कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लाख सुशासन के दावे करें, लेकिन हकीकत यही है कि वह राज्य में बढ़ती हिंसक गतिविधियों पर लगाम नहीं लगा पा रही हैं.पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर तो देश के सुप्रीम कोर्ट ने तक अपनी चिंता जाहिर कर दी थी. अब ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं के गुट ही आपस में भिड़ गए. ये मामला पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के नानूर का है. यहां पर तृणमूल कांग्रेस के ही दो गुटों के नेताओं के बीच हुई मारपीट ने हिंसक रूप ले लिया.
इसके बाद इलाके के घरों में आग लगा दी. इतना ही नहीं उन्होंने बम फेंके और घरों में तोड़फोड़ की. इस वक्त इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है. नानूर के चांदीपुर इलाके में लोगो में अभी दहशत का माहौल बना हुआ है. इलाके में अभी तनाव है. बताया जा रहा है कि ये विवाद एक समय के कद्दावर तृणमूल नेता रहे शेख शाहनवाज़ के भाई काजोल शेख और भूतपूर्व विधायक गदाधर हाजरा के बीच हुआ.
ये दोनों ही तृणमूल के दो अलग अलग गुटों से ताल्लुक रखते हैं. ये हिंसक घटना शुक्रवार को हुए विजय जुलूस को लेकर के हुई. इसके बाद काजोल शेख के गुट के हिंगुर शेख और गदाधर हजरा गुट के जमाल शेख आपस में भिड़ गए. पुलिस के अनुसार, आरोप है कि जमाल शेख के लोगों ने हिंगूर शेख के घर पर हमला बोल दिया. उन्होंने उसके साथ मारपीट भी की. इस घटना में उसका सिर फूट गया.
हिंगुर शेख के घर को उपद्रवियों ने आग लगा दी. इस घटना में हिंगूर शेख ने जैसे तैसे अपनी जान बचाई. चश्मदीदों का कहना है कि पूरी रात बम धमाकों की आवाज आती रही. आरोप है कि घटना के दौरान जब नानूर थाना पुलिस पहुंची तो उन्होंने कुछ तृणमूलकर्मियों के घर पर तोड़फोड़ की.