Tuesday , May 14 2024

SAARC मीटिंग में भारत ने किया नजरअंदाज तो भड़का पाकिस्‍तान, जताई नाराजगी

नई दिल्‍ली। भारत और पाकिस्‍तान के रिश्‍ते में तनाव की स्थिति दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) की मीटिंग में भी देखने को मिली. इस मीटिंग के दौरान भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज और पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी के बीच बातचीत नहीं हुई. इस पर कुरैशी ने नाराजगी जाहिर की है.

दरअसल, अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित SAARC मीटिंग में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने भाषण दिया. इसके तुरंत बाद ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी का भाषण होना था. लेकिन सुषमा स्‍वराज भाषण देने के बाद अपने अगले कार्यक्रम के लिए निकल गईं, जिससे पाकिस्तानी विदेश मंत्री महमूद कुरैशी भड़क गए.

पाक विदेश मंत्री का छलका दर्द

कुरैशी ने कहा, ‘अगर हम इस फोरम से कुछ चाहते हैं तो हमें आगे बढ़ना होगा लेकिन यह क्या तरीका है? मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि अगर सार्क की प्रगति में कोई बाधक है तो वह एक देश का रवैया है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई.’ कुरैशी ने सुषमा स्वराज का नाम लिए बिना कहा कि वह बीच में ही चली गईं, शायद उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. मैंने उनका बयान सुना, उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग की बात की. क्षेत्रीय सहयोग कैसे संभव है, जब हर कोई बैठकर एक-दूसरे की बात सुन रहा है और आप उसे ब्लॉक कर रहे हो.’

ANI

@ANI

There were no talks between us. She (EAM) left mid way, maybe she wasn’t feeling well. I listened to her statement. She talked of regional cooperation. How is regional cooperation possible, when everybody is ready to sit & talk & you’re blocking that?: Pakistan Foreign Minister

इससे पहले SAARC मीटिंग के दौरान सुषमा स्‍वराज ने अपने भाषण में आतंकवाद के खात्मे के लिए साथ काम करने की बात पर जोर दिया. उन्‍होंने कहा, ‘हमारे लोगों के आर्थिक विकास, प्रगति और क्षेत्रीय सहयोग के लिए शांति और सुरक्षा का माहौल बेहद जरूरी है.’

भारत की विदेश मंत्री ने आगे कहा कि हमारे क्षेत्र और विश्वभर में शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद इकलौता सबसे बड़ा खतरा है. यह जरूरी है कि हम आतंकवाद के हर स्वरूप को खत्म करने के लिए काम करें और सहयोग का माहौल पैदा करें. बता दें कि यह मीटिंग न्यूयॉर्क में हुई, जिसमें सार्क देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया.

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