चार सालों से वेस्टइंडीज़ टीम से बाहर चल रहे ड्वेन ब्रावो अब भी टीम में वापसी का रास्ता मुश्किल है. ऐसी कम ही उम्मीद है कि उनकी वेस्टइंडीज़ की वनडे टीम में वापसी होगी और वो भारत के खिलाफ सीरीज़ खेलने आएंगे.
दरअसल वेस्टइंडीज़ क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय वीजा हासिल करने के लिये तैयार की गयी बोर्ड की 25 खिलाड़ियों की सूची में उनका नाम नदारद है.
टी20 के इस स्टार के अलावा कीरोन पोलार्ड और सुनील नारायण के भी भारत के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज में वेस्टइंडीज टीम में नहीं खेलने की संभावना है. इन खिलाड़ियों का नाम भी वीज़ा आवेदन वाले खिलाड़ियों की लिस्ट से बाहर है.
न्यूजडे डाट के अनुसार, ‘‘ड्वेन ब्रावो के भारत जाने वाली टी20 टीम में भी चुने जाने की संभावना नहीं दिखती है क्योंकि क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) ने भारत का वीजा हासिल करने के लिये जिन खिलाड़ियों से संपर्क किया है, उसमें वो शामिल नहीं है जबकि उन्होंने त्रिनबागो नाइटराइडर्स की अगुवाई करते हुए उसे हाल में कैरेबियाई प्रीमियर लीग खिताब दिलाया था. ’’
आपको बता दें कि पिछले महीने ही एक रिपोर्ट में इस खबर की जानकारी मिली थी कि ब्रावो बंधू ड्वेन और डैरेन, केरॉन पोलार्ड और लेंडल वेस्टइंडीज़ के सिमंस सुपर 50 टूर्नामेंट खेलेंगे. जिससे की वो अगले साल होने वाले क्रिकेट विश्वकप से बोर्ड के साथ तालमेल बिठा सकें और वनडे टीम में वापसी कर सकें.
क्रिकेट वेस्टइंडीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जानी ग्रेव ने कहा, ‘‘क्रिकेट परिचालन विभाग के जरिये चयनकर्ताओं ने भारत के लिये वीजा हासिल करने के मद्देनजर 25 खिलाड़ियों को चुना है. ’’
हालांकि वेस्टइंडीज टीम की घोषणा अभी की जानी है लेकिन क्रिकेट वेस्टइंडीज ने 21 अक्टूबर से शुरू होने वाली सीरीज के लिये संभावित खिलाड़ियों के लिये प्रक्रिया शुरू कर दी है.
खिलाड़ियों के चयन के लिये तीन अक्टूबर से शुरू हुई घरेलू वेस्टइंडीज सुपर 50(राष्ट्रीय एक दिवसीय प्रतियोगिता) में प्रदर्शन अहम होगा.
ग्रेव ने कहा, ‘‘सुपर 50 से पहले वनडे टीम के लिये लंबी सूची चुनने का कारण यही है कि खिलाड़ी 10 अक्टूबर को भारत के लिये रवाना होंगे और 12 अक्टूबर तक पहुंचेंगे. पहले वनडे से पूर्व गुवाहाटी में एक शिविर भी आयोजित होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रावो का मुद्दा यह है कि वह आंद्रे रसेल, पोलार्ड, कार्लोस ब्रेथवेट, रोवमैन पावेल के साथ आल राउंडर स्थान के लिये खेल रहा है जिन्होंने सीपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया था इसलिये चयनकर्ताओं के पास चुनने के लिये काफी विकल्प होंगे. लेकिन अगर वह सुपर 50 में अच्छा खेलता है तो उसके लिये दरवाजे खुले रहेंगे. ’’