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अलगाववादियों के गाल पर कश्मीरियों का तमाचा, बूथ के बाहर झूमे मतदाता

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के तहत जम्मू कश्मीर की बारामूला सीट पर वोटिंग जारी है. हुर्रियत के विरोध के बावजूद सुबह 7 बजे से पोलिंग बूथों पर वोटर्स जुटने शुरू हो गए. 8 बजे के बाद से यहां पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही है. कश्मीरियों ने अलगाववादियों के गाल पर करारा तमाचा मारते हुए सुबह ही पोलिंग बूथ के बाहर कतार लगा ली. कई मतदाता बूथ के बाहर खुशी में झूम रहे हैं. बता दें कि हुर्रियत ने एक बयान जारी कर घाटी में गुरुवार पूर्ण बंद का आह्वान किया था. बारामूला और बनिहाल के बीच ट्रेन सेवा भी दिन के लिए रद्द कर दी गई है.

रेड अलर्ट मोड में जम्मू-कश्मीर

जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है. खुफिया जानकारी मिली है एलईडी लैस स्कार्पियो से कुछ आत्मघाती आतंकवादी निकले हैं. सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को ऐसी भनक लगी है कि घाटी के सरहदी क्षेत्र के दो गाइड को आत्मघाती हमलावरों की मदद के लिए लगाया गया है.  इस खुफिया जानकारी के बाद सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सीआरपीएफ को अलर्ट कर दिया गया है.

10 उम्मीदवार मैदान में हैं

बता दें, बारामूला सीट से इस बार कांग्रेस के हाजी फारूक अहमद मीर, बीजेपी के मोहम्मद मकबूल वार, नेशनल कांफ्रेंस के मोहम्मद अकबर लोन और पीडीपी के अब्दुल कय्यूम वानी समेत स्थानीय दलों के 10 उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में पीडीपी पहली बार इस सीट पर जीतने में कामयाब हुई थी. उसके टिकट पर मुजफ्फर हुसैन बेग चुनाव जीते थे. उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के शरीफुद्दीन शारिक को हराया था. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील माने जाने वाले इस क्षेत्र में 2014 के चुनाव में करीब 39 फीसदी मतदान हुआ था.

पूंछ में एक बूथ पर सिर्फ सुरक्षाकर्मी दिखे

पहले चरण के तहत जम्मू कश्मीर में 2 सीटों पर वोटिंग चल रही है. जम्मू सीट से 24 उम्मीदवारों के बीच चुनावी मुकाबला है. सुबह के वक्त यहां बूथों पर कम भीड़ देखी गई. वहीं, पूंछ में एक बूथ बिलकुल खाली नजर आया, वहां सिर्फ सुरक्षाकर्मी नजर आ रहे थे. इस सीट पर बीजेपी के जुगल किशोर, कांग्रेस के रमन भल्ला और नेशनल पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह मुख्य उम्मीदवारों में से हैं. कांग्रेस उम्मीदवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन हासिल है. इस सीट का इतिहास बताता है कि यहां से कांग्रेस ने ज्यादातर समय जीत हासिल की है. 1957 से अस्तित्व में आई सीट पर अब तक कांग्रेस 9 चुनाव में जीत दर्ज की है. इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी तीन बार जीत दर्ज कर पाई है.

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