरैशी का पुराना नाता

दिल्ली में आलीशान कोठी में परिवार सहित फरारी काट रहे थे। किसी तरह मेरठ पुलिस उनके पास तक पहुंची, लेकिन उनके रुतबे के सामने कमजोर दिखती रही। दिल्ली से मेरठ जिला कारागार की सलाखों तक याकूब को वीआईपी सुविधा दी और पुलिसकर्मी उनके साथ सेल्फी लेते रहे।

याकूब का पुलिस और जेल से पुराना नाता है। करीब 20 साल पहले याकूब कुरैशी व पूर्व सांसद शाहिद अखलाक के बीच नगर निगम में ठेकेदारी को लेकर विवाद हुआ था। गोलीबारी में एक युवक की हत्या भी हुई थी। जिसमें याकूब जेल गए थे। हालांकि बाद में याकूब को क्लीनचिट मिल गई थी।

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