नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कपिल देव और हार्दिक पंड्या के बीच तुलना को बकवास करार देते हुए कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान सौ साल में एक बार पैदा होने वाले क्रिकेटर हैं और किसी से उनकी तुलना नहीं हो सकती.
इन दोनों क्रिकेटरों की तुलना करने की कुछ विशेषज्ञों की आदत के बारे में जब पूछा गया, तो गावस्कर इससे बिल्कुल भी प्रभावित नहीं दिखे. नाराज दिख रहे गावस्कर ने ‘आज तक’ से कहा, ‘कपिल देव से किसी की तुलना नहीं की जानी चाहिए. वह एक पीढ़ी में एक बार पैदा होने वाला खिलाड़ी नहीं, बल्कि सौ साल में एक बार पैदा होने वाला क्रिकेटर है जैसे कि सर डॉन ब्रैडमैन और सचिन तेंदुलकर. हमें किसी से उनकी तुलना नहीं करनी चाहिए.’
गावस्कर लंबे प्रारूप में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के रवैये से भी नाखुश हैं. दिल्ली के इस खिलाड़ी ने बर्मिंघम में पहले टेस्ट में 26 और 13 रनों की पारी खेली.
गावस्कर ने कहा, ‘शिखर अपने खेल में बिल्कुल भी बदलाव नहीं करना चाहता.’ उन्होंने कहा, ‘उसका विश्वास उसी तरह से खेलने में हैं, जिसने उसे अब तक सफलता दिलाई है. आप वनडे क्रिकेट में ऐसे शॉट खेलने के बावजूद बच सकते हो, क्योंकि काफी स्लिप नहीं होती और बल्ले का किनारा लेकर गेंद स्लिप क्षेत्र से बाउंड्री तक जा सकती है.’
गावस्कर ने कहा, ‘लेकिन टेस्ट में, इस तरह के शॉट का नतीजा सिर्फ विकेट गंवाना होगा. खिलाड़ी जब तक मानसिक रूप से बदलाव नहीं करता, तब तक विदेशों में लाल गेंद के खिलाफ उसे जूझना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘मैं (चेतेश्वर) पुजारा के रूप में लॉर्ड्स में एक और बल्लेबाज को खिलाऊंगा. उसके पास टेस्ट मैच के लिए जरूरी तकनीक और धैर्य है. वह किसकी जगह लेगा यह पिच पर निर्भर करेगा. अगर विकेट पर इतनी घास नहीं हो, तो मैं उसे उमेश यादव की जगह चुनूंगा और हार्दिक पंड्या को टीम में बरकरार रखूंगा.’